केंद्र सरकार से टकराव के बीच उद्धव ठाकरे और शरद पवार को आयकर की नोटिस
राष्ट्रवादी कांग्रेस प्रमुख और पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे समेत कई विपक्षी नेताओं को आयकर विभाग का नोटिस पहुंचा है, ये नोटिस पिछले चुनाव में दिए गए हलफनामे को लेकर पहुंचा है, मंत्री आदित्य ठाकरे, एनसीपी नेता सुप्रिया सूले को भी आयकर विभाग की ओर से नोटिस भेजा गया है....
जनज्वार। केंद्र सरकार और महाराष्ट्र की उद्धव सरकार के बीच लगातार टकराव की खबरें सामने आ रही हैं। संसद में भी सरकार और विपक्ष के बीच की लड़ाई जारी है। इस बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस प्रमुख और पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे समेत कई विपक्षी नेताओं को आयकर विभाग का नोटिस पहुंचा है। ये नोटिस पिछले चुनाव में दिए गए हलफनामे को लेकर पहुंचा है। मंत्री आदित्य ठाकरे, एनसीपी नेता सुप्रिया सूले को भी आयकर विभाग की ओर से नोटिस भेजा गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि आयकर विभाग की ओर से इस नोटिस के जरिए पिछले कुछ चुनावों में दाखिल किए गए हलफनामे की जानकारी मांगी गई है।
नोटिस मिलने को लेकर जब शरद पवार से मीडिया द्वारा सवाल किया गया तो मंगलवार को उन्होंने कहा कि वो लोग (नोटिस भेजने वाले) कुछ लोगों को ज्यादा चाहते हैं। पिछले लंबे काफी समय से भारतीय जनता पार्टी और महाराष्ट्र सरकार के बीच तनाव की स्थिति जारी है। इन सबके बीच नोटिस का यह ताजा मामला सामने आया है।
उल्लेखनीय है कि शरद पवार और शिवसेना की ओर से लगातार कृषि बिल का विरोध किया जा रहा है। साथ ही राज्यसभा सांसदों के सस्पेंशन के मसले पर मंगलवार को ही पूर्व केंद्रीय मंत्री ने एक दिन का उपवास रखने का ऐलान किया था। इस पूरे सियासी घटनाक्रम के बीच नोटिस की खबर सामने आई है।
कृषि बिल से पहले सुशांत सिंह राजपूत केस, कंगना रनौत पर बीएमसी के एक्शन और कोरोना संकट के मसले पर भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना-एनसीपी की सरकार महाराष्ट्र में आमने-सामने हैं।