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अर्णब गोस्वामी और कंगना रनौत पर कसेगा शिकंजा, महाराष्ट्र विधानसभा में पेश होगा विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव

Janjwar Desk
11 Sept 2020 10:43 AM IST
अर्णब गोस्वामी और कंगना रनौत पर कसेगा शिकंजा, महाराष्ट्र विधानसभा में पेश होगा विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव
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शिवसेना ने कहा मीडिया की आजादी के नाम पर कर रहे हमारे नेताओं की छवि खराब कर रहे अर्णब तो कांग्रेस ने लगाया कंगना पर मुंबई को बदनाम करने का आरोप...

जनज्वार। अर्णब गोस्वामी और कंगना रनौत की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। रिपब्लिक टीवी के मैनेजिंग डायरेक्टर और संपादक प्रमुख अर्णब गोस्वामी तथा अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का मामला चल सकता है। विशेषाधिकार हनन का मामला चलाने के लिए महाराष्ट्र विधानसभा और विधान परिषद में प्रस्ताव लाया गया था।

महाराष्ट्र विधानसभा में अर्णब गोस्वामी के खिलाफ शिवसेना द्वारा विशेषाधिकार हनन का मामला पेश किया गया। साथ ही कंगना रनौत की 'मुंबई के पीओके से तुलना' वाली टिप्पणी को लेकर विषेशाधिकार हनन का प्रस्ताव पेश किया गया।

अर्णब गोस्वामी के खिलाफ प्रस्ताव पेश करते हुए शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक ने आरोप लगाया कि अर्णब द्वारा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और एनसीपी चीफ शरद पवार के विरुद्ध लगातार अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया गया है।

उन्होंने कहा 'मीडिया की स्वतंत्रता के नाम पर उनके द्वारा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, एनसीपी चीफ शरद पवार और अन्य निर्वाचित प्रतिनिधियों की छवि खराब की जा रही है। सदन को इसपर जरूरी कार्रवाई करनी चाहिए।'

सदन में बीजेपी के कड़े विरोध के बीच संसदीय कार्यमंत्री प्रणव ने अध्यक्ष से प्रस्ताव स्वीकृत करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा 'जब देश के प्रधानमंत्री के विरुद्ध कोई निशाना साधता है तो आप क्रोधित होते हैं, फिर जब मुख्यमंत्री को गलत रूप से टारगेट करता है तो आप वैसी ही प्रतिक्रिया क्यों नहीं देते।'

एनसीपी नेता छगन भुजबल और समाजवादी पार्टी के अबु आजमी ने भी इस प्रस्ताव का समर्थन किया। उपसभापति नरहरि जिरवाल, जो सदन की अध्यक्षता कर रहे थे, उन्होंने इस प्रस्ताव को विधायी नियमों के तहत माना, पर सरनाईक इस बात पर अड़े रहे कि राज्य के गृहमंत्री इसपर जबाब दें।

इसका विरोध करते हुए नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि सत्र के आखिरी दिन पूरक मांग और महामारी जैसे सारे जरूरी मुद्दों को छोडकर इसपर बहस हो रही है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि विपक्षी गठबंधन मीडिया की स्वतंत्रता के मामले में दोहरा रवैया रखता है और मीडिया की आवाज दबाने की कोशिश कर रहा है।

बाद में मीडिया से बात करते हुए सरनाईक ने दावा किया कि यह प्रस्ताव अध्यक्ष द्वारा स्वीकार कर लिया गया है, हालांकि कहा जा रहा है कि जरीवाल ने सदन के कार्यवृत में आवश्यक कार्रवाई करने से संबंधित टिप्पणी ही दर्ज की है।

उधर महाराष्ट्र विधान परिषद में भी इसी तरह का एक प्रस्ताव लाया गया था। कांग्रेस के अशोक जगताप ने मुंबई को बदनाम करने का आरोप लगाते हुए कंगना रनौत के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाया गया, जबकि शिवसेना की मनीषा कायन्डे ने अर्णब गोस्वामी के खिलाफ प्रस्ताव लाया।

विधान परिषद अध्यक्ष रामराजे नाइक निम्बालकर ने दोनों प्रस्तावों को स्वीकार कर लिया। उन्होंने कहा 'मैंने दोनों प्रस्तावों को स्वीकार कर लिया है। इसके लिए अभी कोई कमिटी नहीं है, इसलिए मैं ही इसपर निर्णय लेने जा रहा हूं।

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