क्या अभी भी हो रही है जोशीमठ में डायनामाईट ब्लास्टिंग, सतपाल महाराज ने CM धामी से लगाई ब्लास्टिंग रोकने की गुहार
राज्य सरकार के खुद कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने जिस प्रकार मुख्यमंत्री धामी से टनल में हो रही ब्लास्टिंग को रुकवाने के लिए गुहार लगाई, उससे साफ है कि जोशीमठ के लोगों के लगाए जा रहे आरोप किस हद तक सही थे...
Joshimath Sinking I राज्य सरकार द्वारा जोशीमठ में चल रहे तमाम निर्माण कार्यों पर तत्काल प्रभाव से लगाई गई रोक के बाद भी एनटीपीसी की टनल में बदस्तूर डायनामाईट ब्लास्टिंग जारी है। यह इल्जाम अभी तक केवल जोशीमठ के लोग लगा रहे थे, जिससे सरकार लगातार इनकार कर रही थी, लेकिन बृहस्पतिवार 19 जनवरी को राज्य सरकार के खुद कैबिनेट मंत्री ने जिस प्रकार मुख्यमंत्री से टनल में हो रही ब्लास्टिंग को रुकवाने के लिए गुहार लगाई, उससे साफ है कि जोशीमठ के लोगों के लगाए जा रहे आरोप किस हद तक सही थे।
19 जनवरी को उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने जोशीमठ पहुंचकर मकानों और होटलों में आयी दरारों व भू-धंसाव का स्थलीय निरिक्षण कर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश देते हुए एक तरफ जहां प्रभावितों को हर संभव मदद दिये जाने की बात कही तो वहीं दूसरी तरफ उन्होने प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से दूरभाष पर वार्ता कर एनटीपीसी टनल में चल रही ब्लास्टिंग को पूरी तरह से रुकवाने के लिए भी कहा।
प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने गुरुवार 19 जनवरी को जोशीमठ पहुंचे जहां उन्होंने आपदा प्रभावितों से बातचीत की। लोगों की टनल में ब्लास्टिंग की शिकायत पर उन्होंने तत्काल मामले को संज्ञान लेते हुए उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से दूरभाष पर वार्ता कर एनटीपीसी टनल में चल रही ब्लास्टिंग को पूरी तरह से रुकवाने के लिए कहा, जिसके बाद उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने हर प्रकार की ब्लास्टिंग रुकवाने के निर्देश दे दिए हैं।
कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने जोशीमठ स्थित सिंहधार, नरसिंह मंदिर, गांधीनगर, जेपी कॉलोनी (मारवाड़ी) आदि स्थानों में भू-धसाव की जद में आए मकानों और भवनों के निरीक्षण करने के साथ साथ नगर पालिका और गुरुद्वारे में चल रहे राहत शिविरों की व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया। उन्होंने आपदा से प्रभावित एक परिवार के कई-कई लोगों के एक ही कमरे में रहने को लेकर कहा कि जिन अधिकारियों की वहां पर जरूरत है, केवल वही जोशीमठ में रुकें ताकि भू-धंसाव से प्रभावित ऐसे परिवारों को कमरे मिल सकें। इस दौरान महाराज ने कहा कि सरकार द्वारा 50-50 हजार रुपये की तत्काल सहायता दी गई है। क्षति का आंकलन करने के बाद सरकार पूरी मदद करेगी।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में इस आपदा से निपटने का सरकार हर संभव प्रयास कर रहे हैं। सतपाल महाराज ने कहा कि जिस प्रकार से जोशीमठ को लेकर मीडिया में खबरें आ रही है, उसे सुनकर पर्यटकों ने अधिकांश बुकिंग कैंसिल कर दी है।
महाराज ने कहा कि आपदा का सरकार पूरा विश्लेषण कर रही है। एक और जहां राज्य सरकार पूरी मुस्तैदी के साथ काम कर रही है। इस दौरान कैबिनेट मंत्री महाराज के साथ पूर्व मंत्री मोहन सिंह रावत गांववासी, ऋषि प्रसाद सती, कुलदीप वर्मा, गजेन्द्र रावत, दर्शन सिंह दानू, मनोज भण्डारी, वीरेन्द्र असवाल, महावीर रावत और पंकज डिमरी आदि मौजूद थे।