Kanpur Apartment Rape Case : बलात्कारी डेयरी मालिक प्रतीक वैश्य केस में पुलिस का खेल, फ्लैट से गिरफ्तारी लिखापढ़ी में दिखाई बिठूर
Kanpur Apartment Rape Case : एसीपी रैंक के अधिकारी ने आरोपी डेयरी मालिक से सहानुभूति भी जताई थी, और कहा था 'चिंता मत करो।' जनज्वार के पास उस एसीपी का नाम भी है। जल्दी ही मय सबूत नकाब उतारा जाएगा...
Kanpur Gulmohar Apartment Case (कानपुर) : कानपुर के कल्याणपुर स्थित गुलमोहर अपार्टमेंट रेप और मर्डर मामले में नया मोड़ सामने आया है। इस सनसनीखेज वारदात को लेकर पुलिसिया लिखापढ़ी में खेल कर दिया गया है। जिसके बाद सवाल उठ रहे हैं कि, कानपुर पुलिस (Kanpur Police) इस मामले को लिखापढ़ी से कमजोर करना चाहती है।
इस मामले में शुरू से ही इस बात की आशंका जताई जा रही थी, क्योंकि गिरफ्तारी के बाद थाने में आरोपी जिस बेखौफ (Fearless) अंदाज में बैठा था उससे लग रहा था कि वह रूपयों की दम पर कार्रवाई को खरीद भी सकता है। और दिख भी यही रहा, मसलन पुलिस ने अपनी लिखापढ़ी में आरोपी डेयरी मालिक की अरेस्टिंग बिठूर तिराहे से दिखाई है, जबकि वह कांड के बाद गुलमोहर अपार्टमेंट से ही पकड़ा गया था।
पुलिस के इस खेल से कांड में सवाल उठ रहे है, कि जब आरोपी अपार्टमेंट से गिरफ्तार हुआ है तो उसकी गिरफ्तारी बिठूर (Bithoor Arresting) से क्यों दिखाई गई। इससे पहले सुनने में आया था की एक एसीपी रैंक के अधिकारी ने आरोपी डेयरी मालिक से सहानुभूति भी जताई थी, और कहा था 'चिंता मत करो।' जनज्वार के पास उस एसीपी का नाम भी है। जल्दी ही मय सबूत नकाब उतारा जाएगा।
गौरतलब है कि, गुलमोहर अपार्टमेंट की दसवीं मंजिल में रहने वाला आरोपी डेयरी मालिक प्रतीक वैश्य 21 सितंबर को अपने फ्लैट पर 19 वर्षीय लड़की को ले गया था। पुलिस ने ही बताया था कि, आरोपी ने फ्लैट के दसवें माले स्थित अपने कमरे में पीड़िता का रेप कर बालकनी से फेंककर मौत के घाट उतार दिया था। वारदात के तुरंत बाद प्रतीक लापता हो गया था।
सर्विंलांस (Servillance) की मदद से ट्रेस करने पर पता चला कि उसका मोबाइल फ्लैट पर ही पड़ा है। एसीपी दिनेश कुमार शुक्ला (ACP Dinesh Kumar Shukla) व कल्याणपुर पुलिस ने आरोपी को फ्लैट से ही दबोचा था। जिसके बाद उसे थाने लाया गया था। लेकिन अब पुलिस ने अपनी लिखापढ़ी में दावा किया है कि आरोपी डेयरी मालिक प्रतीक वैश्य की गिरफ्तारी बिठूर तिराहे से की गई थी। जो पूरी तरह से असत्य है।
पुलिसिया खेल से केस में पड़ सकता है असर
आरोपी डेयरी मालिक प्रतीक वैश्य की गिरफ्तारी के कई वीडियो व फोटो सोशल मीडिया (Social Media) पर पड़े हैं। वायरल हुए सभी वीडियो गुलमोहर अपार्टमेंट के ही हैं। सर्विलांस की लोकेशन भी वहीं की है। इस सबसे साफ है की आरोपी की गिरफ्तारी घटनास्थल से हुई है। पुलिस द्वारा दूसरी जगह गिरफ्तारी दिखाने से केस पर असर पड़ सकता है। क्योंकि साक्ष्य के आधार पर आरोपी का वकील दावा करेगा की वह घटना के समय मौके पर था ही नहीं। फिर गिरफ्तारी कैसे हुई।
पुलिस ने क्या लिखी स्क्रिप्ट?
इंस्पेक्टर कल्याणपुर वीर सिंह का कहना है कि, आरोपी को मौके से हिरासत में लिया गया था। जव वह उसे बिठूर तिराहे पर लेकर पहुँचे तब उसने वारदात कबूल की थी। इसलिए वहीं पर उसकी गिरफ्तारी (Arresting) की गई। यही वजह है कि गिरफ्तारी की जगह लिखापढ़ी में बिठूर तिराहा दर्ज किया गया है। पुलिस की यह कहानी गले से नीचे नहीं उतरती।