Lakhimpur Khiri: जबतक मंत्री व उनके बेटे पर कार्रवाई नहीं तबतक मृत किसानों का अंतिम संस्कार नहीं, टिकैत का एलान

Lakhimpur Khori: इससे पहले किसान नेता राकेश टिकैत सुबह साढे चार बजे के करीब लखीमपुर पहुंच गए थे और उन्होंने लखीमपुर के एक गुरुद्वारे में किसानों की कमेटी के साथ बैठक की..

Update: 2021-10-04 03:11 GMT

किसान नेता टिकैत ने कहा है कि जबतक मंत्री व उनके पुत्र पर कार्रवाई नहीं तबतक अंतिम संस्कार नहीं (phile photo : twitter)

Lakhimpur Khiri: (जनज्वार)। उत्तरप्रदेश के लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई झड़प में आठ लोगों की मौत के बाद मामला बेहद गरमा गया है। लखीमपुर (Lakhimpur Khiri) में किसान रात से धरना दे रहे हैं, इनकी मांग है कि दोषियों पर जब तक कार्रवाई नहीं हो जाती वो धरना जारी रखेगे। वहीं विपक्ष के कई नेताओं के हिरासत में लिए जाने की भी खबर है।

इससे पहले किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) सुबह लगभग साढे चार बजे के करीब लखीमपुर पहुंच गए थे और उन्होंने लखीमपुर के एक गुरुद्वारे में किसानों की कमेटी के साथ बैठक की।

राकेश टिकैत ने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा ( Ajay Mishra)और उनके बेटे आशीष मिश्रा पर केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार करने की मांग की। राकेश टिकैत ने किसानों के साथ बैठक के बाद एलान कर दिया है जब तक कार्रवाई नहीं होती तब तक अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।

इससे पहले रविवार की देर रात लखीमपुर की घटना पर सियासी हलचल उस वक्त तेज हो गई जब कांग्रेस महासचिव व यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) देर रात लखनऊ पहुंचीं। वहां से वह आधी रात ठीक 12 बजे लखीमपुर के लिए निकल गईं।

वहीं, घटना को लेकर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा का बयान भी सामने आया है। उन्होंने कहा, "किसानों के बीच छुपे हुए कुछ उपद्रवी तत्वों ने उनकी (भाजपा कार्यकर्ताओं) गाड़ियों पर पथराव किया, लाठी-डंडे से वार करने शुरू किए। फिर उन्हें खींचकर लाठी-डंडों और तलवारों से मारापीटा, इसके वीडियो भी हमारे पास हैं। उन्होंने गाड़ियों को सड़क से नीचे खाई में धक्का दिया। उन्होंने गाड़ियों में आग लगाई, तोड़फोड़ की।

उन्होंने आगे कहा, "मेरा बेटा कार्यक्रम खत्म होने तक वहीं(कार्यक्रम स्थल) था, उन्होंने जिस तरह से घटनाएं की हैं अगर मेरा बेटा वहां(घटनास्थल पर) होता तो वो उसकी भी पीटकर हत्या कर देते। हमारे कार्यकर्ताओं की दुखद मृत्यु हुई है। हमारे तीन कार्यकर्ता और ड्राइवर मारा गया है। हम इसके खिलाफ एफआईआर कराएंगे, इसमें शामिल सभी लोगों पर धारा 302 का केस लगाया जाएगा।"

बता दें कि लखीमपुर खीरी में हुए बवाल में अब तक आठ लोगों की मौत हो चुकी है। घटनाक्रम के अनुसार रविवार को उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य लखीमपुर खीरी में थे। दोपहर में उनको केंद्रीय राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के गांव बनवीरपुर जाना था। उप मुख्यमंत्री के आने के विरोध में सुबह से ही किसान उतर आए थे।

यूपी के लखीमपुर खीरी में कृषि कानून के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों ने उस हेलीपैड पर कब्‍जा जमा लिया जहां थोड़ी देर बाद डिप्‍टी सीएम केशव मौर्या (Keshav Maurya) और केंद्रीय राज्‍यमंत्री अजय मिश्र टेनी (Ajay Mishra Teni) का हेलीकॉप्‍टर उतरने वाला था। किसानों के इस विरोध के चलते प्रशासनिक अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए।

अधिकारियों ने प्रदर्शन कर रहे किसानों को मनाने की भी तमाम कोशिशें की, लेकिन उन्हें आखिरी तक सफलता नहीं मिल सकी। उनकें हाथों में भारतीय किसान यूनियन के झंडे और काले झंडे भी थे। लखीमपुर खीरी के तिकुनिया स्थित महाराज उग्रसेन इंटर कालेज (Ugrasen Inter College) में यह विरोध प्रदर्शन हुआ है।

तिकुनियां के महाराजा अग्रसेन इंटर कालेज में बनाए गए हेलीपैड पर किसानों ने प्रदर्शन किया। सैकड़ों की संख्या में काले झंडे लेकर किसान वहां मौजूद थे और उप मुख्यमंत्री के विरोध का ऐलान कर रहे थे। इसी बीच बनवीरपुर से निकली भाजपा नेताओं की गाड़ियां किसानों की भीड़ में घुस गईं। वहां किसानों के साथ विवाद हुआ तो गाड़ियों ने किसानों को रौंद दिया।

हादसे में 12 से ज्यादा किसान जख्मी हो गए। इसके बाद आक्रोशित भीड़ ने हादसा करने वाली गाड़ियों में तोड़-फोड़कर आग लगा दी। कार में जो भाजपाई मिला, उसको पीटा। इसके बाद भगदड़ मच गई। किसानों का आक्रोश देखकर पुलिस भी मैदान छोड़कर भाग खड़ी हुई। घटना में कई पत्रकार भी गंभीर जख्मी हो गए। बवाल के बाद पुलिस ने तिकुनिया से पहले ही बैरीकेडिंग लगाकर रोक दिया।

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