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आंदोलन

मोदी जी शर्म बची हो तो लखीमपुर खीरी के 6 किसानों की मौत पर चुप्पी तोड़िए : पत्रकार की ललकार

Janjwar Desk
3 Oct 2021 2:26 PM GMT
मोदी जी शर्म बची हो तो लखीमपुर खीरी के 6 किसानों की मौत पर चुप्पी तोड़िए : पत्रकार की ललकार
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यूपी के लखीमपुर में काला झंडा दिखाकर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का विरोध कर रहे 6 किसानों की मौत पर PM मोदी को पत्रकार की ललकार

Lakhimpur-Kheri violence जनज्वार। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी (Lakhimpur-Kheri) में प्रदर्शन कर रहे किसानों द्वारा काला झंडा दिखाने से गुस्साये मंत्री पुत्र के बेटे द्वारा आज 3 अक्टूबर को आंदोलनकारियों पर SUV चढ़ा दी गयी, जिसमें 6 किसानों की मौत हो चुकी है और कई अन्य घायल हैं।

गौरतलब है कि आज यूपी के लखीमपुर खीरी में केन्द्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी के गांव में होने वाले डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के कार्यक्रम से पहले मंत्री पुत्र ने किसानों को गाड़ी से रौंदा है। खबर के मुताबिक उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को काले झंडे दिखाने के लिए जमा हुए किसानों से पहले पुलिस और भाजपा कार्यकर्ताओं की झड़प हुई तो कुछ किसानों पर सत्ता के मद में अंधे केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी ने गाड़ी चढ़ा दी, जिसमें कई किसान घायल हो गए। इस बवाल के बाद अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है। कहा जा रहा है कि मरने वालों में 3 किसान और 3 अन्य लोग शामिल हैं।

इस घटना पर रोष व्यक्त करते हुए वरिष्ठ पत्रकार विनोद कापड़ी ने ट्वीट किया है, 'उत्तरप्रदेश में 6 किसान मारे गए हैं @narendramodi जी 6 किसान .. 6 किसान समझते हैं ना आप? आपके मंत्री के बेटे पर किसानों को कुचलने का आरोप है। आँखों में थोड़ी शर्म बाक़ी है तो प्रधानमंत्री की तरह बर्ताव कीजिए। कम से कम 6 मौत पर तो चुप्पी तोड़िए।'

संयुक्त किसान मोर्चा के बयान के मुताबिक़,लखीमपुर खीरी में तीन किसानों की मौत हुई है। एक किसान की मौत गोली लगने से हुई। मीडिया में आ रही जानकारी के अनुसार गाड़ी चढ़ाए जाने से आक्रोशित किसानों ने अजय मिश्र के बेटे की दो कारें फूंक दी हैं।

यूपी के वरिष्ठ पत्रकार ब्रजेश मिश्रा ने कहा, 'लखीमपुर, लहूलुहान है। हिंसा का तांडव हुआ। कई किसान मारे गए। बहुत सारे ज़ख़्मी हैं। सड़कों पर खून है। खीरी और आसपास, हर तरफ तनाव है। जिनके ऊपर माहौल को शांत रखने का जिम्मा था, उन्होंने ही आग लगाने का काम किया। भड़काऊ भाषण वाले मंत्री और उनके आरोपी बेटे ने यूपी में कांड कर दिया।'

मोदी सरकार के प्रमुख आलोचकों में शामिल हिंदी के वरिष्ठ पत्रकार र​वीश कुमार लखीमपुर खीरी के किसान नरसंहार पर कहते हैं, 'लोकतंत्र की माँ भारत में किस तंत्र के प्रभाव में किसानों पर गाड़ी चलाई जा रही है? गोदी मीडिया की हिंसक भाषा की गाड़ी रोज़ किसानों को कुचलती है। सर फोड़ने की भाषा अफ़सर की और देख लेने की भाषा मंत्री की। हिंसा सोच से भाषा में और भाषा से कार्य में आ जाती है। हिंसा की भाषा से बचिए।'

लखीमपुर खीरी नरसंहार पर कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने ट्वीट किया है, 'जो लोग किसानों के आंदोलन को नहीं कुचल पाए, अब किसान भाइयों को कुचलने पर उतारू है। यूपी के लखीमपुर खीरी में जो हुआ, वो दर्शाता है कि सत्ता धारी दल को हिंसा से भी परहेज़ नहीं है। इस घटना की जितनी निंदा की जाए उतनी कम है। किसान की आवाज़ ना पहले दबी थी और ना ही अब दबेगी।'

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