Lakhimpur Khiri : गोरखपुर के बाद लखीमपुर, सत्ता का नशा कहीं BJP के मिशन 2022 में लकड़ी न बन जाए, रणनीति में जुटे किसान
(लखीमपुर खीरी में गृह राज्यमंत्री के सुपुत्र ने किसानों को कार से रौंदा)
Lakhimpur Khiri (जनज्वार) : भारतीय जनता पार्टी (BJP) के लिए होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए मुश्किल खड़ी होती जा रही है। उसपर लखीमपुर खीरी हादसे में किसानों की मौत और बावल ने माथे पर कहीं न कहीं शिकन भी पैदा कर दी है। घटना के बाद नाराज किसानों ने गाड़ियों को फूंक दिया साथ ही आगे के आंदोलन को धार देने की तैयारी में लग गये हैं। लेकिन उस सबसे पहले यह फजीहत झेलनी है जो लखीमपुर में खड़ी हो गई।
लखीमपुर खीरी में भारी बवाल. BJP समर्थकों ने किसानों पर चढ़ाई कार. कई किसान घायल. घटना से आक्रोशित किसानों ने तीन गाड़ियों को लगाई आग. बढ़ सकता है बवाल. केशव मौर्य और केंद्रीय मंत्री टेनी का था कार्यक्रम. @samajwadiparty @MediaCellSP @yadavakhilesh pic.twitter.com/pZIbIKCqr1
— Janjwar Media (@janjwar_com) October 3, 2021
दरअसल, बनबीरपुर में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का कार्यक्रम होना था। इससे पहले बड़ा बवाल हो गया। तिकुनिया में काले झंडे दिखाने के लिए खड़े किसानों की बीजेपी नेताओं से झड़प हो गई। आरोप है कि इसी दौरान प्रदर्शन कर रहे किसानों पर बीजेपी गृह राज्यमंत्री के पुत्र ने गाड़ी चढ़ा दी। जिसमें कई किसान घायल हो गए। हादसे के बाद आक्रोशित किसानों ने गाड़ियों में आग लगा दी।
बता दें कि, केशव प्रसाद मौर्य को लखीमपुर-खीरी में कुछ परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करना था। इसके बाद उन्हें केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्र के पैतृक गांव बनबीरपुर भी जाना था। डिप्टी सीएम के कार्यक्रम की जानकारी मिलने पर किसान नेता काले झंडे दिखाने के लिए इकट्ठा हुए थे। हालांकि केशव प्रसाद मौर्य के पहुंचने से पहले ही बवाल हो गया।
सत्ता के नशे में चूर भाजपा
ये मैसेज साफ-साफ पहुंचाया गया कि भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने किसानों को जानबूझकर गाड़ियों से रौंदा। ये सभी सत्ता के नशे में चूर हैं। आम-आदमी को ये लोग कुछ समझते ही नहीं है। मामला सत्ताधारी दल से जुड़ा है तो प्रशासन के लोग भी कुछ बोलने से बच रहे हैं। वहीं, भारतीय किसान यूनियन ने दावा किया है कि हादसे में तीन किसानों की मौत हुई है। मगर जिला प्रशासन ने अभी पुष्टि नहीं की है। भारतीय किसान यूनियन ने ट्वीट कर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष टेनी पर गाड़ी चढ़ाने का आरोप लगाया है। किसान नेता राकेश टिकैत गाजीपुर से लखीमपुर-खीरी में कैंप करनेवाले हैं। अब यहीं पर आगे की रणनीति तैयार की जाएगी।
25 सितंबर को दिया था टेनी ने भड़काऊ बयान
.@verified @TwitterIndia @Twitter @TwitterSafety Please suspend @ajaymishrteni handle for safety reasons. Few days back he openly threatened farmers & today 6 peacefully protesting farmers hv been killed by his son.#Lakhimpur #BJP_KillerOfFarmers
— Dhillon (ਭਗਤਾ ਦਾ ਜੀਜਾ) (@davinder_7) October 3, 2021
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केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी लखीमपुर से सांसद हैं। अजय मिश्र टेनी ने कुछ दिनों पहले मंच से किसानों को लेकर विवादित बयान दिया था। जिसके बाद से उनका विरोध हो रहा है। सांसद कहते हैं कि 'जो किसान प्रदर्शन कर रहे हैं, अगर मैं पहुंच गया होता तो भागने का रास्ता नहीं मिलता। लोग जानते हैं कि विधायक, सांसद बनने से पहले मैं क्या था। जिस चुनौती को स्वीकार कर लेता हूं, उसे पूरा करके ही दम लेता हूं। सुधर जाओ...नहीं तो 2 मिनट का वक्त लगेगा। जो कुछ लोग अंधेरे में प्रदर्शन कर रहे हैं, वे मुझसे मदद मांगा करते थे।' अजय मिश्र टेनी के इस बयान के बाद से ही किसान इनके खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं।
मिशन यूपी से पहले झटके पर झटका
एक तरफ 'मिशन यूपी' पर जुटे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ किसान आंदोलन का काट ढूंढने में जुटे हैं। इसी बीच लखीमपुर में ये हादसा हो गया। वेस्ट यूपी के सात जिलों के लिए सीएम ने सरकारी खजाना खोल दिया है। सीएम योगी का प्लान है कि 2017 में हारी बाजी को 2022 की जीत में बदला जाए। 2017 में बीजेपी ने 325 सीट जीती थी। वेस्ट यूपी की 14 जिलों की 71 में से 54 सीटों पर बीजेपी विजयी रही थी। इस बार 350 सीट जीतने का लक्ष्य है।
पार्टी का पहला फोकस यूपी की कुल 80 सीटों और वेस्ट यूपी की 17 सीटों पर है। जहां पिछली बार पार्टी हार गई थी। 2017 के अपने विनिंग फॉर्म्युले को धार देने में पार्टी जुटी है। वेस्ट यूपी के अलीगढ़ में राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय का शिलान्यास कर जाट समुदाय को साधने की कोशिश की। अब गुर्जरों की राजधानी कहे जाने वाले गौतम बुद्ध नगर जिले के दादरी में उनके सम्राट मिहिर भोज पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज में गुर्जर सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा का अनावरण कर गुर्जरों को साधने की गुगली फेंकी। लेकिन गोरखपुर मनीष गुप्ता कांड के तुरत बाद अब लखीमपुर कांड में भाजपा को डैमेज कंट्रोल में मुश्किल आने वाली है।