Lakhimpur Khiri: किसानों के पक्ष में उतरे BJP सांसद वरुण गांधी, मुआवजा व 302 के तहत मुकदमा की उठाई मांग
Lakhimpur khiri: पत्र में किसानों के हक में आवाज उठाई गई है और मामला CBI को सौंपने की गुजारिश है, पत्र में कहा गया है कि संलिप्त संदिग्धों को तत्काल चिन्हित कर आईपीसी की धारा 302 के तहत हत्या का मुकदमा दर्ज होना चाहिए..
Lakhimpur Khiri : (जनज्वार)। लखीमपुर खीरी घटना को लेकर उत्तरप्रदेश से बीजेपी के सांसद वरुण (Varun Gandhi) गांधी किसानों के पक्ष में उतर गए हैं। वरुण गांधी ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को एक पत्र लिख दोषियों पर धारा 302 के तहत कार्रवाई तथा मृत किसानों के मुआवजे (Comapansesion) की मांग दी है। साथ ही उन्होंने यूपी सरकार और सीएम योगी आदित्यनाथ को सलाह भी दी है।
उनके इस पत्र में किसानों के हक में आवाज उठाई गई है और मामला CBI को सौंपने की गुजारिश हुई है। पत्र में कहा गया है कि संलिप्त संदिग्धों को तत्काल चिन्हित कर आईपीसी की धारा 302 के तहत हत्या का मुकदमा दर्ज होना चाहिए।
बीजेपी सांसद वरुण गाधी ने सीएम योगी (CM Yogi Adityanath) को लिखे पत्र में कहा है कि लखीमपुर खीरी में विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों को निर्दयतापूर्वक कुचलने की जो हृदय विदारक घटना हुई है, उससे सारे देश के नागरिकों में एक पीड़ा और रोष है।
इस घटना से एक दिन पहले ही देश ने अंहिसा के पुजारी महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) जी की जयंती मनाई थी। अगले ही दिन लखीमपुर खीरी में हमारे अन्नदाताओं की जिस घटनाक्रम में हत्या की गई वह किसी भी सभ्य समाज में अक्षम्य हैं।
वरुण गांधी ने लिखा है कि आन्दोलनकारी किसान भाई हमारे अपने नागरिक हैं। यदि कुछ मुद्दों को लेकर किसान भाई पीड़ित हैं और अपने लोकतांत्रिक अधिकारों के तहत विरोध प्रर्दशन कर रहें हैं तो हमें उनके साथ बड़े ही संयम एवं धैर्य के साथ बर्ताव करना चाहिए।
बीजेपी सांसद वरुण गाधी ने सीएम योगी को लिखे पत्र में कहा है कि लखीमपुर खीरी में विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों को निर्दयतापूर्वक कुचलने की जो हृदय विदारक घटना हुई है, उससे सारे देश के नागरिकों में एक पीड़ा और रोष है। इस घटना से एक दिन पहले ही देश ने अंहिसा के पुजारी महात्मा गांधी जी की जयंती मनाई थी।
अगले ही दिन लखीमपुर खीरी (Lakhimpur khiri) में हमारे अन्नदाताओं की जिस घटनाक्रम में हत्या की गई वह किसी भी सभ्य समाज में अक्षम्य हैं। आन्दोलनकारी किसान भाई हमारे अपने नागरिक हैं। यदि कुछ मुद्दों को लेकर किसान भाई पीड़ित हैं और अपने लोकतांत्रिक अधिकारों के तहत विरोध प्रर्दशन कर रहें हैं तो हमें उनके साथ बड़े ही संयम एवं धैर्य के साथ बर्ताव करना चाहिए।
उन्होंने लिखा, "लखीमपुर खीरी की हृदय-विदारक घटना में शहीद हुए किसानों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ। इस प्रकरण में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जी से सख्त कार्यवाही करने का निवेदन करता हूँ।
वरुण गांधी ने आगे लिखा कि किसान अगर लोकतांत्रिक अधिकारों के तहत विरोध-प्रर्दशन (Protest) कर रहें हैं तो सरकार को बड़े ही संयम एवं धैर्य के साथ बर्ताव करना चाहिए। बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने सीएम योगी आदित्यनाथ को लिखे पत्र में कहा है कि हमें हर हाल में अपने किसानों के साथ केवल और केवल गांधीवादी व लोकतांत्रिक तरीके से कानून के दायरे में ही संवेदनशीलता के साथ पेश आना चाहिए।
उन्होंने लिखा, "इस घटना में शहीद हुए किसान भाइयों को श्रद्धांजलि देते हुए मैं उनके परिजनों के प्रति अपनी शोक संवेदनाएं प्रकट करता हूं। मेरा आपसे निवेदन है कि इस घटना में संलिप्त तमाम संदिग्धों को तत्काल चिन्हित कर आईपीसी की धारा 302 के तहत हत्या का मुकदमा कायम कर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। लखीमपुर खीरी की हृदय-विदारक घटना में शहीद हुए किसानों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ। इस प्रकरण में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जी से सख्त कार्यवाही करने का निवेदन करता हूँ।"
बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने सीएम योगी आदित्यनाथ को लिखे पत्र में कहा है कि हमें हर हाल में अपने किसानों के साथ केवल और केवल गांधीवादी व लोकतांत्रिक तरीके से कानून के दायरे में ही संवेदनशीलता के साथ पेश आना चाहिए।
इस घटना में शहीद हुए किसान भाइयों को श्रद्धांजलि देते हुए मैं उनके परिजनों के प्रति अपनी शोक संवेदनाएं प्रकट करता हूं। मेरा आपसे निवेदन है कि इस घटना में संलिप्त तमाम संदिग्धों को तत्काल चिन्हित कर आईपीसी की धारा 302 के तहत हत्या का मुकदमा कायम कर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर में रविवार को हुई हिंसक झड़प में चार किसान समेत कुल आठ लोगों की मौत हो गई। इस घटना के बाद से ही सभी विपक्षी पार्टियों के नेता कल रात से लखीमपुर खीरी पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि अभी तक कोई कामयाब नहीं हो सका।
किसानों का आरोप है कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र के बेटे आशीष मिश्र ने प्रदर्शन कर रहे किसानों पर कथित तौर पर गाड़ी चढ़ा दी। ये किसान डिप्टी CM केशव प्रसाद मौर्य का विरोध कर रहे थे।इस घटना में 8 लोगों की मौत हो गई।
लखीमपुर खीरी के ASP अरुण कुमार सिंह ने 8 मौतों की पुष्टि की है, जिनमें 4 किसान थे और बाकी 4 या तो उस गाड़ी में सवार थे, जिसने किसानों को कुचला था या मंत्री के काफिले में शामिल दूसरी गाड़ियों में बैठे थे। घटना के बाद गुस्साए किसानों ने 2 गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया।
जानकारी के मुताबिक, केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र और UP के डिप्टी CM केशव मौर्य एक कार्यक्रम के लिए लखीमपुर खीरी पहुंचे थे। जब इसकी जानकारी कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों को लगी, तो वे हेलिपैड पर पहुंच गए। किसानों ने रविवार सुबह 8 बजे ही हेलिपैड पर कब्जा कर लिया था।
इसके बाद, दोपहर करीब 2.45 बजे सड़क के रास्ते मिश्र और मौर्य का काफिला तिकोनिया चौराहे से गुजरा, तो किसान उन्हें काले झंडे दिखाने दौड़ पड़े, जहां यह बड़ी हिंसा हो गई।