Nagaland firing news : नगालैंड में आम लोगों की मौत से तनाव, गुस्साए लोगों का कैंप पर हमला, जानें 10 बड़ी बातें

Nagaland firing news : 13 ग्रामीणों की मौत और एक जवान के शहीद होने के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है। नाराज प्रदर्शनकारियों ने असम रायफल्स के कैंप का घेराव किया और कैंप के अंदर घुस गए। साथ ही आगजनी की घटनाओं को भी अंजाम दिया।

Update: 2021-12-05 15:21 GMT

Nagaland firing news : नगालैंड के मोन जिले में सुरक्षाबलों की आतंकवाद विरोधी अभियान में 13 ग्रामीणों की मौत और एक जवान के शहीद होने के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है। नाराज प्रदर्शनकारियों ने असम रायफल्स के कैंप का घेराव किया और कैंप के अंदर घुस गए। साथ ही आगजनी की घटनाओं को भी अंजाम दिया। घटना के बाद से नागालैंड में तनाव की स्थिति है। इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस घटना पर गहरी संवेदना जताई है। नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफियू रियो ने राज्य में "नागरिकों की हत्या" को "दुर्भाग्यपूर्ण घटना" करार दिया है। उन्होंने इस पर दुख व्यक्त किया है। साथ ही उच्च स्तरीय विशेष जांच दल से जांच के आदेश भी दिए हैं।

Nagaland firing news : शांति बनाए रखने के प्रयासों के बावजूद स्थिति गंभीर है। जानिए नगालैंड के घटनाक्रम की 10 बड़ी बातें :

1. नगालैंड के मोन जिले में सुरक्षाबलों की आतंक रोधी कार्रवाई में मरने वालों की संख्या 14 हो गई है। असम रायफल्स के कैंप को घेरने वाले प्रदर्शनकारियों से बचाव के लिए आत्मरक्षा में जवानों ने गोलियां चलाई। इसमें एक नागरिक की मौत हुई है। जबकि पहले गलत सुरक्षा ऑपरेशन और हिंसक भीड़ को काबू करने के दौरान 13 लोग मारे जा चुके हैं। एक जवान की भी मौत हुई है। उग्रवादियों की गतिविधियों की एक गुप्त सूचना मिलने के बाद सेना ने शनिवार दोपहर को ओटिंग गांव के निकट मुठभेड़ की तैयारी की थी।

2. आम नागरिकों की हत्या से नाराज भीड़ की ओर से पत्थरबाजी भी की गई। नागरिकों की हत्या आत्मरक्षा में भीड़ को खदेड़ने के लिए हवा में फायरिंग की गई। भारत और म्यांमार से लगी सीमा पर ये घटना हुई। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि एसआईटी इस मामले की जांच करेगी। सेना ने इस मामले में कोर्ट ऑफ इनक्वायरी का आदेश दिया है।

3. सेना ने म्यांमार की सीमा से लगे नगालैंड के मोन जिले के ओटिंग गांव में एक सुरक्षाबलों के अभियान में "दुर्भाग्यपूर्ण तरीके" से नागरिकों की मौत पर गहरा खेद व्यक्त किया है और कहा कि मामले की "उच्चतम स्तर" पर जांच की जाएगी।

4. सेना ने कहा कि इस ऑपरेशन में एक जवान की भी मौत हुई है। मोन क्षेत्र नागा समूह NSCN(K) और उल्फा का गढ़ रहा है। यह घटना ऐसे वक्त में हुई है, जब राज्य "हॉर्नबिल फेस्टिवल" मनाने जा रहा है और कई राजनयिक पहले से ही इस क्षेत्र में मौजूद हैं। सुरक्षाबलों ने तिरु-ओटिंग रोड पर एक वाहन पर फायरिंग की जिसमें ग्रामीण सवार थे। इस गोलीबारी में छह ग्रामीण मारे गए। घायलों को अस्पताल ले जाया गया, जिनमें से दो अन्य की इलाज के दौरान मौत हो गई।

5. घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोगों ने सुरक्षाबलों को घेर लिया। पुलिस सूत्रों के मुताबिक भीड़ के धावे के बीच आत्मरक्षा में सुरक्षाबलों ने गोलियां चलाईं, जिसमें पांच अन्य ग्रामीण मारे गए और छह घायल हो गए। इसमें एक जवान की भी मौत हो गई। सुरक्षाबलों के तीन वाहनों में भी आग लगा दी गई।

6. शाम के वक्त मोन जिले में हालात औऱ तनावपूर्ण हो गए जब गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने असम रायफल्स (Assam rifles) के कैंप को घेर लिया। प्रदर्शनकारी कैंप में घुस गए और उसके कुछ हिस्से में आग लगा दी। सेना ने एक बयान में कहा कि उग्रवादियों की गतिविधियों की सटीक खुफिया सूचना के आधार पर मोन जिले के तिरु में विशेष ऑपरेशन की योजना बनाई गई थी। लेकिन इसके बाद जो घटना हुई, वो बेहद खेदजनक है।

7. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया कि नगालैंड के ओटिंग में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना बेहद पीड़ादायक है। मैं मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी शोक संवेदना व्यक्त करता हूं। राज्य सरकार ने एक उच्चस्तरीय एसआईटी बनाकर गहनता से जांच कराने का निर्णय़ किया है, ताकि पीड़ित परिवारों को न्याय मिल सके।

8. नगालैंड के मुख्यमंत्री नेफियू रियो ने ट्वीट कर कहा कि मोन के ओटिंग में नागरिकों की मौत की दुर्भाग्यपूर्ण घटना निंदनीय है। पीड़ित परिवारों के प्रति मैं गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। एसआईटी जांच पूरी कर इस मामले में इंसाफ करेगी।

9. मुख्यमंत्री नेफियू रियो ने सभी लोगों से शांति एवं संयम बरतने की अपील की है। दिल्ली से लौट रहे रियो कैबिनेट बैठक बुला सकते हैं। मोन जिलों में अफवाहों को रोकने के लिए मोबाइल इंटरनेट और एसएमएस सेवा रोक दी गई है।

10. मोन जिला NSCN(K) का गढ़ रहा है। उल्फा का भी यहां प्रभाव रहा है। इस घटना में कई लोगों को गंवाने वाली कोनयाक समुदाय ने त्योहार में आगे किसी भी कार्यक्रम में भाग लेने से मना कर दिया है। छह अन्य जातीय समूहों ने आयोजन में शामिल होने से मना कर दिया है।

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