साइबर ठगों की नई खोज - मोदी, सेना प्रमुख, सीबीआई के नाम का लेटर लिख खाताधारकों के उड़ा रहे रुपये

अगर कोई व्यक्ति इन जालसाजों से सवाल करता है तो उसे एक वीडियो भेजते हैं। इस वीडियो में ऐसा दिखाया जाता है कि जिस व्यक्ति को जाल में फंसाया जाता है उसका मोबाइल नंबर स्क्रीन पर डिस्प्ले होता है .....

Update: 2021-09-11 10:35 GMT

रिटायर्ड टीचर के साथ ठगी 

मोना सिंह की रिपोर्ट

जनज्वार। केबीसी (KBC) यानी कौन बनेगा करोड़पति कार्यक्रम ना जाने कितने लोगों के लखपती या करोड़पति बनने के सपने को साकार करता है। लेकिन इसी केबीसी के नाम पर रोजाना काफी संख्या में लोगों से मेहनत की कमाई पलभर में ठग भी ली जाती है। दरअसल, साइबर क्रिमिनल (Cyber Criminals) लोगों को केबीसी में लाखों रुपये जीतने का लालच दिखाकर ठगी को अंजाम देते हैं।

पहले सिर्फ कॉल या मैसेज कर लालच देते थे लेकिन अब ये साइबर ठग हाईटेक तरीके अपना रहे हैं। ये ना सिर्फ फिल्म अभिनेता अमिताभ बच्चन बल्कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के फोटो, सेना प्रमुख (Army Chief) और सीबीआई (CBI) के नाम पर फर्जी लेटर  (Fake Letter) बनाकर गलत तरीके से इस्तेमाल करके लोगों के वॉट्सऐप (WhatsApp) पर मैसेज भेज रहे हैं। इस तरह लोगों का भरोसा जीतकर उन्हें पहले केबीसी में 25 लाख रुपये जीतने का लालच देते हैं।

अगर कोई व्यक्ति इन जालसाजों से सवाल करता है तो उसे एक वीडियो भेजते हैं। इस वीडियो में ऐसा दिखाया जाता है कि जिस व्यक्ति को जाल में फंसाया जाता है उसका मोबाइल नंबर स्क्रीन पर डिस्प्ले होता है और पास में अमिताभ बच्चन खड़े होते हैं। इस तरह लोगों का भरोसा फिर से पूरा हो जाता है और जालसाज की बातों में आकर फंसते चले जाते हैं। इसके बाद जालसाज 25 लाख रुपये ट्रांसफर करने के लिए आधार कार्ड, पैन कार्ड और बैंक डिटेल्स मांग लेते हैं।

आखिर में अचानक कहते हैं कि एक साथ 25 लाख रुपये ट्रांसफर नहीं कर सकते हैं क्योकि इस पर टैक्स के रूप में 10 हजार रुपये पहले आपको हमारे पास भेजने होंगे। ये जालसाज पहले 5 हजार या 10 हजार रुपये मांगते हैं। कोई भी व्यक्ति 25 लाख रुपये मिलने के लालच में ये रकम जालसाजों के खाते में ट्रांसफर कर देता है। जो व्यक्ति एक बार ये पैसे ट्रांसफर कर देता है फिर साइबर ठग उससे नए-नए तरीके से पैसे ठगते चले जाते हैं और फिर कई लाख रुपये ठग लेते हैं। इस तरह केबीसी में 25 लाख रुपये जीतने का सपना दिखाकर पीड़ित व्यक्ति को मिलते तो 1 रुपये नहीं हैं बल्कि उससे लाखों रुपये जरूर ठग लिए जाते हैं।

ज्यादा पढ़े-लिखे लोगों से भी हो रही है ठगी

हाल ही में इस गैंग का शिकार राजस्थान के श्रीगंगानगर की ऑफिसर कॉलोनी में रहने वाली वरिष्ठ नागरिक महिला शीलू शेखावत और उनका बेटा संदीप शेखावत हुए। इनका परिवार काफी पढ़ा-लिखा है। शीलू शेखावत ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उनके पास ठगों ने तरह-तरह के लेटर भेजे थे। जिसमें थल सेना अध्यक्ष एमएम नरवाने के नाम से आर्मी का पहचान पत्र, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हस्ताक्षर और सीबीआई के नाम से तैयार पत्र भी थे। पीड़ित परिवार ने बताया कि पहले तो केबीसी के होस्ट अमिताभ बच्चन के हस्ताक्षर से लॉटरी की रकम जारी का मैसेज आया था। इसके बाद उनका किया हुआ एक चेक और लेटर भी हमें मिला था। इससे उन पर भरोसा हो गया।

इसी के बाद उन जालसाजों ने 25 लाख रुपये भेजने के नाम पर टैक्स के रूप में पहले 27200 रुपये मांगे। इसके बाद तरह-तरह से लालच देकर लाखों रुपये ठग लिए। साइबर ठगों के जाल में जब शेखावत परिवार फंस गया तब ये ठग उन्हें देशद्रोह के मामले में गिरफ्तार कराने की धमकी देने लगे। इस धमकी के जरिए परिवार से कुल 30 लाख 64 हजार रुपये ठग लिए गए। पीड़ित संदीप शेखावत ने बताया कि अप्रैल 2021 में पहली बार जालसाजों ने 25 लाख रुपये जीतने का लालच दिया था। इसके बाद आकाश वर्मा नाम के शख्स ने फोन कर कहा था कि वो अमिताभ बच्चन के कौन बनेगा करोड़पति शो का प्रोग्राम मैनेजर बोल रहा है। इस तरह उसने पूरी तरह से भरोसा जीतकर ठगी को अंजाम दिया।

वॉट्सऐप कॉल से ही करते हैं संपर्क

ये जालसाज जानबूझकर वॉट्सऐप कॉल के जरिए संपर्क करते हैं। क्योंकि इंटरनेट से वर्चुअल नंबर तैयार करते हैं और फिर उसी नंबर से वॉट्सऐप कॉलिंग करते हैं। वर्चुअल नंबर को किसी भी देश के कोड से तैयार किया जा सकता है। इसीलिए कई बार ये पाकिस्तान के कोड +92 के नंबर से भी बनाकर कॉल करते हैं। ये ठग जानबूझकर अपने वॉट्सऐप फोटो में केबीसी सेट की पिक्चर लगाते हैं। या फिर अमिताभ बच्चन के साथ कोई फोटो को जोड़कर उसे भी अपने प्रोफाइल फोटो में लगा लेते हैं जिससे लोग झांसे में आ जाते हैं।

इन बातों का ध्यान रखें-

  • केबीसी की तरफ से खुद किसी को मैसेज या कॉल कर इनाम जीतने का लालच नहीं दिया जाता है।
  • केबीसी में शामिल होने के लिए शो के दौरान दिखाए नंबर या ऑफिशियल वेबसाइट से सूचना मिलती है।
  • कुल मिलाकर ये समझ लीजिए जब तक आप खुद केबीसी में संपर्क नहीं करते तब तक कुछ नहीं होता है।
  • इसलिए अगर कोई मैसेज या कोई कॉल कर इनाम जीतने का लालच दे तो समझ जाइए कि वो फ्रॉड है।
  • आप खुद सोचिए कि 25 लाख रुपये जीतने के बाद कोई आपसे टैक्स के रूप में पैसे क्यों मंगाएगा।
  • केबीसी में हमेशा जीती हुई रकम में से ही टैक्स के पैसे काट लिए जाते हैं और फिर चेक दे दिए जाते हैं।
  • इसलिए किसी भी तरह की कॉल पर लालच देकर टैक्स या दूसरे बहाने पैसे मांगे तो समझ जाएं वो फ्रॉड है।
  • ये साइबर ठग फोटो शॉप पर एडिटिंग और कंप्यूटर पर केबीसी का वीडियो चलाकर लोगों को झांसे में लेते हैं।
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