नोबेल पुरस्कार विजेता और सामाजिक कार्यकर्ता Malala Yousafzai ने रचाई शादी, दुनियाभर के लोगों से की ये अपील
साल 2012 में तालिबानी आतंकियों के हमले के बाद चर्चा में आई मलाला यूसुफजई ने अपनी शादी की घोषणा कर सबको चौंका दिया है। वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कन्या शिक्षा और महिला अधिकार की मुखर प्रवक्ता के रूप में जानी जाती हैं। वह सबसे कम्र उम्र की नोबेल शांति पुरस्कार विजेता भी हैं।
नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तालिबान के खिलाफ ख्याति प्राप्त करने वाली सामाजिक कार्यकर्ता और नोबेल पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई ( Nobel laureate and social worker Malala Yousafzai ) ने एक अहम घोषणा कर सबको चौंका दिया है। उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर एक ट्विट कर बताया है कि अब वह एक विवाहित महिला हैं। 24 वर्षीय मलाला ( Malala ) ने मंगलवार को अपने निकाह ( Nikah ) समारोह की तस्वीरें अपने ट्विटर हैंडल पर पोस्ट कीं। यह समारोह यूनाइटेड किंगडम के बर्मिंघम शहर में आयोजित किया गया था।
आज का दिन अनमोल है
मलाला यूसुफजई ( Malala Yousafzai ) ने अपने ट्विट में लिखा है - आज का दिन मेरे जीवन में एक अनमोल दिन है। असर और मैं जीवनभर एक-दूसरे का साथ देने के लिए शादी के बंधन में बंध गए हैं। हमने बर्मिंघम में अपने परिवारों के साथ घर पर एक छोटा निकाह समारोह का आयोजन किया। कृपया, हमारे लिए दुआ करें। हम एक साथ चलने के लिए उत्साहित हैं।
पति के बारे में नहीं दी जानकारी
यूसुफजई ने अपने पति के बारे में अपने पहले नाम के अलावा और कोई जानकारी नहीं दी। कई सोशल मीडिया यूजर्स ने उनकी पहचान लाहौर शहर के पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के हाई परफॉर्मेंस सेंटर के महाप्रबंधक असर मलिक के रूप में की है।
कन्या शिक्षा और महिला अधिकार की मुखर प्रवक्ता
करीब एक दशक पहले तालिबान ( Taliban ) फरमान के खिलाफ कन्या शिक्षा को पाकिस्तान में बढ़ावा देने के लिए एक सशक्त चेहरा बनकर सामने आई थींं। उनके इस पहल से नाराज तालिबानी आतंकियों ने 2012 में 15 साल की उम्र में उनपर जानलेवा हमला किया था। तालिबान बंदूकधारियों ने उनके सिर में गोली मारी थी। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तत्काल मिले सहयोग की वजह से उनकी जान बच गईं। उसके बाद से मलाला लड़कियों और महिलाओं के अधिकारों की वकालत करने में अपने व्यक्तिगत साहस और वाक्पटुता के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर चर्चित हैं।
सबसे कम उम्र की नोबेल शांति पुरस्कार विजेता
2014 में वह 17 साल की उम्र में सबसे कम उम्र की नोबेल शांति पुरस्कार ( Nobel laureate ) विजेता बनीं। 2018 में उन्होंने ऐप्पल न्यूज़ पर उपलब्ध लड़कियों और युवतियों के लिए एक डिजिटल प्रकाशन असेंबली लॉन्च की। उन्होंने पिछले साल जून में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से दर्शनशास्त्र, राजनीति और अर्थशास्त्र में डिग्री हासिल की थी।