बीजेपी-सीपीएम संघर्ष में पार्टी दफ्तरों पर हमले व वाहन फूंके, CPM का आरोप- पार्टी ऑफिस जला दिया
सीपीएम का राज्य मुख्यालय अगरतला स्थित कार्यालय को भी निशाना बनाया गया है, पुलिस ने स्थिति को काबू में करने के लिए बल का प्रयोग किया, दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर हिंसा में शामिल होने का आरोप लगाया है..
जनज्वार। त्रिपुरा के दो गाँव में बीजेपी और CPM समर्थकों के बीच झड़प के बाद अब हिंसा की कई घटनाएं होने की खबर है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हिंसा की आंच राज्य की राजधानी अगरतला सहित कई जगहों पर पहुँच गई है। पार्टी कार्यालयों को निशाना बनाए जाने की सूचना है तो वहीं तोड़फोड़ और वाहनों में आग लगा दिए जाने की भी खबर है। हिंसा में क़रीब 10 लोग घायल भी हुए हैं।
सीपीएम का राज्य मुख्यालय अगरतला स्थित कार्यालय को भी निशाना बनाया गया है। पुलिस ने स्थिति को काबू में करने के लिए बल का प्रयोग किया। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर हिंसा में शामिल होने का आरोप लगाया है। सीपीएम ने आरोप लगाया है कि पूर्व मुख्यमंत्री दशरथ देब की मूर्ति को बीजेपी के समर्थकों ने तोड़ दिया है।
इस हिंसा को लेकर सीपीएम ने एक के बाद एक कई ट्वीट किए हैं। उसने उसमें कुछ वीडियो भी ट्वीट किये हैं। एक ट्वीट में इसने लिखा है, 'नीचे के वीडियो में दिखता है कि कैसे बीजेपी की भीड़ ने अगरतला में राज्य पार्टी कार्यालय पर हमला किया। राज्य में बीजेपी को बेनकाब करने वाली आवाज़ों से वह डरी हुई है और इसलिए आतंक का सहारा ले रही है।'
इसके अलावा सीपीएम ने कुछ और वीडियो शेयर किए हैं और आरोप लगाया है कि बीजेपी समर्थकों ने हिंसा की। एक वीडियो में दिखता है कि विशालगढ़ में सीपीएम के दफ़्तर में आग लगी हुई है। एक वीडियो को शेयर करते हुए पार्टी ने दावा किया है कि त्रिपुरा में पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं के घरों को भी निशाना बनाया गया है। वीडियो में तोड़फोड़ के बाद के हालात दिखते हैं।
त्रिपुरा के सिपाहीजाला जिले के दो गांवों में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) और मुख्य विपक्षी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के समर्थकों के बीच झड़प के बाद बीते बुधवार को राजधानी अगरतला सहित चार और स्थानों पर ताजा हिंसा और आगजनी की सूचना है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, "पूर्ण मूल्यांकन किया जाना बाकी है। अगरतला में तीन कारों और कुछ मोटरसाइकिलों सहित लगभग छह वाहन जलाए गए हैं। अधिकारी ने बताया, "बिशालगढ़ और हापनिया में राजनीतिक पार्टी के कार्यालय जलाए गए। उदयपुर में एक पार्टी कार्यालय पर हमला हुआ। वहां एक युवक की पहचान माफिज मियां के रूप में हुई है। घटना में एक मामला दर्ज किया गया है और दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है।"
रिपोर्ट्स के अनुसार, झड़प के दौरान, स्थानीय अखबार प्रतिवादी कलम और सीपीएम का मुखपत्र डेली देशेर कथा के कार्यालय और स्थानीय टीवी चैनल पीबी 24 को भी निशाना बनाया गया।
इस बीच माकपा ने आरोप लगाया कि वामपंथी युवा समर्थक उदयपुर में सड़क जाम कर रहे थे जब भाजपा समर्थकों ने उन पर हमला किया। पार्टी ने आरोप लगाया कि विशालगढ़ में भाजपा कार्यकर्ताओं के एक समूह ने खाली सीपीएम जिला मुख्यालय को निशाना बनाया और उसमें तोड़फोड़ कर आग लगा दी।
एक संवाददाता सम्मेलन में, त्रिपुरा वाम मोर्चा के संयोजक बिजन धर ने कहा, "हमने विशालगढ़ में पार्टी की बैठक की थी। वापस जाते समय, हमें पता चला कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने बुलडोजर से हमारे जिला पार्टी कार्यालय के गेट को तोड़ दिया है, दरवाजे उखाड़ दिए हैं और आग लगा दी। हमारी पार्टी के नेता पार्थ प्रतिम मजूमदार के घर में भी तोड़फोड़ की गई।"
उधर, केंद्रीय राज्य मंत्री प्रतिमा भौमिक ने सोमवार की हिंसा के विरोध में सोनामुरा उपमंडल के धनपुर में एक विरोध मार्च का नेतृत्व किया। बाद में शाम को, भाजपा सदर जिला इकाई ने राजधानी अगरतला में एक विरोध रैली भी की।