Petrol-Diesel Price बढ़ने से देश में पैदा हो रहे विद्रोह जैसे हालात, भाजपा सांसद ने केंद्र सरकार पर बोला हमला
Petrol-Diesel Price : भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि तेल के दाम बढ़ने से भारत में विद्रोह जैसे हालात पैदा हो रहे हैं....
Petrol-Diesel Price : पेट्रोल-डीजल के लगातार 15 दिनों से बढ़ते दामों के बीच भारतीय जनता पार्टी के सांसद सुब्रमण्यम स्वामी (Subramanian Swamy) ने एक बार फिर मोदी सरकार (Modi Govt) पर हमला बोला है। स्वामी ने इसको लेकर मोदी सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि तेल की रोजाना बढ़ती कीमतों से देश में विद्रोह जैसे हालात पैदा हो रहे हैं।
भाजपा सांसद ने अपने एक ट्वीट में कहा कि पेट्रोल-डीजल और केरोसिन की कीमतों में रोजाना बढ़ोत्तरी (Petrol Diesel Price Hike), देश में विद्रोह की स्थिति पैदा कर रही है। ऐसा करना वित्त मंत्रालय का बौद्धिक दिवालियापन है। एंटी नेशनल भी है। इन कीमतों को बढ़ाकर बजट घाटे को वित्तपोषित करना सरासर अक्षमता है।
इसी ट्वीट पर स्वामी ने कई यूजर्स के सवालों का भी रिप्लाई किया है। एक यूजर ने जब तेल की कीमतों को कम करने को लेकर उनका सुझाव पूछा तो उन्होंने कहा कि टैक्स में कटौती करनी होगी। किसी भी अन्य देश में इतना ज्यादा टैक्स नहीं लिया जाता है।
बता दें कि पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के बाद अब तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल के दामों में धीरे-धीरे बढ़ोत्तरी कर दी है। सरकारी तेल कंपनियां रोजाना पेट्रोल डीजल के दाम में मामूली बढ़़ोत्तरी कर आम आमदी को महंगाई का झटका दे रही हैं। बीते दो सप्ताह के भीतर वाहन ईंधन पेट्रोल के भाव में 9 रुपये 20 पैसे की बढ़ोत्तरी की गई है। दो हफ्ते में 13 बार डीजल-पेट्रोल के भाव में उछाल आया है। विपक्षी राजनीतिक दल इसको लेकर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं।
आज मंगलवार को तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल के दाम एक बार फिर 80 पैसे प्रति लीटर बढ़ा दिए। इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के अपडेट के मुताबिक राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 104.61 रुपये प्रति लीटर हो गया है। वहीं डीजल 95.87 रुपये प्रति लीटर हो गया है।
इस बीच संसद में आज पेट्रोल डीजल के बढ़ते दामों को लेकर जब सवाल किया गया तो पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने इसकी तुलना अमेरिका, ब्रिटेन और अन्य विकसित देशों में पेट्रोल डीजल की कीमतों से कर दी। पेट्रोलियम मंत्री ने लोकसभा में कहा कि मेरे हिसाब से भारत में पेट्रोल की कीमतें बीते दो हफ्तों में पांच प्रतिशत बढ़ी है। इनकी कीमतों में इजाफा अकेले बारत में नहीं हुआ है। अप्रैल 2021 से मार्च 2022 के बीच में पेट्रोल की कीमतें अमेरिका में 51 प्रतिशत, कनाडा में 52 प्रतिशत, जर्मनी में 55 प्रतिशत, ब्रिटेन में 55 प्रतिशत, फ्रांस में 50 प्रतिशत और स्पेन में 58 प्रतिशत बढ़ी हैं।