Prayagraj Bulldozer News : घर जावेद की पत्नी के नाम पर था, पानी-बिजली बिल और हाउस टैक्स भी भरा जा रहा था, फिर घर अवैध कैसे था?

Prayagraj Bulldozer News : प्रयागराज प्राधिकरण की ओर से जो नोटिस दिया गया है, उसमें परवीन फ़ातिमा का नहीं बल्कि उनके पति मोहम्मद जावेद का नाम था। पैग़ंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी के विरोध में प्रयागराज में जुमे की नमाज़ के बाद हुई हिंसा का अभियुक्त बताकर मोहम्मद जावेद को शनिवार को गिरफ़्तार किया गया है...

Update: 2022-06-14 07:28 GMT

Prayagraj Bulldozer News : घर जावेद की पत्नी के नाम पर था, पानी-बिजली बिल और हाउस टैक्स भी भरा जा रहा था, फिर घर अवैध कैसे था? इसका जवाब कौन देगा?

Prayagraj Bulldozer News : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हिंसा के मुख्य अभियुक्त बताए जा रहे जावेद मोहम्मद (Prayagraj Bulldozer News) के घर को ढहाए जाने में नियमों से बरती गई कथित कोताही को अंग्रेज़ी अख़बार इंडियन एक्सप्रेस ने प्रमुखता से छापी है। इस रिपोर्ट के अनुसार आठ फ़रवरी को प्रयागराज जल विभाग की ओर से जारी रसीद से पता चलता है कि परवीन फ़ातिमा ने चार हज़ार 578 रुपए के पानी के बिल का भुगतान किया था।

प्रयागराज नगर निगम की ओर से 28 जनवरी को जारी एक सर्टिफ़िकेट के अनुसार मकान संख्या: 39सी/2ए/1 परवीन फ़ातिमा के नाम पर है और 2020-2021 के दौरान इस घर का हाउस टैक्स भी भरा गया है। इसके बावजूद रविवार को प्रयागराज (Prayagraj Bulldozer News) प्रशासन ने केवल एक दिन का नोटिस देकर इस घर को ढहा दिया गया। प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) का दावा है कि इस घर को उत्तर प्रदेश शहरी योजना और विकास क़ानून, 1973 के नियमों का उल्लंघन कर बनाया गया था।

प्रयागराज प्राधिकरण की ओर से जो नोटिस दिया गया है, उसमें परवीन फ़ातिमा का नहीं बल्कि उनके पति मोहम्मद जावेद का नाम था। पैग़ंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी के विरोध में प्रयागराज में जुमे की नमाज़ के बाद हुई हिंसा का अभियुक्त बताकर मोहम्मद जावेद को शनिवार को गिरफ़्तार किया गया है।

"नोटिस पिता को, घर माँ का ढहा दिया"

इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए जावेद और फ़ातिमा की छोटी बेटी सुमैया फ़ातिमा कहती हैं, "पीडीए ने मेरे पिता को नोटिस जारी किया और मेरी माँ का घर ढहा दिया। वो घर मेरी माँ परवीन फ़ातिमा के पिता कलीमुद्दीन सिद्दीक़ी का था। उन्होंने ये घर 20 साल पहले मेरी माँ को तोहफ़े में दिया था। शुरुआत में हमने ग्राउंड फ़्लोर का निर्माण करवाया और बाद में दो और मंज़िल तैयार करवाई थी।" 19 साल की सुमैया कहती हैं, "उस समय से लेकर अब तक किसी भी सरकारी एजेंसी ने हमें नहीं कहा कि ये अवैध रूप से बना है. हाउस टैक्स, पानी का बिल और बिजली कनेक्शन सब मेरी मां के नाम पर है। सारे टैक्स समय से भरे जाते रहे हैं. रविवार से पहले किसी भी अधिकारी (Prayagraj Bulldozer News) ने हमें नहीं बताया था कि हमारा घर ग़ैर-क़ानूनी तरीक़े से बना है।"

घर के दरवाजे़ पर चस्पा किए गए नोटिस में लिखा है, "निचले और पहली मंज़िल पर 25X60 फ़ीट का निर्माण बिना मंज़ूरी लिए किया गया था।" जावेद के परिवार के वकील केके रॉय ने इंडियन एक्सप्रेस अखबार से बातचीत में बताया है कि, "रविवार को जिस घर को ढहाया गया वो मोहम्मद जावेद की पत्नी परवीन फ़ातिमा के नाम पर है. शनिवार को मोहम्मद जावेद को नोटिस दिया गया। इस्लामिक क़ानून के अनुसार पत्नी की संपत्ति पति की नहीं होती है।"

अफसर बात करने से कन्नी काट रहे

घर ढहाने में सामने आईं इन कमियों के बारे में जब सवाल किया गया तो पीडीए सचिव अजित सिंह और जोनल अधिकारी अजय कुमार ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। वहीं ज़िला न्यायाधीश संजय कुमार खत्री भी उपलब्ध नहीं थे। पहचान ज़ाहिर न करने की शर्त पर पीडीए (Prayagraj Bulldozer News) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "हम स्थानीय लोगों से जानकारी लेने के बाद उस व्यक्ति को नोटिस जारी करते हैं, जिसने ज़मीन पर निर्माण करवाया हो। हमें इससे कोई मतलब नहीं कि ज़मीन पर मालिकाना हक़ किसका है।"

जावेद मोहम्मद के घर के बारे में सवाल किए जाने पर अधिकारी ने अख़बार जानकारी देने हुए बताया कि, "घर की बाउंड्री दीवार पर पत्थर की एक पट्टिका पर 'जावेद एम' लिखा था। स्थानीय लोगों ने हमें बताया कि ये घर मोहम्मद जावेद (Prayagraj Bulldozer News) का है और उसी के अनुरूप हमने उन्हें नोटिस जारी किया था।"सुमैया ने अख़बार को बताया कि घर के टूटने के बाद वो अब अपनी माँ के साथ रोशन बाग में एक रिश्तेदार के पास रह रही हैं। सुमैया ने कहा, "रविवार को जब पीडीए की टीम घर ढहाने पहुँची तो केवल मेरी भाभी ज़ीनत मसरूर वहाँ मौजूद थीं। कुछ रिश्तेदारों की मदद से उन्होंने घर से कुछ सामान हटाया। इसके बाद हर सामान पर बुल्डोज़र चला दिया गया।"

सुमैया के बड़े भाई की पत्नी मसरूर अब अपने दो छोटे बच्चों के साथ अपने माता-पिता के घर चली गई हैं। सुमैया की बड़ी बहन आफ़रीन फ़ातिमा (Prayagraj Bulldozer News) जेएनयू की पूर्व छात्रा और एक्टिविस्ट हैं। सुमैया के अनुसार पुलिस ने उनके पिता को 'फंसाया' है और घर से हथियार के साथ ही अन्य सामान मिलने का 'ग़लत' दावा किया जा रहा है। वहीं, पुलिस ने इन आरोपों को ख़ारिज किया है।

Tags:    

Similar News