UN मानव विकास सूचकांक में भारत बांग्लादेश, श्रीलंका और भूटान से भी पीछे, जीवन प्रत्याशा दर भी हुआ 70 से 67 साल

UNDP Report 2021 : भारत में मानव विकास ( Human development ) मामले में गिरावट पहले की तरह जारी है। ताजा रिपोर्ट पिछले पांच सालों में हुई प्रगति का परिणाम है।

Update: 2022-09-09 02:45 GMT

UNDP Report 2021 : संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम ( UNDP ) की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक 2021 के मानव विकास सूचकांक ( HDI ) में भारत 191 देशों में 132वें पायदान पर खिसक गया है। 2020 में भारत ( India ) 131वें पायदान था। भारत का 0.6333 का एचडीआई मान देश को मध्यम मानव विकास श्रेणी में रखता है जो 2020 की रिपोर्ट में इसके 0.645 से भी खराब है। 2020 में भारत की स्थिति दो पायदान नीचे खिसकी थी।

यूएनडीपी 2021 की 191 देशों की सूची में भारत 132वें नंबर पर रहा। 2020 में हम 189 देशों की लिस्ट में 131वें स्थान पर थें। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक भारत अपने पड़ोसी देश श्रीलंका, बांग्लादेश और भूटान से इस मामले में पिछड़ गया है। इस लिस्ट में श्रीलंका 73वें, चीन 79वें, बांग्लादेश 129वें और भूटान 127वें नंबर पर है। जबकि पाकिस्तान 161वें, नेपाल 143वें और म्यांमार 149वें नंबर के साथ भारत से पीछे है।

बता दें कि मानव विकास इंडेक्स ( HDI ) देशों की लाइफ एक्सपेक्टेंसी, सदस्य देशों की लााइफ एक्पेक्टेंसी, एजुकेशन लेवल और स्टैंडर्ड्स आॅफ लिविंग को दर्शाता है। इस सूची में स्विटजरलैंड, नॉर्वे और आइसलैंड टॉप पर हैं।

32 सालों में पहली बार ठहरा मानव विकास

स्वास्थ्य, शिक्षा और औसत आय को मापने के पैमाने की दृष्टि से मानव विकास ( Human development ) में लगातार दो साल. यानि 2020 और 2021 में गिरावट दर्ज होना शुभ संकेत नहीं है। इससे पहले पांच साल काफी विकास हुआ था। हाालांकि, राहत की बात ये है कि यूएनडीपी रिपोर्ट ( UNDP Report ) में कहा गया है कि यह कोई भारत की इकलौता स्थिति नहीं है बल्कि वैश्विक स्तर पर गिरावट जारी है। भारत के संदर्भ में यह गिरावट उसी के अनुरूप है। यूएनडीपी रिपोर्ट यह बताता है कि 32 वर्षों में पहली बार दुनिया भर में मानव विकास ठहर गया है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि मानव विकास सूचकांक ( HDI ) की हालिया गिरावट में एक बड़ा योगदान जीवन प्रत्याशा में वैश्विक गिरावट का है जो 2019 के 72.8 साल से घटकर 2021 में 71.4 साल हो गई है। भारत ( India ) में जीवन प्रत्याशा ( Life expectancy ) में गिरावट 69.7 से घटकर 67.2 वर्ष होने को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। भारत में स्कूली शिक्षा का अपेक्षित वर्ष 11.9 वर्ष और स्कूली शिक्षा का औसत वर्ष 6.7 साल है। 

UNDP Report 2021 : संकट से उबरने के लिए हमारा संघर्ष जारी

यूएनडीपी ( UNDP ) के अधिकारी अचिम स्टेनर के मुताबिक लाइफ एक्सपेक्टेंसी संकट से उबरने के लिए दुनिया हाथ पांव मार रही है। अनिश्चितता से भरी इस दुनिया में हमें आम चुनौतियों से निपटने के लिए परस्पर वैश्विक एकजुटता की एक नई भावना की आवश्यकता है। एक दूसरे से जुड़े अंतर्निहित संकटों ने भारत के विकास पथ को वैसे ही प्रभावित किया है जैसे दुनिया के अधिकांश हिस्सों में प्रभावित हुआ है। 

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