ट्विटर पर ट्रेंड हुआ #UPSC_Chor_Hai, रिजर्व कैटेगरी की सीटों की चोरी का लग रहा आरोप

दिलीप मंडल की फेसबुक वीडियो ट्विटर पर भी आई और इसके बाद ही 'यूपीएससी चोर है' का स्लोगन ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा, कई यूजर्स ने ट्विटर पर इस स्लोगन को अपने एकाउंट से साझा किया और प्रतिक्रिया दी..

Update: 2021-01-17 16:25 GMT

वरिष्ठ पत्रकार दिलीप मंडल (photo: social media)

जनज्वार। वरिष्ठ पत्रकार व चिंतक दिलीप मंडल ने यूपीएससी की परीक्षाओं में ओबीसी, एससी और एसटी की सीटें छीने जाने का बड़ा आरोप लगाया है। इसके बाद सोशल मीडिया साइट ट्विटर पर 'UPSC चोर है' ट्रेंड करने लगा। कई यूजर्स ने उनके इस वक्तव्य को लेकर तरह-तरह के कमेंट भी किए।

दिलीप मंडल ने फेसबुक लाइव कर दावा किया कि यूपीएससी यानि संघ लोक सेवा आयोग द्वारा एससी-एसटी और ओबीसी की सीटों की चोरी की जा रही है।

उन्होंने कहा कि गत वर्ष यूपीएससी द्वारा 927 अधिकारियों की नियुक्ति के लिए परीक्षा आयोजित किए गये, लेकिन रिजल्ट मात्र 827 की संख्या में ही जारी किए गए। अर्थात 827 लोगों की नियुक्ति की ही अनुशंसा की गई। उन्होंने दावा किया कि इसमें जेनरल कैटेगरी में रोकी गई सीटों में खेल कर दिया गया।

हंसराज मीणा ने ट्वीट किया है, 'यूपीएससी की एससी, एसटी, ओबीसी विरोधी नीतियों के ख़िलाफ़ एकजुट होकर लड़ना पड़ेगा। वरना साइड लाइन में लगा दिए जाओगे। #UPSC_Chor_Hai'

सचिन मीना ने ट्वीट किया है, 'मै नहीं जानता #UPSC_Chor_Hai ये हैशटैग कितना सही है, लेकिन यूपीएससी की सिविल सर्विस के लिए हर साल लाखों युवा परीक्षा देते हैं। क्या उन्हें ये जानने का हक नहीं है जो सलेक्ट हुए उनकी कटेगरी क्या है और उनमें से हरेक को कितने नंबर मिले? यूपीएससी ये जानकारियाँ छिपाता क्यों है?'

दिलीप मंडल ने कहा कि जेनरल कैटेगरी की इन सीटों में रिजर्व कैटेगरी के जिन लोगों ने क्वालीफाई किया था, उस कैटेगरी के लोगों को यह ऑप्शन दिया जाता है कि वे अगर अपनी कैटेगरी में चले जाते हैं तो उन्हें उच्चतर या मनपसंद पोस्ट मिल सकता है। लिहाजा वे लोग अपनी कैटेगरी में चले जाते हैं और जेनरल कैटेगरी में खाली हुई उस सीट पर जेनरल की नियुक्ति कर ली जाती है।

उनकी फेसबुक वीडियो ट्विटर पर भी आई और इसके बाद ही 'यूपीएससी चोर है' का स्लोगन ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा। कई यूजर्स ने ट्विटर पर इस स्लोगन को अपने एकाउंट से साझा किया।

सुमित चौहान ने ट्वीट किया है, 'UPSC को समझना होगा कि जनरल कैटेगरी का मतलब सिर्फ सवर्ण कैटेगरी नहीं होता, उसमें कोई भी जा सकता है। ऐसा कोई नियम नहीं कि जनरल कैटेगरी में सिर्फ सवर्णों को नौैकरी दी जाएगी। सुप्रीम कोर्ट भी कह चुका है कि जनरल कैटेगरी हर किसी के लिए है। फिर ये धोखाधड़ी क्यों? #UPSC_Chor_Hai'


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