Jalore Kand : जालौर में मासूम दलित छात्र के साथ हुए जातिगत भेदभाव व हत्या के विरुद्ध बने कठोर कानून,भीम आर्मी ने धरना देकर की मांग
Jalore Kand : राजस्थान के जालौर में मासूम दलित छात्र के साथ हुए जातिगत भेदभाव व हत्या के मामले में भीम आर्मी ने शनिवार को धरना देकर क्रूरतम घटना की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहाकि आजादी के 75 वर्ष बाद भी कक्षा तीन में पढ़ने वाले छात्र इंद्र कुमार मेघवाल को उच्च जाति के शिक्षक की मटकी से पानी पीने पर शिक्षक द्वारा बेरहमी से पीटा गया।
Jalore Kand : राजस्थान के जालौर में मासूम दलित छात्र के साथ हुए जातिगत भेदभाव व हत्या के मामले में भीम आर्मी ने शनिवार को धरना देकर क्रूरतम घटना की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहाकि आजादी के 75 वर्ष बाद भी कक्षा तीन में पढ़ने वाले छात्र इंद्र कुमार मेघवाल को उच्च जाति के शिक्षक की मटकी से पानी पीने पर शिक्षक द्वारा बेरहमी से पीटा गया। जिसमें मासूम छात्र की पिटाई के कारण मृत्यु हो गयी । इसके विरोध में कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया और पांच सूत्रीय मांगों के राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन बिंदकी प्रशासन को सौंपा है।
भीम आर्मी के मण्डल अध्यक्ष प्रयागराज उपेंद्र कुमार के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने फतेहपुर के बिंदकी एसडीएम कार्यालय के सामने बैठ कर धरना दिया। शनिवार को समाधान दिवस होने पर एडीएम और एसडीएम सहित अन्य अधिकारी तहसील सभागार में फरियादियों की समस्यायें सुन रहे । इन्होंने पहले तहसील परिसर और सड़कों में घूम करके विरोध प्रदर्शन भी किया।
धरने के दौरान उपेंद्र कुमार ने कहा कि आजादी के 75 वर्ष बाद भी राजस्थान के जनपद जालौर ग्राम सुराणा में सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल में कक्षा तीन में पढ़ने वाले छात्र इंद्र कुमार मेघवाल को उच्च जाति के शिक्षक छैल सिंह की मटकी से पानी पीने पर शिक्षक द्वारा बेरहमी से पीटा गया। जिसमें मासूम छात्र की पिटाई के कारण मृत्यु हो गई थी। कहाकि भीम आर्मी फतेहपुर इस क्रूरतम घटना की कड़ी निंदा करती है। कहाकि घटना होने के कई दिनों बाद एफआईआर न दर्ज करने वाले जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध कठोर कानूनी कार्यवाही की जाये। दोषी शिक्षक छैल सिंह के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर जल्द से जल्द फांसी की सजा मुकर्रर की जाये। राजस्थान सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लागू किया जाये। देश के सभी सरकारी व निजी संस्थानों में हो रहे जातिगत भेदभाव के विरुद्ध कठोर कानून बनना चाहिए। छात्र इंद्र कुमार मेघवाल के परिवार को मुआवजे के रूप में पचास लाख रुपयें की धनराशि प्रदान की जाये तथा परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी प्रदान की जाये पांच सूत्रीय मांगों का ज्ञापन प्रशासन को सौंपा है।
जालौर की घटना इस तरह हुई
जालोर जिले के सुराणा गांव के एक निजी स्कूल में शिक्षक की पिटाई से हुई दलित छात्र की मौत हुई थी। ये मामला लगातार गरमाता जा रहा है। मृतक छात्र के पिता का आरोप है कि स्कूल में मटकी को छू लेने के कारण उसके बेटे की पिटाई की गई थी। दूसरी ओर शिक्षक का कहना है कि स्कूल में कोई कोई मटकी है ही नहीं। सभी टंकी से पानी पीते हैं। शिक्षक के पिटाई से छात्र की मौत का मामला सोशल मीडिया में तूल पकड़ने पर प्रशासन को जालोर में नेटबंदी तक करनी पड़ी थी। जालोर के एसपी हर्षवर्धन अग्रवाल का कहना है कि आरोपी टीचर के खिलाफ मर्डर और एससीएसटी एक्ट में मामला दर्ज कर टीचर को गिरफ्तार कर लिया गया है। मटकी वाली बात की अभी पुष्टि नहीं हुई है। स्कूल में पानी की एक बड़ी टंकी है।
सीएम अशोक गहलोत ने ट्वीट कर मामले की जांच केस ऑफिसर स्कीम में कराने और पीड़ित परिवार को मुख्यमंत्री सहायता कोष से पांच लाख रुपयें का मुआवजा दिये जाने की घोषणा की है। लेकिन इस पूरे मामले से गहलोत सरकार एक बार फिर से बीजेपी के निशाने पर आ गई है। केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने इस मामले को लेकर राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला है। केन्द्रीय मंत्री शेखावत ने बच्चे का वीडियो शेयर करते हुये कहा कि स्वतंत्रता के 75वें वर्ष में एक मासूम बच्चे को पानी पीने की सजा टीचर की पिटाई से मौत के रूप में मिली है। राजस्थान को ये किस सामाजिक वातावरण में झोंका जा रहा है जहां एक ओर तुष्टिकरण का पक्षपात तो दूसरी ओर जातिगत श्रेष्ठता का जहर पसर रहा है।
पिता का आरोप जातिवाद के नाम पर पीटा गया बेटे को
वहीं मृतक छात्र इंद्र मेघवाल के पिता देवाराम का यह भी आरोप है कि स्कूल में जातिवाद के नाम पर उसके मेरे बेटे की पिटाई की गई। बकौल देवाराम सामान्य दिनों की तरह 20 जुलाई को भी इंद्र स्कूल गया था। सुबह करीब साढ़े दस बजे उसे प्यास लगी।उसने स्कूल में रखी मटकी से पानी पी लिया। उसे नहीं पता था कि यह मटकी स्कूल के टीचर छैल सिंह के लिए रखी गई है। इससे सिर्फ छैल सिंह ही पानी पीते हैं छैल सिंह ने इंद्र को बुलाया और जमकर पीटा. इतना पीटा की उसकी दाहिनी आंख और कान में अंदरुनी चोटें आईं,
पहले लगा कि हल्की चोट आई है, लेकिन ऐसा नहीं था
देवाराम ने यह आरोप भी लगाया कि छैल सिंह ने जातिसूचक शब्दों का भी प्रयोग किया। पिटाई के बाद इंद्र की तबीयत खराब होने लगी तो उसे जालोर जिला अस्पताल ले गए। जालोर से उसी दिन उदयपुर रेफर कर दिया गया था। यहां भी तबीयत में सुधार नहीं हुआ तो कुछ दिनों बाद अहमदाबाद ले गए थे। वहां इलाज के दौरान 13 अगस्त शनिवार सुबह करीब 11 बजे इंद्र की मौत हो गई।
यूपी के श्रावस्ती में शिक्षक की पिटाई से हुई छात्र की मौत
जालोर में शिक्षक की पिटाई से छात्र की मौत के बाद यूपी के श्रावस्ती जिले में शिक्षक ने कक्षा तीन के छात्र की बेरहमी से पिटाई की उसकी अस्पताल मे मौत हो गई। मृतक छात्र का नाम बृजेश विश्वकर्मा है। वह चौलाही के पंडित ब्रह्म दत्त इंटर कॉलेज में कक्षा तीन में पढ़ता था। परिजनों ने बताया बृजेश ने स्कूल की फीस देने में दो दिन देर कर दी थी। इसी बात से गुस्साए टीचर ने 8 अगस्त सोमवार को क्लास में आते ही बृजेश की बेहरहमी से पिटाई शुरू कर दी। जबकि बृजेश कहता रहा की मेरे भैया ने फीस जमा कर दी है। वही बृजेश के भाई राजेश ने फीस जमा कर देने की बात कही है। फिर भी शिक्षक ने मेरे भाई पर गुस्सा उतार दिया।
परिजनों ने बताया, बृजेश स्कूल से वापस घर आया तो उसकी हालत काफी खराब थी। उसे पास के एक डॉक्टर को दिखाया लेकिन कई दिन के इलाज के बाद भी आराम नहीं मिला। फिर उसे बहराइच के मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। 17 अगस्त को बृजेश की इलाज के दौरान मौत हो गई।
शिक्षक ने 250 रुपये के लिए मार डाला
मृतक बृजेश के भाई राजेश ने कहा, शिक्षक ने मेरे भाई को 250 रुपयें फीस के लिए पीटा था। मैंने ऑनलाइन फीस जमा कर दी थी। लेकिन शिक्षक को पता ही नहीं चला। इसके बाद भी मेरे भाई को बेहरमी से पीटा, जिससे उसका हाथ टूट गया और उसको इंटरनल ब्लीडिंग हुई। उसने मेरे भाई को मार डाला। श्रावस्ती छात्र के मौत के मामले में पुलिस अधीक्षक अरविंद के मौर्य ने बताया बच्चे के चाचा की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है। इसमें उन्होंने टीचर पर बच्चे की पिटाई का आरोप लगाया था।