Roorkee Gang Rape: छः दिन बाद अरेस्ट हुए रुड़की गैंगरेप के आरोपी, एक किसान नेता भी था शामिल

Roorkee Gang Rape: छः दिन पहले महिला और उसकी नाबालिग पांच साल की मासूम बच्ची के साथ चलती कार में गैंगरेप करने वाले सभी वहशी दरिंदे पुलिस की गिरफ्त में आ गए हैं।

Update: 2022-06-30 13:08 GMT

Roorkee Gang Rape: छः दिन पहले महिला और उसकी नाबालिग पांच साल की मासूम बच्ची के साथ चलती कार में गैंगरेप करने वाले सभी वहशी दरिंदे पुलिस की गिरफ्त में आ गए हैं। पकड़े गए आरोपियों में से चार यूपी और एक हरिद्वार का रहने वाला है, जिनमें एक किसान संगठन का नेता भी शामिल है। इस घटना में महिला दोहरे रेप का शिकार बनी थी। राष्ट्रीय स्तर पर गूंजने वाली गैंगरेप की यह घटना 24 जून की रात हुई थी। हरिद्वार के एसएसपी डॉ. योगेंद्र सिंह रावत ने रुड़की सिविल लाइन कोतवाली में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस मामले का पर्दाफाश किया है।

बताते चले कि बीते शुक्रवार 24 जून की रात को कलियर थाना क्षेत्र की रहने वाली एक महिला ने लहुलूहान हालत में थाने पहुंचकर पुलिस को बताया था कि रुड़की आते हुए बीच रास्ते में कार सवार चार युवकों ने चलती कार में उसके और उसकी पांच साल की बेटी के साथ दुराचार किया है। हैवानियत को अंजाम देने के बाद कार सवार आरोपी उसे और उसकी बच्ची को सड़क किनारे ही फेंककर फरार हो गए हैं। पुलिस ने बच्ची को गंभीर हालत में रुड़की के सिविल हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। जहां डॉक्टर्स की टीम ने ऑपरेशन के बाद बच्ची की जान बचाई थी। इस मामले में पीड़ित महिला ने एक आरोपी सोनू का नाम बताते हुए उसे पहचानने का दावा किया था। केवल एक क्लू के सहारे पुलिस गैंगरेप की घटना का खुलासा करने के लिए अंधेरे में ही हाथ-पैर चला रही थी कि राष्ट्रीय महिला आयोग ने पूरे मामले का स्वत: संज्ञान लेते हुए मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय जांच दल का गठन कर दिया था। इस टीम के सदस्यों ने पीड़ितों से अस्पताल में मुलाकात के अलावा घटनास्थल का भी दौरा किया था। इसके बाद पुलिस ने सोनू नाम के आरोपी पर दस हजार का इनाम घोषित करते हुए उसकी तलाश के लिए ताबड़तोड़ अभियान चलाया था।

एसएसपी रावत ने बताया कि महिला केवल एक आरोपी सोनू का नाम बता पाई थी। इसके साथ ही पुलिस को एक सफेद रंग की ऑल्टो कार के घटना में लिप्त होने का सुराग मिला था। पुलिस ने केवल इन दोनों सुबूतों को हथियार बनाकर रात-दिन एक करते हुए छः दिन के अंदर ही इन लोगों को पकड़ा है। जिले भर के थाना-कोतवाली में तैनात अनुभवी पुलिसकर्मियों को इस केस की गुत्थी सुलझाने में लगाकर कई दिन की माथापच्ची के बाद पुलिस टीम ने इमलीखेड़ा निवासी महक सिंह उर्फ सोनू पुत्र सरजीत को उसकी बाइक सहित पकड़ने में सफलता हासिल की।

महक सिंह उर्फ सोनू ने पुलिस पूछताछ में बताया कि घटना के दिन उसने पीड़ित महिला और उसके साथ एक बच्ची को कलियर छोड़ने के बहाने से महिला को सुनसान स्थान पर ले जाकर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए थे। लेकिन इसी दौरान बाद वहां एक सफेद रंग की ऑल्टो कार संख्या UP12R-5646 पहुंच गई। इस कार पर किसी संगठन का झंडा लगा था। कार में चार लोग सवार थे। जिन्होंने महिला और छोटी बच्ची को जबरदस्ती ऑल्टो कार में बैठाया और कार को भगा ले गए। इस घटना के बाद वह घबराकर वहां से बिना किसी को बताए अपने घर चला आया। सोनू के बयान के बाद पुलिस ने जब कार का नंबर जांचा तो पता चला कि ऑल्टो कार राजीव उर्फ विक्की तोमर पुत्र ब्रहमपाल निवासी ग्राम बेलडा थाना भोपा जिला मुज्जफरनगर यूपी के नाम पर रजिस्टर्ड है। सीसीटीवी फुटेज और कई अन्य सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर राजीव उर्फ विक्की तोमर व सुबोध पुत्र देवेंद्र कुमार निवासी बेलडा थाना भोपा जिला मुज्जफरनगर को गिरफ्तार किया गया। इन्होंने गैंगरेप घटना का जुर्म स्वीकार कर अपने दो अन्य साथियों के नाम सोनू तेजियान पुत्र यशपाल सिंह और जगदीश पुत्र फूल शिव निवासी साल्हापुर थाना देवबंद जिला सहारनपुर बताए। जिसके बाद पुलिस ने सोनू तेजियान और जगदीश को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।

पुलिस के अनुसार इसमें एक आरोपी राजू उर्फ विक्की तोमर भारतीय किसान यूनियन (टिकैत ग्रुप) में मंडल महासचिव है। पकड़े गए सभी आरोपियों को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया। जहां से सभी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इसके साथ ही पुलिस इन आरोपियों के अपराधिक इतिहास की भी इनसे संबंधित थानों से सूचना जुटा रही है। उत्तराखंड पुलिस के गले की हड्डी बन चुके इस केस के खुलासे पर महकमे की ओर से पुलिस टीम को पचास हजार रुपए इनाम दिए जाने का भी ऐलान किया गया है।

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