बंगाल में राज्यपाल व मुख्यमंत्री में टकराव चरम पर, धनखड़ ने कहा 'ममता बनर्जी सरकार कर रही है मेरी जासूसी'
केंद्र में मोदी सरकार बनने के बाद अधिकतर राज्यपालों से ममता बनर्जी का टकराव रहा है। गवर्नर अक्सर प्रेस कान्फ्रेंस कर भी अपनी बात कहते हैं और ट्विटर पर काफी सक्रिय रहते हैं...
जनज्वार। पश्चिम बंगाल में राज्यपाल जगदीप धनखड़ और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच टकराव एक बार फिर चरम पर पहुंच गया है। राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने स्वतंत्रता दिवस के अगले दिन 16 अगस्त को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर राजभवन की जासूसी करवाने का आरोप लगाया। गवर्नर ने कहा कि राजभवन सर्विलांस पर है।
राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने रविवार को आरोप लगाया कि राजभवन की जासूसी की जा रही है और इससे संस्था की शुचिता कम हो रही है। उन्होंने राजभवन में एक प्रेस कान्फ्रेंस कर कहा कि उन्हें भारी मन से कहना पड़ रहा है कि राजभवन की निगरानी की जा रही है। उन्होंने कहा कि राजभवन की पवित्रता को अखंड रखना होगा और जिसने भी ऐसा किया उसे सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वे राजभवन की पवित्रता की रक्षा के लिए सबकुछ करेंगे।
इससे पहले स्वतंत्रता दिवस की शाम राजभवन में आयोजित होने वाली पारंपरिक टी पार्टी में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नहीं पहुंचीं, जिससे उनके लिए आरक्षित कुर्सी खाली रह गई। इस पर गवर्नर ने कहा कि खाली कुर्सियां बहुत कुछ कहती हैं। यह चाय पार्टी स्वतंत्रता दिवस की शाम राजभवन में होने वाली पारंपरिक शिष्टाचार कार्यक्रम एट होम का हिस्सा थी। गवर्नर ने खाली कुर्सी की तसवीर अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर ट्वीट किया और लिखा कि यह पश्चिम बंगाल की समृद्ध संस्कृति से मैच नहीं खाता है। उन्होंने लिखा कि इस रुख का कोई औचित्य नहीं है। गवर्नर ने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि मुख्यमंत्री व सरकार के अधिकारियों की गैर मौजूदगी ने कइयों की तरह उन्हें भी अचंभित कर दिया।
The vacant seat meant for CM @MamataOfficial at celebration of Independence Day at Raj Bhawan speaks volumes -has created unwholesome situation that is not in sync with rich culture and ethos of WB. There is just no rationale for this unbecoming stance. pic.twitter.com/w0vLBOXTCc
— Governor West Bengal Jagdeep Dhankhar (@jdhankhar1) August 15, 2020
कैलाश विजयवर्गीय ने भी लगाया फोन टैपिंग का आरोप
राज्यपाल के बाद पश्चिम बंगाल भाजपा के प्रभारी महसचिव कैलाश विजयवर्गीय ने भी ममता बनर्जी सरकार पर जासूसी करवाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी के राज में विरोधी दलों के नेताओं के फोन टेप किए जा रहे हैं। विजयवर्गीय ने कहा कि राज्यपाल के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह कोई नई बात नहीं है। उनका ही फोन गलत ढंग से सर्विलांस पर रखा गया है। उन्होंने कहा कि दीदी का प्रिय अधिकारी अवैध रूप से कंट्रोल रूम चलाता है। उन्होंने कहा कि कानूनन बिना कारण फोन टैप करना गंभीर अपराध है। कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि अब राजभवन को सर्विलांस पर रखना लोकतंत्र के खिलाफ एक गंभीर मामला है।