West Bengal News : ...जब रनवे पर क्रैक दिखने के कारण सात घंटे तक उड़ानों को रोककर रखा गया
बागडोगरा एयरपोर्ट पर मंगलवार को एकमात्र रनवे पर क्रैक नजर आने के बाद सात घंटे तक उड़ानों का परिचालन रोकना पड़ा। पश्चिम बंगाल में कोलकाता के बाद दूसरे सबसे व्यस्त एयरपोर्ट पर घंटों उड़ानों का परिचालन रोके जाने से सैकड़ों लोगों को कठिनाई का सामना करना पड़ा।
West Bengal News : देश में मोदी सरकार की ओर से घरेलू हवाई उड़ानों को बढ़ाने और नए हवाई अड्डों के निर्माण के लिए बीते सालों में कई दावे किए गए हैं पर आज भी देश के कुछ हवाई अड्डों की हालत ऐसी है जहां बड़ी मुश्किल से उड़ानों का परिचालन हो पा रहा है। मंगलवार को ऐसा ही एक उदाहरण हमें पश्चिम बंगाल के बागडोगरा एयरपोर्ट पर देखने को मिला।
बागडोगरा एयरपोर्ट पर मंगलवार को एकमात्र रनवे पर क्रैक नजर आने के बाद सात घंटे तक उड़ानों का परिचालन रोकना पड़ा। पश्चिम बंगाल में कोलकाता के बाद दूसरे सबसे व्यस्त एयरपोर्ट पर घंटों उड़ानों का परिचालन रोके जाने से सैकड़ों लोगों को कठिनाई का सामना करना पड़ा।पैसेंजर सुबह से लेकर शाम तक एयरपोर्ट पर रनवे के ठीक होने का इंतजार करते रहे। सूत्रों के अनुसार मंगलवर को सुबह बागडोगरा एयरपोर्ट पर तीन उड़ाने बिना किसी परेशानी के उतरीं। पर सुबह 9.30 बजे के आसपास एयरपोर्ट कर्मियों को रनवे पर दरार नजर आए जिसके बाद उड़ानों का परिचालन स्थगित कर दिया गया।
ऐसे तो बागडोगरा एयरपोर्ट का परिचालन सिविल उड़ानों के लिए होता है पर अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे होने के कारण यहां के रनवे और एयर ट्रैफिक कंट्रोल का रखरखाव भारतीय वायु सेना की ओर से किया जाता है। वायु सेना की ओर से रनवे को रिपेयर करने के बाद शाम पांच के बाद उड़ोनों का परिचालन दुबारा शुरू हो पाया। बागडोगरा एयरपोर्ट पर यह घटना तब हुई है जबकि अप्रैल महीने में 11 से 26 अप्रैल तक एयरपोर्ट को पूरी तरह बंद कर रिपेयर का कार्य किया जाना है। बागडोगरा एयरपोर्ट पर रनवे में दरार के कारण मंगलवार को 26 उड़ानों का परिचालन बाधित रहा।
फ्लाइट बाधित होने के कारण एयरपोर्ट पर फंसे यात्री राकेश कोठारी ने बताया कि मुझे अपने चाचा को इलाज के लिए दिल्ली ले जाना था। एक बजे की फ्लाइट थी। पर ऐन वक्त पर एयरलाइन के प्रतिनिधियों ने बताया कि फिलहाल विमान उड़ान नहीं भरेगी। फ्लाइट की देरी के कारण एयरपोर्ट पर फंसे यात्रियों ने वहां मौजूद संसाधनों पर भी सवाल उठाए। उनका कहना था कि एक तो उड़ानों का परिचालन रोक दिया गया। वहीं लोगों की समस्याओं को सुनने वाला भी मौके पर कोई मौजूद नहीं है। लोगों को अपने फ्लाइट की जानकरी लेने के लिए इधर-उधर भटकना पड़ा। बैंगलुरु जाने के लिए एयरपोर्ट पर फंसे तरुण दत्ता के अनुसार बागडोगरा एयरपोर्ट पर एक बार में चार से पांच उड़ानों के परिचालन की सुविधा है। ऐसे में कई उड़ानों के एक साथ रोके जाने से एयरपोर्ट पर अफरातफरी की स्थिति बन गयी।
एयरपोर्ट अथॉरिटी आॅफ इंडिया के एक अधिकारी ने बताया कि एयरपोर्ट पर पहली फ्लाइट सुबह पांच बजे के आसपास उतरी थी। उसके बाद दो और जहाज उतरे पर उसके बाद रनवे पर क्रैक नजर आने पर परिचालन रोक दिया गया। इससे यात्रियों को परेशानी झेलनी पड़ी। एक व्यस्ततम हवाई अड्डे पर ऐसी घटना निश्चित रूप से सरकार के उन दावों की पोल खोलती नजर आती हैं जहां अक्सर हवाई सुविधाओं के मामले में बढ़चढ़ कर दावे किए जाते हैं।