अब भी आप के एमएलए और मंत्री कर रहे हैं दिल्ली और देश की जनता को गुमराह !

Update: 2018-01-24 11:32 GMT

इस पर क्या चुनाव आयोग को संज्ञान नही लेना चाहिए

दिल्ली से स्वतंत्र कुमार की रिपोर्ट

आम आदमी पार्टी के 20 विधायकों की सदस्यता रद्द हो चुकी है और चुनाव आयोग के इस फैसले पर देश के राष्ट्रपति भी मुहर लगा चुके हैं। 

इतना ही नहीं दिल्ली हाई कोर्ट से भी आप पार्टी और इसके 20 पूर्व विधायकों को राहत नहीं मिली है। लेकिन ये 20 पूर्व एमएलए खुद को पूर्व मानने को तैयार नही हैं। जब वैधानिक रूप से इनकी सदस्यता रद्द हो चुकी है।

अब हम आपको बताते हैं कि कैसे आप के ये 20 पूर्व एमएलए खुद को अभी भी एमएलए बता रहे हैं। इसका पता लगाने के लिए हमने इन पूर्व 20 एमएलए में से कुछ के जो सोशल मीडिया पर ज्यादा सक्रिय रहते हैं उनके ट्विटर एकाउंट चेक किये। 

हम सबूत के तौर पर इन पूर्व एमएलए के कई के ट्विटर एकाउंट के स्क्रीन शॉट भी लगा रहे है कि कैसे ये पूर्व एमएलए खुद को अपने अपने सोशल मीडिया के एकाउंट पर खुद एमएलए बता रहे हैं और बाकायदा इन्होंने ट्विटर पर अपने प्रोफाइल में खुद को एमएलए ही लिखा है। 

इतना ही नही दिल्ली सरकार में चुनाव आयोग और राष्ट्रपति  का फैसला आने से पहले तक दिल्ली के परिवहन व कानून मंत्री रहे कैलाश गहलोत ने आज भी अपने सोशल मीडिया के एकाउंट पर खुद को दिल्ली सरकार में मंत्री घोषित किया हुआ है। इसे कहते है एक तो चोरी उपर से सीनाजोरी।

सबसे खास बात ये है कि इन पूर्व विधायकों के ट्विटर एकाउंट वेरिफाइड हैं। इसलिए आम आदमी पार्टी यह कह कर भी अपना पल्ला नही झाड़ सकती कि ये ट्विटर एकाउंट किसी ने उन्हें बदनाम करने के लिए फेक बना दिये हैं।

क्या इन पूर्व एमएलए के खिलाफ झूठी जानकारी देने और खुद को एमएलए बता कर जनता में भरम फैलाने के खिलाफ कोई एक्शन नही होना चाहिए।

Similar News