कोरोना फैलने से पहले ही नवंबर में खुफिया एजेंसी ने दी थी चेतावनी, अमेरिकी न्यूज चैनल का सनसनजीखेज दावा

Update: 2020-04-11 01:30 GMT

अमेरिकी न्यूज चैनल एबीसी न्यूज ने सनसनीखेज दावा किया है कि यूएस इंटेलिजेंस अधिकारियों ने पिछले साल नवंबर के आखिर में ही चीन से 'प्रलय' की तरह महामारी फैलने की चेतावनी दे दी थी....

जनज्वार। संयुक्त राज्य अमेरिका इन दिनों कोरोनावायरस के संक्रमण से बुरी तरह जूझ रहा है। इस समय तक अमेरिका में 502,049 लोग इस बीमारी की चपेट में आ चुके हैं। इसमें 18,719 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं चीन के जिस वुहान प्रांत से सबसे पहले कोरोना वायरस की महामारी फैली, वहां हालात सामान्य हो गए हैं। वहां बीते कई दिनों में कोई कोरोना संक्रमण का मामला सामने नहीं आया है।

स बीच एक अमेरिकी न्यूज चैनल एबीसी न्यूज ने सनसनीखेज दावा किया है कि यूएस इंटेलिजेंस अधिकारियों ने पिछले साल नवंबर के आखिर में ही चीन से 'प्रलय' की तरह महामारी फैलने की चेतावनी दे दी थी।

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स दावे के बाद पेइचिंग की भूमिका सवालों में है कि अगर विदेशी खुफिया एजेंसी को भी महामारी के विकराल होने का अंदाजा था तो चीन को यह क्यों नहीं हुआ? क्या चीन अपनी अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए वायरस को लेकर झूठ बोलता रहा और उसके इसी रवैये से दुनियाभर में महामारी पहुंची?

Full View वायरस महामारी के बीच चीन पर आरोप लग रहे हैं कि शुरुआत से ही वह पूरी दुनिया से सच्चाई छिपाता रहा। यह पता चल जाने के बाद भी कि वायरस बहुत ही ज्यादा संक्रामक है और इंसान से इंसान के बीच फैल रहा है, चीन ने खुद अपने नागरिकों और दुनिया से झूठ बोला कि यह ज्यादा खतरनाक नहीं है।

31 दिसंबर को चीन ने पहली बार विश्व स्वास्थ्य संगठन को न्यूमोनिया जैसे रहस्यमय बीमारी के बारे में बताया। 7 जनवरी को उसने पहली बार कोरोना वायरस की पुष्टि की। स्थिति बिगड़ने के बाद 23 जनवरी को उसने वुहान को सख्त लॉकडाउन में डाल दिया। लेकिन तब तक वायरस दुनिया के तमाम देशों में फैल चुका था। तो क्या चीन सिर्फ इसलिए झूठ बोलता रहा कि खतरनाक वायरस की सच्चाई बाहर आने के बाद दुनियाभर के देश उसके यहां से आयात रोक देंगे, विदेश से लोग उसके यहां जाने से बचेंगे और उसकी इकॉनमी को नुकसान पहुंचेगा? यूएस इंटेलिजेंस की रिपोर्ट से जुड़ा खुलासा कहीं न कहीं चीन के 'गुनाहों' की पोल खोल रहा है।

बीसी न्यूज के मुताबिक नवंबर के आखिर में ही यूएस इंटेलिजेंस के अधिकारियों ने चेताया था कि चीन के वुहान क्षेत्र में नया वायरस तेजी से फैल रहा है और यह वहां के लोगों के लिए गंभीर खतरे के तौर पर उभर रहा है। ध्यान देने वाली बात यह है कि तब तक चीन ने इस वायरस को लेकर न तो अपने नागरिकों और न ही दुनिया को कुछ बताया था। एबीसी न्यूज ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि अमेरिकी सेना के नेशनल सेंटर फॉर मेडिकल इंटेलिजेंस (NCMI) की नवंबर की इंटेलिजेंस रिपोर्ट में कहा गया था कि वायरस से प्रलय जैसी बर्बादी हो सकती है।

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बीसी न्यूज ने सूत्रों के हवाले से लिखा कि उस इंटेलिजेंस रिपोर्ट के बारे में तब अमेरिका की डिफेंस इंटेलिजेंस एजेंसी, पेंटागन के जॉइंट स्टाफ और व्हाइट हाउस को बार-बार बताया गया। न्यूज चैनल के दावे के बाद ट्रंप प्रशासन की तैयारियों पर भी सवाल उठ रहे हैं कि जब उन्हें नवंबर में ही आगाह किया गया तो वायरस को फैलने से रोकने के लिए समय रहते जरूरी कदम क्यों नहीं उठाए गए। हालांकि NCMI ने एबीसी न्यूज के दावे का खंडन किया है।

मेरिका में अब तक कोरोनावायरस के 502,049 मामलों में से 27,239 लोग रिकवर कर चुके हैं जबकि 18,719 लोगों की मौत हो चुकी है। अमेऱिका में कोरोनावायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित शहर न्यूयॉर्क है जहां अबतक 1,72,358 कोरोना वायरस के मामले सामने आ चुके हैं। इसके बाद 54,588 मामलों के साथ न्यू जर्सी दूसरे नंबर पर है।

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