मजदूरों को रोजी-रोटी देने में अक्षम नीतीश सरकार अब प्रवासी मजदूरों को बांटेगी कंडोम

Update: 2020-05-30 06:09 GMT

जहां लोग भूखे-प्यासे बेरोजगार मौत के मुहाने पर खड़े हैं, जीने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, बिहार सरकार को परिवार नियोजन की पड़ी है, वह अब उन प्रवासी मजदूरों को कंडोम बांटेगी जो क्वारंटीन अवधि पूरी कर अपने घर लौटेंगे....

पटना, जनज्वार। कोरोना से हुए लॉकडाउन के बाद सबसे ज्यादा दुर्गति बिहार के प्रवासी मजदूरों की हुई। मीडिया में आई खबरों के मुताबिक अब तक महानगरों से घर लौटने के क्रम में सैकड़ों प्रवासी मजदूरों की मौत हो चुकी है। इनमें पैदल भूख—प्यास और दुर्घटना में शामिल हुई मौतें हैं।

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जाय प्रवासी मजदूरों के भूख-प्यास और रोजगार का पुख्ता इंतजाम करने के बिहार सरकार ने एक ऐसा फैसला लिया है, जिसके लिए सोशल मीडिया पर उसका खूब मजाक उड़ाया जा रहा है। जहां लोग भूखे-प्यासे बेरोजगार मौत के मुहाने पर खड़े हैं, बिहार सरकार को परिवार नियोजन की पड़ी है। वह अब उन प्रवासी मजदूरों को कंडोम बांटेगी जो क्वारंटीन अवधि पूरी कर अपने घर लौटेंगे।

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​बिहार में परिवार नियोजन कार्यक्रम को प्रमोट करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से यह पहल की गई है। इसके तहत 14 दिनों की क्वारंटाइन अवधि पूरी करने वाले प्रवासियों को परिवार नियोजन का तरीका भी बताया जाएगा, साथ ही इसके लिए जरूरी अस्थाई साधनों का वितरण होगा। मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक गोपालगंज जिले में स्वास्थ्य विभाग ने इस तरह के पहल की शुरुआत की है।

वभारत टाइम्स में प्रकाशित खबर के अनुसार, केयर इंडिया के परिवार नियोजन समन्वयक अमित कुमार ने बताया कि डोर टू डोर हेल्थ चेकअप के दौरान पोलियो अभियान के सुपरवाइजर के माध्यम से प्रवासियों को परिवार नियोजन के बारे में जानकारी दी जाएगी। इसके अलावा परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों का वितरण होगा।

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गोपालगंज के डीपीएम धीरज कुमार ने बताया कि 14 दिन की क्वारंटाइन अवधि पूरा कर चुके प्रवासियों के बीच परिवार नियोजन के लिए जरूरी अस्थाई साधनों का वितरण होगा। डोर टू डोर हेल्थ चेकअप के दौरान पोलियो के सुपरवाइजर 14 दिन की होम क्वारंटाइन की समयसीमा पूरी कर चुके प्रवासियों को विभाग की तरह से कंडोम उपलब्ध कराया जाएगा। कंडोम सिर्फ उन्हीं लोगों को मिलेगा, जिन्होंने 14 दिनों की क्वारंटाइन अवधि पूरी कर ली है।

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केयर इंडिया के परिवार नियोजन समन्वयक अमित कुमार के मुताबिक दूसरे राज्यों से आने वाले प्रवासियों को क्वारंटीन में रखने के लिए श्रेणी का बंटवारा किया गया है। अब सूरत, अहमदाबाद, नोएडा, गुरुग्राम, गाजियाबाद, दिल्ली, मुंबई, फरीदाबाद, कोलकाता, बेंगलुरु से आने वाले प्रवासियों को ही क्वारंटीन सेंटर में रखा जाएगा, जबकि इन जगहों को छोड़कर अन्य राज्यों से आने वाले प्रवासियों को 14 दिन के लिए होम क्वारंटीन में रखा जाएगा। प्रवासियों को होम क्वारंटीन में रख कर उनका 14 दिन तक प्रतिदिन स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा। इसको लेकर पोलियो के सुपरवाइजरों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण के दौरान ही सुपरवाइजरों को कंडोम बॉक्स उपलब्ध कराया गया है, जो डोर टू डोर जांच के दौरान प्रवासियों के बीच कंडोम का वितरण करेंगे।

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कौल अमित कुमार 14 दिनों तक होम क्वारंटीन में रहने वाले व्यक्तियों के घर के बाहर होम क्वारंटीन का पोस्टर चस्पां किया जाएगा। उन्हें होम क्वारंटीन संबंधी पम्पलेट भी उपलब्ध कराई जाएंगी। पर्यवेक्षक के द्वारा 14 दिन तक चिपकाए गए पोस्टर पर तिथि सहित हस्ताक्षर किए जाएंगे।

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