ट्रेनों में मरने का सिलसिला जारी, मुजफ्फरपुर स्टेशन पर 2 श्रमिक ट्रेनों से उतारे गए महिला और बच्चे के शव
रास्ते में अरवीना खातून की तबीयत ट्रेन में ही खराब हो गई और लगभग 12 बजे दिन में ट्रेन में ही उनकी मौत हो गई। श्रमिक ट्रेन जब दोपहर बाद 3 : 30 बजे मुजफ्फरपुर पहुंची तो उनके शव को उतारा गया....
मुजफ्फरपुर, जनज्वार। बिहार के मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन पर सोमवार 25 मई को दो अलग-अलग श्रमिक स्पेशल एक्सप्रेस ट्रेनों से दो शव उतारे गए। मौतों को लेकर जिला प्रशासन कुछ बता नहीं पा रहा है।
मुजफ्फरपुर जिले के एक अधिकारी ने बताया कि रेलवे स्टेशन पर सोमवार को दो अलग-अलग श्रमिक ट्रेनों से दो शव बरामद किए गए हैं। एक की पहचान 35 साल की अरवीना खातून और दूसरे की 4 साल के इरशाद अहमद के रूप में की गई है।
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मुजफ्फरपुर जिला प्रशासन द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि कटिहार के रहने वाले मोहम्मद वजीर अहमदाबाद में मजदूरी करते थे। वे श्रमिक स्पेशल ट्रेन से अपनी पत्नी बच्चों और साली अरवीना खातून के साथ घर आ रहे थे।
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बयान में कहा गया है, "रास्ते में अरवीना खातून की तबीयत ट्रेन में ही खराब हो गई और लगभग 12 बजे दिन में ट्रेन में ही उनकी मौत हो गई। श्रमिक ट्रेन जब दोपहर बाद 3 : 30 बजे मुजफ्फरपुर पहुंची तो उनके शव को उतारा गया।"
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मोहम्मद वजीर ने बताया कि उनकी साली की तबीयत पिछले 3 दिनों से खराब चल रही थी। प्रशासन द्वारा एंबुलेंस के माध्यम से उन्हें कटिहार भेज दिया गया है।
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इसी तरह पश्चिम चंपारण के रहने वाले मोहम्मद पिंटू अहमदाबाद से श्रमिक ट्रेन से दानापुर पहुंचे और दानापुर से 25 मई को सीतामढ़ी वाली विशेष ट्रेन से सीतामढ़ी जा रहे थे। यात्रा के क्रम में उनके बच्चे की तबीयत खराब हो गई और मुजफ्फरपुर में उनके बच्चे मोहम्मद इरशाद अहमद की मौत हो गई।