मजदूरों ने किया यौन हिंसा के खिलाफ कैंडिल मार्च

Update: 2017-07-27 21:03 GMT

बाजारवाद के दौर में महिला हिंसा तेजी से बढ़ रही है। जब तक लोगों की समझदारी नहीं बदलेगी और महिलाओं की पूरी सुरक्षा की गारंटी तय नहीं होगी, तब तक यौन हिंसा की घटनाएं सुर्खियां बनती रहेंगी...

रुद्रपुर, उत्तराखण्ड। श्रमिक सयुंक्त मोर्चा के बैनर तले सिडकुल पंतनगर की यूनियनों व संगठनों ने हिमाचल प्रदेश की छात्रा के साथ दुराचार कर हत्या करने के विरोध में अंबेडकर पार्क से भगतसिंह चौक तक कैंडिल मार्च निकाला और एक स्वर से छात्रा के कातिलों की गिरफ्तारी की माँग की। मार्च में गुड़िया हम शर्मिदा हैं, तेरे कातिल जिन्दा हैं, महिला उत्पीड़न पर रोक लगाओ आदि नारे लगे और हत्यारों की गिरफ्तारी की माँग उठी।

मार्च में शामिल वक्ताओं ने कहा कि शिमला के कोटाखाई के एक सरकारी स्कूल में 10वीं की 16 वर्षीय छात्रा 4 जुलाई को घर से स्कूल के लिए निकली, जिसका निर्वस्त्र शव दो दिन बाद पास के जंगल से बरामद हुआ। पहले छात्रा से रेप हुआ और फिर उसकी निर्मम हत्या की गई।

वक्ताओं ने कहा कि क्योंकि मुख्य अभियुक्त को मुख्यमंत्री का संरक्षण प्राप्त है, इसलिए मामले में गिरफ्तार एक अभियुक्त की 18 जुलाई को पुलिस हिरासत में हत्या कर दी गई। आज के बाजारवाद के दौर में महिला हिंसा तेजी से बढ़ रही है। जब तक लोगों की समझदारी नहीं बदलेगी और महिलाओं की पूरी सुरक्षा की गारंटी तय नहीं होगी, तब तक यौन हिंसा और उससे पीड़ितों के अपमान की घटनाएं सुर्खियां बनती रहेंगी।

मार्च में मोर्चा अध्यक्ष दिनेश तिवारी, उपाध्यक्ष हेम चंद, सचिव संजय यादव, कोषाध्यक्ष प्रमोद तिवारी, निरंजन लाल, मजदूर सहयोग केन्द्र से मुकुल, इन्कलाबी मजदूर केन्द्र से दिनेश, महेन्द्रा सीआईई की पूर्णिमा, राने मद्रास, डेल्टा, नील आटो थाई सुमित, मंत्री मैटेलिक्स, परफेटी आदि यूनियनों के संजीत विश्वास, सुबोध, पुष्कर, भुवन पन्त, कमलेश सहित दर्जनों मजदूर उपस्थित रहे।

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