सवाल उठने लगे हैं कि भाजपा के मातृ संगठन आरएसएस ने कोरोना संकट में कितना दान दिया, ट्वीटर पर ट्रेंड कर रहा है #RSS_पैसे_निकाल ट्रेंड कर रहा है....
जनज्वार। कोरोना की भयावहता के बीच प्रधानमंत्री मोदी द्वारा 21 दिन का लॉकडाउन 23 मार्च को घोषित किया गया, जिसके बाद गरीबों और मजदूरों की सहायता के लिए तमाम हाथ आगे आये। इस बीच गरीब बेबस मजदूरों की वो हालत भी मीडिया में सामने आयी, जिसने शासन-प्रशासन की पोल खोलकर रख दी और यह भी कि गरीब किसी के लिए कोई मायने नहीं रखते।
इसी बीच कोरोना के नाम पर दान देने वाले तमाम लोग सामने आये हैं, इसमें फिल्मी जगत, उद्योग जगत से जुड़ी हस्तियां शामिल हैं। सोशल मीडिया पर यह सवाल उठने लगा है कि भाजपा के मातृ संगठन आरएसएस ने कोरोना संकट में कितना दान दिया है। ट्वीटर पर #RSS_पैसे_निकाल ट्रेंड कर रहा है।
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कीर्ति ने #RSS_पैसे_निकाल पर ट्वीट किया है, 'आरएसएस खुद को दुनिया का सबसे बड़ा समाजसेवी संगठन कहता है, जो कहता है कि वह हर आपदा में सबसे आगे खड़ा है, मगर अब वह गायब है।'
वीना डी ने ट्वीट किया है, '#RSS_ पैसे_निकाल #RSS_ दान_करो, भारत का सबसे अमीर एनजीओ... कोरोना महामारी से लड़ने के लिए भारत के गरीबों के लिए अपना पर्स कैसे ढीला करना है बस यह सोच ही रहा है।'
हंसराज मीणा ने ट्वीट किया है, 'इन निठल्ले संघियों ने देश के ग़रीब, मजदूरों को क्या दिया? #RSS_पैसे_निकाल
हंसराज मीणा ने एक अन्य ट्वीट में लिखा है, 'हे, संघी प्राणियो। इस संकट में तुमसे देश के गरीब, मजदूरों के लिए आगे आकर मदद करने के लिए ही तो कहा था, कोई गुनाह कर डाला क्या? क्या तुम्हें मुझे इस बात पर यौन शोषण, उत्पीड़न और मेरे बाप पर अभद्र टिप्पणी करते हुए अपराध बोध महसूस नहीं होता क्या? धिक्कार है। #संघी_बेशर्म_हो_गये'
अंजली यदुवंशी ने ट्वीट किया है, 'यह लॉकडाउन के समय का सबसे अच्छा ट्रेंड है, क्योंकि इससे आरएसएस का नकली हिंदुत्व वाला चेहरा सामने आता है।'
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हालांकि ट्वीटर पर #RSS_पैसे_निकाल का जो हैशटैग ट्रेंड कर रहा है, उसमें इसका विरोध करने वाले यूजर भी भारी संख्या में हैं।
योगेश पी चिंचोले ने कुछ तस्वीरें शेयर करते हुए ट्वीट किया है, 'यह उन बास्टर्ड के लिए है जो #RSS_ पैसा_निकाल टैग कर रहे हैं। ऐसे लोगों पर शर्म आती है। देखना होगा..आरएसएस की किसी से तुलना नहीं की जा सकती।'
बासिक्स बाबा ने ट्वीट किया है, 'आखिर क्यों #RSS_ पैसा_निकाल ट्रेंड कर रहा है? वे झुग्गी वालों को रोज़ खिला रहे हैं। टाटा, अंबानी, पतंजलि, पारले जी, मंदिरों, गुरुद्वारों, मशहूर हस्तियों के दान के बारे में पढ़ें। निकायों, शैक्षिक निकायों आदि आदि... लेकिन अभी तक जामा मस्जिद या ओवैसी के दान की कोई खबर नहीं है...'
प्रभा ने ट्वीट किया है, 'हां, हर कोई आतंकी संगठनों को जानता है। क्या आप यह चाहते हैं कि मैं गोडसे को स्वतंत्र भारत का पहला आतंकवादी कहूं? #RSS_ पैसे_निकाल'
हालांकि सोशल मीडिया पर आरएसएस के विरोध और पक्ष में तमाम टिप्पणियों के बीच देश के कई इलाकों से आरएसएस द्वारा कोरोना लॉकडाउन के दौरान गरीबों—मजदूरों को मदद पहुंचाने की खबरें भी शेयर की जा रही हैं। कई जगह आरएसएस कार्यकर्ताओं द्वारा उन्हें भोजन उपलब्ध कराने की तस्वीरें और वीडियोज भी #RSS_ पैसा_निकाल के विरोध में डाले जा रहे हैं।
सोशल मीडिया पर ही आरएसएस के पैरवी करने वालों ने तस्वीरों और वीडियोज में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में लगातार दिल्ली, हरियाणा से वापस यूपी-बिहार जा रहे लोगों को रास्ते में संघ द्वारा खाने के पैकेट उपलब्ध कराने की बातें कही जा रही हैं। औरेया, इटावा, अकबरपुर, कानपुर, गोरखपुर, प्रयागराज, वाराणसी समेत कई जगहों पर ऐसे लोगों को खाने के पैकेट और पानी उपलब्ध कराए जा रहे हैं।