यूपी में मंदिर विवाद में वकील और उसकी बहन को मारी गोली, हत्या के आरोप में सपा MLC गिरफ्तार
पुलिस ने कहा इस घटना में जो भी दोषी है उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी, आरोपियों के पास जो भी असलहों के लाइसेंस हैं उनको निरस्त किया जाएगा...
औरैया, जनज्वार। उत्तर प्रदेश के औरैया जनपद में रविवार 15 मार्च को मंदिर विवाद को लेकर कुछ लोगों ने एक अधिवक्ता और उसकी बहन की गोली मारकर हत्या कर दी, जबकि इस दौरान एक राहगीर भी गंभीर घायल हो गया।
पुलिस का कहना है कि शहर के मोहल्ला नरायनपुर में मंदिर पर कब्जे के विवाद को लेकर 15 मार्च की शाम करीब तीन बजे कुछ लोगों ने छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष एवं अधिवक्ता 35 वर्षीय मंजुल चौबे और उसकी 28 वर्षीय बहन सुधा को गोली मार दी। गोली लगने के दौरान दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। बताया जा रहा है कि इस गोलीकांड के वक्त वहां से गुजर रहा एक राहगीर अजीत कुशवाहा भी घायल हो गया, जिसे गंभीर अवस्था में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस द्वारा दी गयी जानकारी के मुताबिक मंदिर को लेकर मंजुल चौबे और समाजवादी पार्टी के विधान परिषद के सदस्य (एमएलसी) कमलेश पाठक के परिवार के बीच विवाद चल रहा था। आरोप है कि इसी विवाद के चलते कमलेश पाठक, उनके भाई संतोष पाठक तथा रामू पाठक एवं रिश्तेदारों ने गोलीबारी कर इस घटना को अंजाम दिया।
इस मामले में पुलिस ने समाजवादी पार्टी के एलसी कमलेश पाठक, उनके भाई पूर्व ब्लॉक प्रमुख संतोष पाठक और रामू पाठक सहित 6 लोगों को हिरासत में ले लिया है। घटना के बाद गांव में एहतियातन पुलिस बल तैनता कर दिया गया है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
इस पूरे घटनाक्रम में कानपुर ज़ोन के एडीजी जयनारायण सिंह व आईजी मोहित अग्रवाल ने घटना स्थल का दौरा किया और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किये जाने का भरोसा दिया। एडीजी जयनारायण सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि इस घटना में जो भी दोषी है उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी। आरोपियों के पास जो भी असलहों के लाइसेंस हैं उनको निरस्त किया जाएगा। इसके अलावा गैंगस्टर जैसी कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी। साथ ही साथ उन्होंने कहा कि आरोपियों के पुराने केसों को भी खंगलवाया जाएगा। उन्होंने पुलिस के सामने हुयी इस घटना में बोलते हुए कहा कि पुलिस की भूमिका की भी जांच होगी।
गौरतलब है कि औरैया जैसे जिले में ऐसी घटनाएं अक्सर आम हैं। बीती ऐसी कई और भी घटनाएं हो चुकी हैं जिसमें कोई आर्थिक विवाद या फिर राजनीतिक महत्वाकांद्वाा की लोग बलि चढ़ चुके हैं। इसी तरह की एक घटना कल 15 मार्च की दोपहर दो बजे एक मंदिर की जमीन को लेकर हुए विवाद में फायरिंग हुई। फायरिंग में अधिवक्ता मंजुल चौबे और उसकी बहन की मौके पर ही मौत हो गयी तथा एक अन्य घायल हो गया। इस घटना का आरोप कद्दावर सपा एमएलसी कमलेश पाठक और उनके भाइयों पर लगा।
मृतकों के परिजनों का आरोप है कि पुलिस सामने साथ होकर भी मूकदर्शक बनी रही। मगर पुलिस का कहना है हम मामले की जांच कर रहे हैं और हमने सपा एमएलसी और उसके भाइयों को गिरफ्तार कर लिया है। जो भी दोषी पाया जायेगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी