BREAKING : बिहार के मोतिहारी, औरंगाबाद में पुलिसकर्मियों और स्वास्थ्यकर्मियों पर हमला
औरंगाबाद के पुलिस अधीक्षक दीपक वर्णवाल ने बताया कि कोरोना वायरस से संदिग्ध एक व्यक्ति के आने की सूचना मिलने के बाद गोह थाना क्षेत्र के एकौनी गांव में स्वास्थ्यकर्मियों और पुलिस की एक टीम गांव पहुंची थी...
जनज्वार ब्यूरो, औरंगाबाद। बिहार के पूर्वी चंपारण और औरंगाबाद जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में ग्रामीणों ने बुधवार को पुलिसकर्मियों और स्वास्थ्य विभाग की टीम पर हमला कर दिया। इस हमले में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी समेत कई पुलिसकर्मियों और स्वास्थ्यकर्मियों को चोटें आई हैं।
औरंगाबाद के पुलिस अधीक्षक दीपक वर्णवाल ने बताया कि कोरोना वायरस से संदिग्ध एक व्यक्ति के आने की सूचना मिलने के बाद गोह थाना क्षेत्र के एकौनी गांव में स्वास्थ्यकर्मियों और पुलिस की एक टीम गांव पहुंची थी। इसी दौरान ग्रामीणों ने स्वास्थ्यकर्मियों और पुलिसकर्मियों की टीम पर हमला बोल दिया। इस हमले में अनुमंडल पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) राजकुमार तिवारी और उनके साथ मौजूद पुलिस के जवान घायल हो गए।
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उन्होंने बताया कि इस घटना में चिकित्सकों को भी चोटें आई हैं। वर्णवाल के मुताबिक घायलों को इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। उन्होंने बताया कि इस घटना के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 44 लोगों को हिरासत में लिया है तथा पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
पुलिस के मुताबिक, 'हरसिद्घि के प्रखंड विकास पदाधिकारी सुनील कुमार पूरी टीम के साथ जागापाकड़ गांव के महादलित टोला में कोरोना संक्रमण के रोकथाम व उससे बचाव को लेकर जागरूक करने के लिए पहुंचे थे। इसी क्रम में लोग दुकान खोलने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने की बातकरने लगे और अधिाकरियों से उलझ गए। कुमार ने इसकी सूचना अरेराज एसडीओ धीरेंद्र मिश्रा को दी। एसडीओ पुलिसकर्मियों को लेकर पहुंचे।
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एसडीओ ने बताया, 'हरसिद्घि बीडीओ कोरोना संक्रमण को लेकर लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए जागरूक करने गए थे। जहां लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने से इंकार करते हुए बीडीओ और मेडिकल टीम पर हमला कर दिया। इसकी जानकारी मिलने पर पुलिसकर्मियों के साथ पहुंचे और उग्र ग्रामीणों के चंगुल से सुरक्षित निकालकर ले आए।'