प्रवासी मजदूरों से राहुल गांधी क्या मिले कि बौखलाहट में आ गई मोदी सरकार

Update: 2020-05-18 02:30 GMT

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जहां रविवार को राहुल गांधी की मुलाकात को ड्रामेबाजी करार दिया, वहीं कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाल ने कहा कि सरकार को इस टिप्पणी के लिए प्रवासी मजदूरों से माफी मांगनी चाहिए...

जनज्वार। प्रवासी मजदूरों से पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की दिल्ली में शनिवार की मुलाकात के बाद केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार और विपक्षी दल कांग्रेस के बीच शब्दों की जंग छिड़ गई है।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जहां रविवार को राहुल गांधी की मुलाकात को ड्रामेबाजी करार दिया, वहीं कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाल ने कहा कि सरकार को इस टिप्पणी के लिए प्रवासी मजदूरों से माफी मांगनी चाहिए।

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सुरजेवाला ने कहा कि वित्त मंत्री ने प्रवासी मजदूरों के जख्मों पर नमक छिड़का है। उन्होंने कहा, 'अगर दर्द साझा करना अपराध है, तो हम ऐसा करना जारी रखेंगे।" सुरजेवाला ने कुछ समय पहले मोदी द्वारा 'मजदूरों के पैर धोने के असली नाटक' की भी याद दिलाई।'

Full View ने शनिवार को मथुरा रोड पर सुखदेव विहार फ्लाईओवर के पास राहुल गांधी की प्रवासी मजदूरों से बातचीत की वीडियो और तस्वीरें जारी की थीं। ये मजदूर करीब 700 किलोमीटर दूर झांसी के पास स्थित अपने गांव जा रहे थे। वे अंबाला से पैदल चले थे।

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राहुल गांधी ने फुटपाथ पर बैठकर 20 मजदूरों के समूह से बातचीत की थी। सुरजेवाला ने कहा कि राहुल गांधी ने क्षेत्रीय मीडिया कर्मियों के साथ बातचीत के बाद खुद दौरा करने और जमीनी हालात देखने का फैसला किया है।

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