करतारपुर कॉरिडोर पर मुख्यमंत्री अमरिंदर ने पंजाब के डीजीपी को लगाई फटकार, बोले ना करें ऐसी बयानबाजी
पंजाब के डीजीपी दिनकर गुप्ता ने एक कार्यक्रम में कहा था कि पाकिस्तान इतना शातिर है कि वह करतारपुर कॉरिडोर के रास्ते गए किसी भी व्यक्ति को सुबह से शाम तक आंतकवादी बना सकता है....
जनज्वार ब्यूरो। पाकिस्तान और भारत सीमा के बीच स्थति करतारपुर कॉरिडोर को लेकर एक बार फिर से पंजाब का सियासी माहौल गर्मा गया है। विवाद इतना बढ़ गया कि पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह को बयान देना पड़ा कि सरकार किसी भी हालत में कॉरिडोर बंद नहीं करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि वह सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के साथ पीएम नरेंद्र मोदी से मिल कर मांग रखेंगे कि कॉरिडोर में जाने पर पासपोर्ट और 20 डालर की फीस खत्म की जाए।
डीजीपी बोले थे, आतंकवादी तैयार कर सकता है पाकिस्तान
पंजाब के डीजीपी दिनकर गुप्ता ने एक मीडिया हाउस के कार्यक्रम में बयान दिया था। उन्होंन कहा था कि पाकिस्तान इतना शातिर है कि वह करतारपुर कॉरिडोर के रास्ते गए किसी भी व्यक्ति को सुबह से शाम तक आंतकवादी बना सकता है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को इतना समय काफी है, मात्र एक दिन में वह किसी भी व्यक्ति को आतंकवादी गतिविधियों के लिए प्रशिक्षित कर सकता है। उनके इस बयान की पंजाब के सभी दलों ने कड़ी आलोचना की थी।
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विपक्ष के निशाने पर कैप्टन सरकार
इस बयान के बाद विपक्ष ने कैप्टन सरकार को आड़े हाथ लिया।उनका आरोप है कि यह बयान सिख धर्म की भावनाओं को आहत कर रहा है। इस तरह के बयान देकर कैप्टन सरकार कॉरिडोर को बंद करने की जमीन तैयार कर रही है। सरकार की सहमति के बिना डीजीपी इस तरह का बयान नहीं दे सकते हैं। विपक्ष को हमलावर होता देख कैप्टन सरकार बैकफुट पर है। विपक्ष की मांग है कि सरकार तुरंत डीजीपी को उनके पद से हटाए।
सीएम ने कहा नहीं बोलनी चाहिए ऐसी बात
डीजीपी के बयान पर पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह ने कहा कि उन्हें इस तरह की बातें नहीं बोलनी चाहिए थी। वह पुलिस अधिकारी हैं, उनकी हर बात के मायने हैं। इस तरह के विवाद नहीं होने चाहिए थे। उन्होंने यह भी कहा कि डीजीपी इस पर अपना स्पष्टीकरण दें।
अकाली दल ने बताय गहरी साजिश
शिरोमणि अकाली दल के बिक्रम मजीठिया ने दिनकर का बयान को एक गहरी साजिश बताया। बिक्रम मजीठिया ने कहा, 'दिनकर गुप्ता का बयान पूरी तरह से अस्वीकार्य है। दिनकर का बयान हर सिख को आतंकवादी बताने की इंदिरा गांधी की विचारधारा को आगे बढ़ा रहा है। यह एक गहरी साजिश है।'
डीजीपी बोले कि मेरे बयान को गलत तरह से पेश किया गया
दूसरी ओर डीजीपी ने कहा कि उनके बयान को गलत तरह से पेश किया गया है। उन्होंने यह नहीं कहा था जिस तरह से मीडिया में बताया और दिखाया जा रहा है। उन्होंने बस इतना कहा था कि पाकिस्तान आतंकवाद के लिए कुछ भी कर सकता है। उन्होंने कहा कि उनका बयान सुरक्षा के मद्देनजर दिया गया था।
पिछले साल नौ नवंबर को खुला था कॉरिडोर
भारत और पाकिस्तान की करतारपुर में स्थित गुरुद्वारे के लिए एक स्पेशल कॉरिडोर का निर्माण हुआ। बीते 9 नवंबर 2019 को इस आधिकारिक रूप से खोल दिया गया था। पंजाब सरकार के मुताबिक अभी तक 51 हजार श्रद्धालु कॉरिडोर से होते हुए गुरुद्वारे के दर्शन कर चुके हैं।
सिखों का पवित्र स्थल है करतारपुर साहिब
करतारपुर कॉरिडोर बनने से सिख समुदाय के लोग आसानी से पाकिस्तान स्थित करतारपुर साहिब के दर्शन कर सकते हैं। यह गुरुनानक देव की स्थली है। करतारपुर कॉरिडोर का लेकर भारत और पाकिस्तान क बीच 1998 में बातचीत शुरू हुई थी। जो पिछले साल सिरे चढ़ी।
फीस भी होनी चाहिए खत्म
अभी तक करतारपुर जाने वाले श्रद्धालु को अपना पासपोर्ट दिखाना पड़ता है। हालांकि पासपोर्ट पर स्टंप नहीं लगती। फिर भी पासपोर्ट पहचान के लिए आवश्यक है। यदि किसी श्रुद्धालु के पासपोर्ट नहीं है तो उसे आगे नहीं जाने दिया जाता। इसके साथ ही 20 डालर फीस के तौर पर भी लिए जाते हैं। अकाली दल समेत सभी विपक्षी दलों की पंजाब सरकार से मांग है कि पासपोर्ट व 20 डालर फीस खत्म की जाए। इसके लिए सरकार उचित कदम उठाए।
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पीएम के सामने रखेंगे बात : कैप्टन
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बताया कि इस बारे में पीएम से एक प्रतिनिधिमंडल मिलेगा। वह खुद चाहते हैं कि यह शर्त हटनी चाहिए। क्योंकि यह यात्रा एक धार्मिक यात्रा है। इस पर फीस लेना और दूसरी शर्त लगाना सही नहीं है। उन्होंने कहा कि करतारपुर हम सभी की आस्था का केंद्र है।