क्राइम ब्रांच की टीम ने ताहिर को कोर्ट की पार्किंग से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार करने के बाद ताहिर हुसैन को क्राइम ब्रांच के दफ्तर ले जाया गया...
जनज्वार। दिल्ली हिंसा में आईबी अधिकारी की हत्या के मामले में फरार चल रहे आम आदमी पार्टी के पूर्व पार्षद ताहिर हुसैन सरेंडर करने के लिए आज दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट पहुंचे। यहां उन्हें क्राइम ब्रांच की टीम ने गिरफ्तार कर लिया। ताहिर ने कड़कड़डूमा कोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए भी अर्जी दाखिल की थी। जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया। दंगे में नाम सामने आने के बाद आम आदमी पार्टी ने ताहिर को पार्टी से निलंबित कर दिया था। ताहिर पर 28 फरवरी को पुलिस ने केस दर्ज किया था।
क्राइम ब्रांच की टीम ने ताहिर को कोर्ट की पार्किंग से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार करने के बाद ताहिर हुसैन को क्राइम ब्रांच के दफ्तर ले जाया गया। मामले की जांच में जुटी क्राइम ब्रांच की एसआईटी ने ताहिर के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी करने की तैयारी की थी। इसे पहले उसने सरेंडर करने का फैसला किया उन्होंने खुद पर लगे सारे आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि मुझे फंसाया जा रहा है। उपद्रवियों ने मेरे मकान का गलत इस्तेमाल किया है।
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ताहिर ने कहा कि मैं किसी भी प्रकार की जांच के लिए तैयार हूं। बीजेपी ने मुझे साजिश के तहत फंसाया है। मैंने अपने घर से डंडे से उपद्रवियों को भगाने की कोशिश की थी। मेैं नारको टेस्ट के लिए भी तैयार हूं। पुलिस ने मुझे खुद मेरे घर से रेस्क्यू किया था। दिल्ली हिंसा के बाद से ताहिर की तलाश में जुटी एसआईटी ने दिल्ली-एनसीआर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 14 स्थानों पर ताहिर की तलाश में छापेमारी की थी।
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संशोधित नागरिकता कानून के समर्थक और विरोधी समूहों के 23 फरवरी में उत्तर-पूर्वी दिल्ली में शुरू हुई झड़प ने सांप्रदायिक हिंसा का रुप ले लिया था। इसमें 48 लोगों की मौत हो गई। उन्मादी भीड़ ने घरों, दुकानों, वाहनों और एक पेट्रोल पंप को आग लगा दी और स्थानीय लोगों तथा पुलिसकर्मियों पर पथराव किया। दंगा प्रभावित इलाकों में जाफराबाद, मौजपुर, बाबरपुर, यमुना विहार, भजनपुरा, चांद बाग और शिव विहार शामिल हैं। इस दौरान ताहिर हुसैन के घर से भी पथराव और उपद्रव की तस्वीरें सामने आईं जिसके बाद उनपर आईबी अधिकारी की हत्या के आरोप भी लगे। घटना के बाद से वे फरार चल रहे थे।