गरीब और भूखे मजदूरों से पैसे वसूलने पर लोगों ने कहा 'शर्म करो योगी'

Update: 2020-03-29 15:02 GMT

उत्तर प्रदेश की रोडवेज बसों के द्वारा मजदूरों की जेबों को लूटा जा रहा है। मजदूरों को घरों तक पहुंचाने के लिए बसों द्वारा डबल किराए की वसूली मजदूरों से की जा रही है...

जनज्वार। देश में कोरोना वायरस का फैलाव काफी तेजी से हो रहा हैं। ऐसे में अभी तक स्वास्थय मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक देश में 979 लोग अभी तक कोरोना वायरस से संक्रमित हैं। जबकि कोरोना संक्रमण के कारण 25 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा दिल्ली में बड़ी संख्या में बिहार और उत्तर प्रदेश से आए मजदूर दिल्ली को छोड़ अपने घरों में जाने के लिए दिल्ली के अलग अलग इलाकों से आनंद विहार और कौशाम्बी बस स्टेशन में एकत्र हो रहे है।

न मजदूरों के लिए अपने-अपने घरे के लिए पलायन करना एक बड़ी चुनौती बन चुकी है। इससे निपटने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों ने कई कदम उठाए है। मजदूरों के पलायन में सबसे बुरा हाल दिल्ली एनसीआर के उन इलाकों का है जहां पर बड़ी संख्या में मजदूर, रिक्शा चालक और फैक्ट्री कर्मचारी अपने गांव की ओर लौटने के लिए हजारों की तादाद में निकल पड़े हैं।

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हालांकि ये हाल सिर्फ दिल्ली एनसीआर के मजदूरों का ही नहीं बल्कि देश के दूसरे छोटे बड़े शहरों से भई लोगों का पलायन यूं ही जारी है। ऐसे में मजदूर बिना कुछ खाना खाए या कोरोना वायरस के डर के बिना निकलने के मजबूर हैं। मजदूरों का कहना है कि ना ही उनके पास कोई काम ही जिस कारण वो कोरोना से नहीं तो भूख से जरूर मर जाएंगे।

लॉकडाउन में फंसे दिल्ली राजस्थान और हरियाणा आदि से यूपी और बिहार जाने वाले मजदूरों को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए शुक्रवार को यूपी रोडवेज ने 16 घंटों के दौरान 86 बसें चलाई। इस दौरान यात्रियों की भीड़ और सोशल डिस्टेंस के नियम का पालन न होने के कारण रोडवेज व जिला प्रशासन की किरकिरी भी हुई।

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से में मजदूरों के इन मुश्किल घड़ी में जब उनके पास खाने और रहने के लिए कुछ नहीं है और सरकार की दावों के बावजूद उनको किसी तरह की कोई मदद नहीं मिल पा रही है। रोडवेज की बसों के द्वारा मजदूरों की जेबों को लूटा जा रहा है। मजदूरों को घरों तक पहुंचाने के लिए बसों द्वारा डबल किराए की वसूली मजदूरों से की जा रही है। जिसके बाद सोशल मीडिया में भी लोगों के द्वारा योगी सरकार की आलोचना करना शुरू कर दिया। किराए की डबल वसूली पर लल्न कुमार ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कहा कि मुख्यमंत्री जी ऐसे समय में मजदूरों के पास खाने तक को पैसे नहीं हैं और आप त्रासदी में उनकी जेबें काट रहे हैं।

हीं फेसबुक पर कश्मीरनामा के लेखक अशोक कुमार पांडेय कहते है कि जिन लोगों को लगता है कि सड़क पर भटक रहे मजदूरों के लिए सरकार द्वारा फ्री बस सेवा दी जा रही है वो ये देख ले।

हीं आज़ाद हिंद सेना नाम के ट्वीट हैंडल ने राजस्थान परिवहन और उत्तर प्रदेश परिवहन पर अंतर करते हुए कहा है कि ये दो राज्यों के सरकारी बस टिकट है दोनों ही 29 मार्च के है। राजस्थान की गहलोत सरकार ने मजदूरों से शून्य रुपया लिया है जबकि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने 692 रुपया लिया है। ऐसी हालत में भी लूट रहैं।

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