अमेरिकी एजेंसी ने CAA पर जताई चिंता, कहा भारत में धार्मिक आजादी में आई गिरावट

Update: 2020-02-21 04:00 GMT

अमेरिकी एजेंसी यूएससीआईआरएफ ने कहा, भारत में धार्मिक स्वतंत्रता की आजादी में आई गिरावट, भारतीय मुसलमानों का व्यापक विघटन...

जनज्वार। यूएससीआईआरएफ (यूनाइटेड स्टेट्स कमीशन ऑन इंटरनेशनल रिलीजन फ्रीडम) एक अमेरिका की एजेंसी है जो दुनिया भर में धार्मिक मसलों पर रिपोर्ट तैयार कर सीधा अमेरिकी राष्ट्रपति, अमेरिकी संसद और अमेरिकी सीनेट को अपनी रिपोर्ट देती है। इस एजेंसी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनाल्ड ट्रंप के भारत दौरे से ठीक पहले 19 फरवरी को एक रिपोर्ट जारी की है।

रिपोर्ट के मुताबिक भारत में धार्मिक उत्पीड़न के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। इसके साथ ही इस रिपोर्ट में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर चिंता जताई गई है। एजेंसी ने 2019 के इस वार्षिक रिपोर्ट में भारत को टियर-2 की श्रेणी में रखा है।

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अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर नजर रखने वाली एजेंसी यूएससीआईआरएफ ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि 2018 के बाद से भारत में धार्मिक उत्पीड़न के मामले बढ़े हैं। रिपोर्ट के मुताबिक सीएए लागू किए जाने के बाद भारत में धार्मिक स्वतंत्रता की आजादी में गिरावट आई है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि कुछ राज्यों में धार्मिक स्वतंत्रता से बिगड़ती परिस्थितियों को उजागर किया गया लेकिन राज्यों की सरकार इन्हें रोकने का प्रयास नहीं कर रही हैं।

Full View अलावा रिपोर्ट में यह उल्लेख किया गया है कि भारतीय जनता पार्टी के सदस्यों का हिंदू चरमपंथी के संगठनों से संबंध रहा, जिन नेताओं ने जनता के बीच भड़काऊ भाषा का प्रयोग किया। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बात करें तो उन्होंने भी सीएए के विरोध प्रदर्शन के दौरान देशभर में भड़की हिंसा को कम करने वाले बयान नहीं दिए।

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स रिपोर्ट में कहा गया है कि सीएए के पारित होने के तुरंत बाद भारत भर में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू हुए और सरकार ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ एक हिंसक कार्रवाई की। रिपोर्ट के मुताबिक प्रस्तावित राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) के साथ, ऐसी आशंकाएं हैं कि यह कानून भारतीय नागरिकता के लिए एक धार्मिक परीक्षण बनाने के प्रयास का हिस्सा है और इससे भारतीय मुसलमानों का व्यापक विघटन हो सकता है।

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