Almora News : 'जनज्वार' की खबर का असर : दलित दूल्हे को घोड़ी से उतारने के मामले में 5 महिलाओं समेत आधा दर्जन पर केस दर्ज
Almora News : प्रभारी नायाब तहसीलदार दिवानगिरी गोस्वामी ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। राजस्व विभाग की टीम के साथ गांव जाकर दूल्हे व अन्य ग्रामीणों के बयान दर्ज किए हैं....
Almora News : अल्मोड़ा जिले के सल्ट इलाके में सवर्ण समाज के लोगों द्वारा कथित रूप से दलित दूल्हे को घोड़ी से उतारने व बारात को जलाकर मारने की धमकी देने के मामले में पांच महिलाओं सहित आधा दर्जन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
गुजरे सोमवार को हुए इस घटनाक्रम की खबर को जनज्वार ने प्रमुखता से छापा था। जिसके बाद राजनैतिक व प्रशासनिक हल्को में हड़कंप मच गया था (देखें संबंधित खबर)। जिसके बाद इस मामले में दूल्हे के पिता दर्शन लाल की तहरीर के आधार पर तारा देवी पत्नी कुबेर सिंह, जिबुली देवी पत्नी रमेश सिंह, रूपा देवी पत्नी शिव सिंह, भगा देवी पत्नी आनन्द सिंह, मना देवी पत्नी रतन सिंह व कुबेर सिंह पुत्र मुकुन्द सिंह आदि लोगों के खिलाफ भारतीय दण्ड संहिता की धारा 504, 506 व अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम की धारा 3 (x), 3 (xiv) के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
प्रभारी नायाब तहसीलदार दिवानगिरी गोस्वामी ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। राजस्व विभाग की टीम के साथ गांव जाकर दूल्हे व अन्य ग्रामीणों के बयान दर्ज किए हैं। पूरे मामले की जांच की जा रही है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
क्या था मामला ?
अल्मोड़ा जिले की सल्ट तहसील के ग्राम थला तडियाल (मौडाली) निवासी एक अनुसूचित जाति (शिल्पकार) परिवार दर्शन लाल पुत्र श्याम लाल ने एसडीएम सल्ट गौरव पाण्डे को लिखित शिकायत देते हुए बताया था कि सोमवार दो मई को उसके पुत्र विक्रम कुमार के विवाह के दौरान ग्राम थला तडियाल के तोक मजबाखली के कुछ महिलाओं व पुरूषों आदि लोगों द्वारा दुल्हे को अनुसूचित जाति के होने के कारण घोड़े से जबरन उतारने की कोशिश की गयी। साथ ही जाति सूचक शब्दों का प्रयोग किया गया और समस्त बारातियों को मारने व कफल्टा काण्ड की धमकी दी गयी कि अगर दुल्हा को घोडे से उतारा नहीं गया तो पूरी बारातियों को कफल्टा काण्ड की तरह ही मार दिया जायेगा।
इन लोगों ने धमकी दी थी कि किस्मत अच्छी है कि आज हमारे गांव के सभी पुरूष वर्ग घर में नहीं हैं। अगर वह घर पर होते तो आज ही सारी बारातियों को यही पर जिन्दा जला दिया जाता। अगर फिर से कोई अनुसूचित जाति की बारात में दुल्हा घोडे में बैठ कर आयेगा तो सभी बारातियों को जिन्दा जला दिया जायेगा। दर्शन लाल ने इस मामले में कड़ी कार्यवाही की मांग करते हुए इसकी प्रतिलिपि अल्मोड़ा डीएम, अनुसूचित जाति/अनुसूचित जन जाति आयोग उत्तराखण्ड देहरादून, राज्यपाल व प्रधानमंत्री कार्यालय को भी भेजी थी।