Chaibasa News : सड़क हादसे में आडवाणी की सुरक्षा में तैनात NSG कमांडो समेत 2 की मौत, दिवाली की छुट्टी पर आए थे घर
Chaibasa News : एनएसजी कमांडों पोरेश की पत्नी ने बताया कि गुरुवार की शाम को उनके पति तीन दिन की छुट्टी पर घर आए। थोड़ी देर घर में रहने के बाद मामा के लड़के के साथ घर से निकल गए।
Chaibasa News : भाजपा के वयोवृद्ध नेता लालकृष्ण आडवाणी (Lalkrishna Advani) की सुरक्षा में तैनात 31 वर्षी एनएसजी (NSG) कमांडो पोरेश बिरूली की सड़क हादसे (Road Accident) में मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक पोरेश दिवाली के लिए गुरुवार 3 नवंबर की शाम को तीन दिन की छुट्टी पर घर पहुंचे थे।
पोरेश ने दिवाली (Diwali 2021) के मौके पर परिजनों के साथ पटाखे भी फोड़े, फिर अपने ममेरे भाई के साथ मोटरसाइकिल पर सवार होकर किसी दोस्त से मिलने निकल गए। इसी दौरान रात 10 से 11 बजे के बीच चाईबासा रेल ओवर ब्रिज पर सड़क हादसा हो गया। घटना के दौरान उनके साथ मामा का लड़का राजा तियु भी था। बाइक पर सवार दोनों को तेज रफ्तार ट्रक ने रौंद दिया। दोनों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
पोरेश के परिजनों ने आज शुक्रवार को इसकी जानकारी पुलिस को दी है। उनकी दो बेटियां हैं। एक 7 साल और दूसरी 4 साल की है। पोरेश बिरूली की पत्नी झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी में प्रोग्राम ऑफिसर रूप में कार्यरत हैं।
एनएसजी कमांडों पोरेश की पत्नी ने बताया कि गुरुवार की शाम को उनके पति तीन दिन की छुट्टी पर घर आए। थोड़ी देर घर में रहने के बाद मामा के लड़के के साथ घर से निकल गए। रात दस बजे फोन पर उनसे बात भी हुई, थोड़ी देर में घर लौटने की बात कही लेकिन पूरी रात कोई पता नहीं चला। सुबह दुर्घटना के बारे में जानकारी मिली।
उन्हें बताया गया कि दोनों बाइक सवार फ्लाइओवर से गुजर रहे थे, इसी दौरान एक भारी वाहन की चपेट में आने से उन्होंने बाइक पर से अपना संतुलन खो दिया और फ्लाइओव दोनों बाइक सहित काफी दूर घसीटते हुए चले गए। दोनों ने हेलमेट नहीं पहना था जिससे सिर पर गंभी चोट आई और घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
यह सड़क हादसा दीपावली की रात को उस समय हुआ जब शहर में नो एंट्री लगी थी। रातभर के लिए भारी वाहनों के लिए नो एंट्री रखी गई थी। इसके बावजूद सड़क पर बने चेक पोस्ट पर तैनात पुलिसकर्मी पैसा लेकर भारी वाहनों को नो एंट्री में अवैध तरीके से पार कराते हैं। इस कारण एक बड़ा हादसा हो गया। घटना के बाद स्थानीय लोग पुलिस प्रशासन के खिलाफ आक्रोश में हैं।
पुलिस दोनों शवों को सड़क से उठाकर सदर अस्पताल पोस्टमॉर्टम के लिए ले गई, इनकी पहचान होने के बाद अगले दिन शुक्रवार को परिजन सदर अस्पताल पहुंचे और पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू की गई। इस हादसे के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। घर में खुशियों की जगह अब मातम है।