इंदौर गैंगरेप: लड़के को फंसाने के लिये युवती ने गढ़ी थी सामूहिक बलात्कार की झूठी कहानी

पुलिस का कहना है शुरुआती छानबीन से पता चल रहा है कि युवती अक्षय नाम के लड़के को फंसाना चाह रही थी, अक्षय के पास युवती के कुछ वीडियो हैं, जिसका जिक्र पीड़िता कई बार अपने बयान में कर चुकी थी....

Update: 2021-01-21 10:10 GMT

प्रतीकात्मक फोटो

जनज्वार। मध्य प्रदेश के इंदौर के बाणगंगा थाना क्षेत्र में सामूहिक बलात्कार की एक सनसनीखेज वारदात सामने आयी थी। युवती ने पुलिस के पास दर्ज बयान में कहा था कि 5 लड़कों ने उसके साथ गैंगरेप किया और फिर उसे बोरे में बंद कर रेलवे ट्रेक पर फेंक दिया। किसी तरह अपने को मुक्त कराने के बाद उसने अपने एक दोस्त को फोन किया और जिंदा बच पायी। इस मामले में पुलिस को ही कटघरे में खड़ा किया जा रहा था कि वह युवती की एफआईआर दर्ज नहीं कर रही है, जबकि पुलिस कह रही थी कि वह कुछ कोणों से मामले की जांच कर रही है।

मगर अब युवती कह रही है कि उसके साथ गैंगरेप की कोई वारदात नहीं हुयी थी। उसने पांच युवकों पर गैंगरेप का झूठा आरोप लगाया था। आरोप लगाने के मात्र 24 घंटे बाद ही बुधवार 20 जनवरी की शाम को युवती ने जुर्म कबूल कर लिया है। युवती ने पुलिस के सामने कबूला कि वह कुछ पुरानी घटनाओं से परेशान थी और सुसाइड करने रेलवे ट्रैक पर गई थी। वहां पर उसने युवक को फंसाने का प्लान बनाया और झूठी कहानी गढ़ी।

इस मामले में जांच करने वाली इंदौर पुलिस का कहना है कि जांच के दौरान हमें बुधवार 20 जनवरी को सुबह रेलवे कॉलोनी के पास से जो वीडियो फुटेज मिले थे, उसे देख युवती कंफ्यूज हो गई थी। पुलिस का यह भी कहना है कि उसे इा मामले में युवती पर पहले ही शक हो गया था। साथ ही पूछताछ में भी युवती लगातार अपने बयान से पलट रही थी। इससे पुलिस को समझ आ गया था कि युवती उन्हें गुमराह कर रही है।

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बुधवार 20 जनवरी की दोपहर में जांच के दौरान पुलिस ने अपहरण के घटनास्थल के साथ कई अन्य जगहों के फुटेज भी निकाले थे। फुटेज देखकर पुलिस को पता चल गया कि युवती ने जिस युवक को आरोपी बनाया था, वह घटनास्थल के आसपास भी नहीं गया था। उसके बयानों के मुताबिक घर से लेकर हनुमान मंदिर तक उसकी बताई पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई थी। अब पुलिस यह जांचने में जुटी है कि खुद के गैंगरेप की कहानी गढ़ने के पीछे युवती का क्या उद्देश्य था और आखिर वह 5 युवकों को फंसाना क्यों चाहती थी।

पुलिस का कहना है कि शुरुआती छानबीन से पता चल रहा है कि युवती अक्षय नाम के लड़के को फंसाना चाह रही थी। पुलिस का कहना है कि अक्षय के पास युवती के कुछ वीडियो हैं, जिसका जिक्र पीड़िता कई बार अपने बयान में कर चुकी थी।

गौरतलब है कि इंदौर शहर के बाणगंगा थाना क्षेत्र में एक युवती ने पांच युवकों पर गैंगरेप का आरोप लगाया है। युवती का आरोप था कि आरोपियों ने गैंगरेप के बाद उसे चाकू मारने की कोशिश की और बोरे में भरकर पटरी किनारे फेंककर चले गए। हालांकि अब तक इस मामले में पुलिस द्वारा कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है। पुलिस का कहना है कि फिलहाल वह मामले की जांच कर रही है।

वहीं आईजी हरिनारायण चारी मिश्रा ने इस मामले में मीडिया को बताया कि पीड़ित युवती ने पूछताछ में बताया कि घटना भागरीथपुरा इलाके में स्थित रेलवे ट्रैक के पास की है। वह पाटनीपुरा क्षेत्र में कोचिंग पढ़ने जाती है। जब वह मंगलवार 19 जनवरी की शाम को कोचिंग से लौट रही थी, तभी उसे उसका दोस्त अक्षय मिल गया। अक्षय के साथ पहले से उसका एक और दोस्त भी था।

युवती ने पुलिस को बताया, जब वह अक्षय और उसके दोस्त के साथ चल रही थी तो दोनों ने बातों के दौरान उसे कुछ सुंघाया जिससे वह बेहोश हो गयी। उसके बाद बेहोशी की हालत में ही वो उसे भागीरथपुरा रेलवे ट्रैक के पास ले गए, जहां पहले से तीन लोग मौजूद थे। बकौल पीड़िता अक्षय और उसके चार दोस्तों ने मिलकर उसके साथ हैवानियत की। जब उसने विरोध किया तो युवकों ने पीड़िता पर हमला कर दिया और बारी-बारी से उसे नोचते रहे।

युवती ने आरोप लगाया था कि बलात्कार करने के बाद उन पांचों ने उस पर चाकू से हमला किया और बोरे में बंद कर उसे आग के हवाले करने की भी कोशिश की।

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