अयोध्या : हिंदू बहुल गांव ने इकलौते मुस्लिम परिवार के प्रत्याशी को चुना प्रधान, पेश की मिसाल

हाफिज पेशे से किसान हैं। उन्होंने मदरसे से आलिम और हाफिज की डिग्री ली है। वो 10 वर्ष तक एक मदरसे के अध्यापक भी रह चुके हैं ....

Update: 2021-05-11 06:08 GMT

जनज्वार डेस्क। उत्तर प्रदेश के पंचायत चुनावों में अयोध्या के मतदाताओं ने धर्म की सियासत करने वाले सियासतदानों के सामने एक मिसाल पेश की है। दरअसल अयोध्या के एक हिंदू बहुल राजपुर गांव में लोगों ने एक मुस्लिम प्रत्याशी हाफिज अजीमुद्दीन को गांव का प्रधान बनाया है। राजापुर गांव में हाफिज का इकलौता मुस्लिम परिवार है। उन्हें गांव से 200 वोट मिले हैं। उन्हें प्रधान बनाए जाने के साथ ही गांव के लोगों की उनसे काफी उम्मीदें हैं।

जानकारी के मुताबिक 600 वोटों वाले राजापुर गांव में कुल 27 मुस्लिम मतदाता हैं। ये सभी लोग हाफिज के परिवार या रिश्तेदारी के ही लोग हैं। हाफिज कहते हैं कि गांव की प्रधानी जीतना, उनके लिए ईद के तोहफे जैसा है। वो कहते हैं कि गांव के हिंदू मतदाताओं के समर्थन ने ही उन्हें प्रधान बनाया है और अब लोगों की उम्मीद को पूरा करना उनका फर्ज है।

हाफिज पेशे से किसान हैं। उन्होंने मदरसे से आलिम और हाफिज की डिग्री ली है। वो 10 वर्ष तक एक मदरसे के अध्यापक भी रह चुके हैं और अब अपने परिवार के साथ गांव में ही खेती करते हैं। अजीमुद्दीन कहते हैं कि गांव के लोगों ने उनपर जो विश्वास जताया है, वो उसके लिए आभारी हैं।

गांव के किसान शेखर साहू ने बताया कि इस बार लोगों ने धर्म को नहीं, इंसान को देखकर अपना वोट डाला है। ये बात सही है कि हम सभी हिंदू धर्म को मानते हैं, लेकिन हमने मुस्लिम प्रधान को चुनकर ये साफ संदेश की कोशिश की है कि हम सभी धर्मों को समान रूप से सम्मान देते हैं।

अयोध्या मस्जिद ट्रस्ट के सचिव अतहर हुसैन ने अजीमुद्दीन को सांप्रदायिक भाईचारे की मिसाल बताते हुए कहा, अजीमुद्दीन का जीतना ये बताता है कि हिंदुस्तान में तमाम चुनौतियों के बावजूद सभी धर्मों में आपसी प्रेम बरकरार है और यही हमारे देश की असल ताकत है।

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