भाजपा से नाराज RSS का भारतीय मजदूर संघ, 28 अक्टूबर को देशव्यापी विरोध प्रदर्शन का किया ऐलान

भाजपा सरकार के खिलाफ प्रदर्शन का ऐलान करते हुए BMS के राष्ट्रीय सचिव ने कहा कि उन्हें इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता है कि सत्ता में कौन है। सार्वजनिक क्षेत्र के लिए सबका रुख समान रहना चाहिए...

Update: 2021-10-23 13:23 GMT

(मोदी सरकार के खिलाफ BMS का देशव्यापी प्रदर्शन )file photo

New Delhi: भाजपा सरकार की आर्थिक नीतियों को लेकर इन दिनों खूब सवाल उठ रहे हैं। विपक्षी पार्टियों के साथ साथ अब भाजपा के अपने खेमें से भी अब विरोध के स्वर उठने लगे है। मोदी सरकार की आर्थिक और विनिवेश नीतियों के विरोध में आरएसएस (RSS) से जुड़े संगठन भारतीय मजदूर संघ (BMS) द्वारा 28 अक्टूबर को देशव्यापी विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया गया है।

शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन करने की घोषणा करते हुए कहा है कि बीएमएस ने कहा कि संगठन 'वोट पर चोट' करेगा। बीएमएस के राष्ट्रीय सचिव गिरीशचंद्र आर्य ने शुक्रवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सरकार की आर्थिक नीतियां जनहित के अनुकूल नहीं है। राष्ट्रीय परिसंपत्तियों को बेचने का दीर्घकालिक नुकसान हाेगा। आर्य ने कहा कि सरकार से सार्वजनिक उपक्रमों को बेचने, सरकारी उपक्रमों में विदेशी पूंजी की सीमा बढ़ाने, बैंकों का निजीकरण करने आदि से संबंधित मुद्दों पर कई बार प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत की गयी है लेकिन सरकारी की आर्थिक नीतियों में कोई बदलाव नहीं आया है। सरकार अपने रुख पर अड़ी हुई है।

भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) के ऑल इंडिया सेक्रेटरी गिरीशचंद्र आर्य ने मीडिया एजेंसी ANI से बातचीत में कहा, ''बीएमएस की समन्वय समिति ने सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों के विनिवेश के सरकार के फैसले का विरोध करने का फैसला किया है। आंदोलन के लिए पहचान रखने वाले सभी ट्रेड यूनियनों को सरकार की इस नीति का विरोध करना चाहिए, लेकिन उन्होंने चुप रहना चुना। ऐसी स्थिति में हमने राष्ट्रव्यापी धरने का फैसला किया है।''

RSS संगठन का हिस्सा भारतीय मजदूर संघ के राष्ट्रीय सचिव ने भाजपा सरकार के खिलाफ प्रदर्शन का ऐलान करते हुए कहा कि उन्हें इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता है कि सत्ता में कौन है। सार्वजनिक क्षेत्र के लिए सबका रुख समान रहना चाहिए। यह महसूस करना चाहिए कि सार्वजनिक क्षेत्र बहुत अच्छा लाभांश देता है। केंद्र सरकार इसे क्यों बेचना चाहती है?'' आर्य ने कहा कि उन्होंने देशव्यापी प्रदर्शन में भाग लेने के लिए एनएचपीएल, बीएसएनएल और बीएचईएल सहित स्टील पावर, टेलिकॉम, बैंक, इंश्योरेंस सेक्टर के लोगों को भी आमंत्रित किया है।

बीएमएस के राष्ट्रीय सचिव गिरीशचंद्र आर्य ने कहा कि आर्थिक नीतियों में बदलाव के लिए भाजपा सरकार पर दबाव बनाने के कोशिश के तहत बीएमएस आगामी 28 अक्टूबर को देशभर में विरोध प्रदर्शन करेगा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम ज्ञापन सौंपेगा। उन्होंने कहा कि ये विरोध प्रदर्शन औद्योगिक क्षेत्र, जिला मुख्यालयों, सभी राज्य की राजधानियों और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में होंगे।


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