एनडीटीवी की पूर्व एंकर निधि राजदान पर हुए फिशिंग अटैक को लेकर इस समय खूब चर्चा हो रही है। निधि राजदान ने बीते साल 13 जून 2019 को ऐलान किया था कि उनका चयन हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के पत्रकार विभाग में बतौर असिस्टेंट प्रोफेसर हुआ है। हालांकि एक साल बाद उन्हें मालूम चला है कि उनके साथ धोखा हुआ है। बढ़ते साइबर अपराधों को लेकर जनज्वार ने साइबर क्राइम जर्नलिस्ट सुनील मौर्या के साथ चर्चा की।
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[3] NDTV एंकर का हार्वर्ड में प्रोफेसर होना क्या अकादमिक भ्रष्टाचार का वैश्विक नमूना नहीं?