Omicron Sub Variant : ओमिक्रोन का सब वेरिएंट BA.2 ज्यादा संक्रामक, डेनमार्क की स्टडी में चौंकाने वाला खुलासा

Omicron Sub Variant : ओमीक्रोन के सब वेरिएंट BA.2 पर हुई एक हालिया रिसर्च में डेनिश वैज्ञानिकों ने बताया है कि BA.2 ओमीक्रोन के पहले सब वैरिएंट BA.1 से 33% ज्यादा संक्रामक है और बूस्टर ले चुके लोगों को भी तेजी से अपना शिकार बना रहा है...

Update: 2022-02-01 13:22 GMT

ओमिक्रोन का सब वेरिएंट BA.2 ज्यादा संक्रामक

Omicron Sub Variant : ओमीक्रोन के सब वेरिएंट BA.2 ने डेनमार्क को अपनी चपेट में ले लिया है। इस वेरिएंट पर हुई एक हालिया रिसर्च में डेनिश वैज्ञानिकों ने बताया है कि BA.2 ओमीक्रोन के पहले सब वैरिएंट BA.1 से 33% ज्यादा संक्रामक है और बूस्टर ले चुके लोगों को भी तेजी से अपना शिकार बना रहा है।

क्या है सब वेरिएंट

बता दें कि सब वेरिएंट इस तरह से वायरस के मूल वेरिएंट के परिवार का सदस्य होता है। सरल भाषा में कहें तो और ओमक्रोन (B.1.1.529) कोरोनावायरस का एक मूल वेरिएंट है, जिनके सब वेरिएंट और स्ट्रेन्स BA.1, BA.2 और BA.3 हैं। यह भी ओमीक्रोन की तरह ही लोगों में तेजी से संक्रमण फैलाने का काम करते हैं।

BA.2 संक्रमण का खतरा ज्यादा

बता दें कि इस स्टडी को दिसंबर और जनवरी के बीच में स्टेटन्स सिरम इंस्टीट्यूट, कोपेनहैगन यूनिवर्सिटी, स्टैटिसटिक्स डेनमार्क और टेक्निकल यूनिवर्सिटी आफ डेनमार्क के वैज्ञानिकों ने किया है। इस रिसर्च में कोरोनावायरस के 8500 मामलों की जांच की गई है। वैज्ञानिकों ने पाया कि इन मरीजों में से जिन्हें BA.2 का संक्रमण था, वे BA.1 मरीजों की तुलना में दूसरों को इफेक्ट करने में 33% ज्यादा सक्षम थे।

स्टडी के लीड वैज्ञानिक फ्रेडरिक प्लेसनर का कहना है कि यदि आप अपने घर में BA.2 सब वेरिएंट से एक्सपोज हुए हैं, तो आपको अगले सात दिन में संक्रमण होने की 39% संभावना होती है। वहीं अगर आप BA 1 से एक्सपोज होते हैं, तो आपके संक्रमित होने की संभावना 29% होती है।

इम्यून सिस्टम को दे सकता है मात

वैज्ञानिकों के अनुसार BA.2 स्ट्रेन में जेनेटिकली कुछ ऐसे गुण है, जो इसे ओमीक्रोन की पहली सब स्ट्रेन से ज्यादा संक्रामक बनाते हैं। यह इंसान के इम्यून सिस्टम को आसानी से मात देने में सक्षम है, जिसकी वजह से फुली वैक्सीनेटेड और बूस्टर ले चुके लोग भी इसे संक्रमित हो रहे हैं।

अधिक खतरे से बचा सकती है वैक्सीनेशन

इसके साथ ही स्टडी में वैक्सीनेशन की जरूरत को भी हाईलाइट किया गया है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार ओमीक्रोन के सभी सब वेरिएंट्स के खिलाफ कोरोना की मौजूदा वैक्सीन्स असरदार है। यह हमें गंभीर रूप से बीमार होने और हॉस्पिटलाइजेशन के खतरे से बचाने में कारगर है।

इसके साथ ही रिसर्च में यह भी पाया गया है कि ओमीक्रोन BA.1 और BA.2 सब वेरिएंट्स का संक्रमण होने पर अस्पताल में भर्ती होने के खतरे में कोई अंतर नहीं है। फिलहाल डेनमार्क में 81% से ज्यादा लोग फुली वैक्सीनेटेड हैं और 61% लोगों को बूस्टर डोज दिया जा चुका है।

डेनमार्क में BA.2 के सर्वाधिक मामले

बता दें कि दुनिया भर में ओमीक्रोन के अधिकतर मामले असल में BA.1 सब वेरिएंट के हैं। हालांकि BA.2 अब तेजी से अब इसकी जगह ले रहा है। अमेरिका, ब्रिटेन, भारत, स्वीडन और नॉर्वे समेत कई देशों में इस वेरिएंट के मामले सामने आ रहे हैं। फिलहाल डेनमार्क में यह एक डॉमिनेंट स्ट्रेन बन गया है। बता दे कि यहां ओमीक्रोन के 82% मामले BA 2 स्ट्रेन के हैं।

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