#FarmersProtest अनशन पर किसान, FICCI के अधिवेशन में राजनाथ बोले - महामारी में खेती ने ही हमें बचाया

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने फिक्की के 93वें अधिवेशन को संबोधित करते हुए कहा कि कृषि ने ही महामारी के दौरान देश की अर्थव्यवस्था को बुरे प्रभाव से बचाया। उधर, देश के लाखों किसान तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर अनशन पर बैठे हैं...

Update: 2020-12-14 08:07 GMT

(किसान आंदोलन को लेकर मानवाधिकार आयोग ने कई राज्य सरकारों से जबाब तलब किया है)

जनज्वार। किसान आंदोलन के 19वें दिन सोमवार को किसान नेता व आंदोलन में शामिल किसान एक दिन के अनशन पर बैठ गए हैं। किसान शाम पांच बजे के बाद अपना अनशन तोड़ेंगे। किसानों के तेज होते आंदोलन को लेकर सरकार के बीच गतिविधियों तेज हो गई हैं। इस बीच मोदी सरकार के एक बड़े चेहरे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने माना है कि कृषि ही वह सेक्टर है जिसने देश को संकट में बचाया है।

राजनाथ सिंह ने फिक्की के 93वें अधिवेशन को संबोधित करते हुए सोमवार को कहा कि हमारी अर्थव्यवस्था का कृषि ही वह सेक्टर है जिसने महामारी के अर्थव्यवस्था पर बुरे असर से हमें बचाया। उन्होंने कहा कि हमारी उपज व खरीद भरपूर है और हमारे गोदाम भरे हुए हैं।

राजनाथ सिंह ने कृषि कानूनों पर सरकार का बचाव किया। उन्होंने कहा कि हम हमेशा अपने किसान भाइयों की बात सुनने, उनकी गलतफहमी को दूरे करने और आश्वासन देने के लिए तैयार रहते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे कृषि क्षेत्र के प्रतिकूल कदम उठाने का सवाल ही नहीं उठता है। हाल के सुधारों को भारत के किसानों के सर्वोत्तम हितों को ध्यान में रखते हुए किया गया है।

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 अमित शाह से मिलने पहुंचे नरेंद्र सिंह तोमर

किसानों के तेज होते आंदोलन के मद्देनजर सरकार में हरकत तेज है। कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर गृह मंत्री अमित शाह से मिलने उनके आवास पहुंचे हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अमित शाह एक बार फिर किसान नेताओं के साथ बैठक कर सुलह की राह तलाशने का प्रयास करेंगे। हालांकि अमित शाह की किसान नेताओं के साथ आठ दिसंबर को हुई पहली बैठक बेनतीजा रही थी।


इस्तीफे का दबाव झेल रहे दुष्यंत चौटाला भी आज दिल्ली में 

उधर, किसानों का नेता खुद को बताने वाले हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला भी आज दिल्ली के दौरे पर हैं। उन्होंने केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की है। मालूम हो कि दुष्यंत चौटाला पर उनकी पार्टी के विधायकों का ही डिप्टी सीएम पद से इस्तीफा देने का दबाव है। हालांकि उन्होंने कहा है कि वे किसानों को एमएसपी सुनिश्चित कराएंगे और अगर इसमें विफल रहते हैं तो पद छोड़ देंगे।

हरियाणा में भाजपा सरकार संचालन के लिए दुष्यंत चौटाला की पार्टी जननायक जनता पार्टी के समर्थन पर निर्भर है। मौजूदा परिस्थिति में 90 सदस्यीय हरियाणा विधानसभा में दुष्यंत चौटाला के समर्थन के बिना भाजपा व कांग्रेस कोई भी पार्टी सरकार में नहीं रह सकती है।


अनशनल पर किसान नेता

सिंघु बाॅर्डर, गाजीपुर बाॅर्डर सहित अन्य दूसरी जगह जहां किसान आंदोलन कर रहे हैं, वे वहीं पर अनशन पर बैठे हैं। सिंघु बाॅर्डर पर हजारों किसान भूख हड़ताल पर बैठे हैं।

उधर, जंतर-मंतर पर पंजाब के कांग्रेस सांसद कृषि कानून के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं। सांसद गुरजीत सिंह औजला ने कहा कि किसान जो भी आंदोलन करेंगे हम उसमें भाग लेंगे। जितनी देर किसान भूख हड़ताल पर हैं उतनी देर वे और विधायक कुलबीर जीरा भी भूख हड़ताल पर हैं।


दिल्ली में किसान आंदोलन के समर्थन में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, दिल्ली सरकार में मंत्री सत्येंद्र जैन, गोपाल राय और आम आदमी पार्टी के अन्य नेता भूख हड़ताल पर बैठे हैं।


दिल्ली-यूपी बाॅर्डर पर किसान नेता राकेश टिकैत भूख हड़़ताल पर बैठे हैं। देश के कई अन्य शहरों में भी लोग भूख हड़ताल कर रहे हैं।


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