भड़काऊ भाषण मामले में ओवैसी के खिलाफ केस दर्ज, मोदी-योगी पर भी विवादित टिप्पणी का आरोप
ओवैसी पर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने, पीएम मोदी और सीएम योगी के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल, और कोविड-19 के नियमों का उल्लंघन करने आदि का मामला दर्ज हुआ है..
जनज्वार। हैदराबाद से सांसद और AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी मुश्किल में पड़ते नजर आ रहे हैं। ओवैसी (Asaduddin Owaisi) गुरूवार को बाराबंकी पहुंचे थे, आरोप है कि यहां उन्होंने एक के बाद एक कई विवादित बयान दिए। इसे लेकर उनके खिलाफ नगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज (Case registered in police station) कराया गया है। ओवैसी पर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने, पीएम मोदी और सीएम योगी के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल, और कोविड-19 के नियमों का उल्लंघन करने आदि का मामला दर्ज हुआ है।
यह मामला यूपी के बाराबंकी (Barabanki in UP) में दर्ज किया गया है। ओवैसी बृहस्पतिवार को बाराबंकी में एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे। जहां उन्होंने कई विवादित टिप्पणियां की। इस कार्यक्रम पर कोविड प्रोटोकॉल (Covid protocol) का भी उल्लघंन का भी आरोप है। असदुद्दीन ओवैसी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने का भी आरोप लगा है।
जानकारी के अनुसार ओवैसी और आयोजक मंडल (organising committee) के खिलाफ गुरूवार रात करीब साढ़े 10 बजे नगर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक ने रिपोर्ट दर्ज किए जाने की जानकारी दी। गुरूवार को प्रशासन की अनुमति के बिना बाराबंकी में ओवैसी के कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इस दौरान खुलेआम कोविड-19 गाइडलाइंस का किया गया, साथ ही सांप्रदायिक सौहार्द (communal harmony) बिगाड़ने के लिए भड़काऊ भाषण भी दिए गए। जिसके बाद उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया।
पुलिस अधीक्षक यमुना प्रसाद (Superintendent of Police Yamuna prasad) ने शुक्रवार को बताया कि नौ सितंबर को थाना कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला कटरा चन्दना में एआईएमआईएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी के कार्यक्रम में काफी संख्या में भीड़ इकट्ठा की गई। इसमें कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया गया।
उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के दौरान न तो किसी ने मास्क पहन रखा था और न ही सामाजिक दूरी का पालन किया गया। ओवैसी ने अपने भाषण में साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश की। उन्होंने कार्यक्रम में कहा कि कोतवाली रामसनेही घाट में प्रशासन ने 100 वर्ष पुरानी मस्जिद (100 years old mosque) को तुड़वा दिया। उन्होंने इस बात से एक समुदाय विशेष को भड़काने और साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास किया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बाराबंकी के कार्यक्रम (programme in Barabanki) के बाद दरियाबाद विधायक सतीश चंद्र शर्मा ने ओवैसी और कार्यक्रम आयोजकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराए जाने की मांग अपर मुख्य सचिव गृह से की थी। जिसके बाद डीएम और एसपी को जानकारी दी गई। जिसके बाद प्रशासन हरकत में आया, और मामला दर्ज किया गया। बता दें कि ओवैसी के खिलाफ धारा- 153ए, 188, 279 और 270 और महामारी एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है।
पुलिस के अनुसार ओवैसी ने प्रधानमंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री (Prime minister and Chief minister) के खिलाफ भी अभद्र टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि इस संबंध में ओवैसी और आयोजकों के खिलाफ मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
विधायक सतीश शर्मा ने अपर मुख्य सचिव को भेजे पत्र में लिखा कि गुरुवार को कटरा मोहल्ला में बिना अनुमति (prior permission) के मीटिंग हुई। इस दौरान कोरोना गाइडलाइंस की जमकर धज्जियां उड़ाई गई। साथ ही ओवैसी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर रामसनेही घाट में 100 साल पुरानी मस्जिद शहीद कराने का आरोप लगाया है, जो निंदनीय और सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाला है।
पत्र में उन्होंने कहा कि सभी जानते हैं कि अवैध ढांचे को संवैधानिक प्रक्रिया के तहत गिराया गया है। साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ भी विवादित टिप्पणी की है।