दिल्ली में पहले दिन 4319 लोगों को दिया गया कोरोना वैक्सीन, 1 प्रतिशत से अधिक में दिखे हल्के विपरीत लक्षण

दिल्ली में 8117 हेल्थ वर्कर व फ्रंट लाइन वर्कर को कोरोना का टीका देने का लक्ष्य रखा गया था, जिसकी तुलना में 4319 हेल्थ केयर वर्कर को टीका दिया गया।

Update: 2021-01-17 03:46 GMT
IANS Photo.

जनज्वार। शनिवार (16 जनवरी 2021) को देश भर में शुरू हुए कोरोना वैक्सीनेशन अभियान के पहले चरण में इसके साइड इफेक्ड भी देखने को मिले हैं। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शनिवार को हुए वैकसीनेशन के बाद हल्के विपरीत लक्षण के (Adverse Events Following Immunisation) 52 मामले आए। न्यूज एजेंसी एएनआइ के अनुसार, दिल्ली सरकार ने कहा है कि राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वैक्सीनेशन के दौरान 52  मामले साइड इफेक्ट के सामने आए। इसमें एक मरीज की स्थित की तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया।

एम्स के एक अधिकारी ने बताया कि एम्स के एक सुरक्षा गार्ड का टीकाकरण किए जाने के बाद एलर्जी की शिकायत होने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया। दक्षिण दिल्ली और दक्षिण पश्चिम दिल्ली में सबसे अधिक मामले देखे गए हैं।

उत्तर दिल्ली में एइएफआइ (Adverse Events Following Immunisation) का एक माइनर मामला सामने आया। दक्षिण पूर्व दिल्ली में एइएफआइ के 5 मामले और उत्तर पश्चिम दिल्ली में एइएफआइ के चार मामले सामने आए।

दिल्ली में 8117 हेल्थ वर्कर व फ्रंट लाइन वर्कर को कोरोना का टीका देने का लक्ष्य रखा गया था, जिसकी तुलना में 4319 हेल्थ केयर वर्कर को टीका दिया गया। यानी पहले दिन के कुल टीकाकरण में एक प्रतिशत से कुछ अधिक लोगों में एइएफआइ के लक्षण दिखे। दिल्ली सरकार के अनुसार,  81 स्थलों को कोरोना टीकाकरण के लिए चिह्नित किया गया था।

वहीं,  न्यू दिल्ली म्यूनिसिपल कारपोरेशन ने कहा है कि एनडीएमसी के चरक पालिका अस्पताल में दो हेल्थ केयर वर्करों में वैक्सीनेशन के बाद विपरीत लक्षण देखे गए। ये दोनों महिला पारा मेडिकल कर्मी हैं।

शनिवार को पूरे देश में एक लाख 91 हजार 181 लोगों को कोरोना का टीका दिया गया। वैक्सीनेशन अभियान में देश में कुल 16755 वैक्सीनेटर को लगाया गया था।

दूसरे ट्रायल के बाद ही कोरोना टीका को मंजूरी दिए जाने को लेकर देश में एक तबके द्वारा सवाल भी उठाया जा रहा है और इसके तीसरे ट्रायल की जरूरत और उसके बाद ही मंजूरी दिए जाने की बात कही जा रही है। हालांकि टीकाकरण अभियान के पक्षधरों का कहना है कि इसमें कोई दिक्कत नहीं है और किसी भी टीकाकरण की तरह कुछ मामले में हल्के विपरीत लक्षण दिखने की संभावना रहती है।

दिल्ली में लोगों की विश्वास बहाली के लिए एम्स के डायरेक्टर डाॅ रणदीप गुलेरिया सहित कई प्रुमख लोगों ने खुद टीका लगवाया।

पहले दिन आंध्र, बिहार व यूपी में सबसे अधिक टीकाकरण

पहले दिन सबसे अधिक टीकाकरण आंध्रप्रदेश में हुआ जहां 16963 लोगों को वैक्सीन लगायी गयी। दूसरे नंबर पर बिहार में 16401 लोगों को वैक्सीन दी गयी और तीसरे नंबर पर पर उत्तरप्रदेश में 15975 लोगों को कोविड वैक्सीन दी गयी।

भारत में दो कोविड वैक्सीन कोविशील्ड और कोवैक्सीन को उपयोग के लिए लांच किया गया। पहले दिन अधिकतर सेंटर पर कोविशील्ड वैक्सीन लगायी गयी जबकि इसके साथ ही कोवैक्सीन का भी उपयोग किया गया।

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