CRPF में सेक्स स्कैंडल, महिला रेसलर ने अर्जुन अवार्डी DIG व कोच पर लगाया रेप का आरोप
महिला कांस्टेबल रेसलिंग में कई राष्ट्रीय-अंतराष्ट्रीय अवार्ड जीत चुकी हैं और उन्होंने सालों से खुद का यौन उत्पीड़न किए जाने का आरोप लगाया है। उन्होंने अपनी शिकायत में कहा है उन्हें सीनियर अधिकारियों को सेक्सुअल फेवर के लिए भी कहा गया...
जनज्वार। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल में कांस्टेबल की नौकरी करने वाली एक महिला रेसलर ने रेसलिंग कोच सुरजीत सिंह और चीफ स्पोर्ट्स ऑफिसर खजान सिंह पर दुष्कर्म का आरोप लगाया है। महिला रेसलर 2010 से सीआरपीएफ में कांस्टेबल की नौकरी कर रही है और उनका आरोप है कि पिछले कई सालों से उनका यौन उत्पीड़न किया जा रहा है। इस मामले में तीन दिसंबर को दिल्ली के हरिदास पुलिस थाने में एफआइआर दर्ज करायी गई है।
महिला रेसलर की शिकायत के बाद इस मामले के सीआरपीएफ ने ने मामले की जांच की जिम्मेवारी आइजी रैंक के एक अधिकारी को सौंपी है। महिला कांस्टेबल ने आरोप लगाया है कि रेसलिंक कोच सीआरपीएफ के अंदर सेक्स स्कैंडल चलाते हैं और महिला कांस्टेबल के साथ बुरा व्यवहार किया जाता है। महिला ने आरोप लगाया है कि दिल्ली में तीन सालों तक उनका रेप किया गया है।
महिला सीआरपीएफ के कांस्टेबल के रूप में 2010 में चुनी गईं थी और नौकरी में आने के बाद उनका चयन रेसलिंग टीम के लिए भी हो गया। इसके बाद उन्होंने कई राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय मेडल जीते हैं। उन्होंने 2014 में इस मामले की सीआरपीफए के अंदर ही शिकायत की थी, लेकिन दबाव में उन्होंने शिकायत वापस ले ली थी।
महिला कांस्टेबल ने इस बार पुलिस के साथ महिला आयोग के सामने भी अपनी शिकायत दर्ज करायी है।
इस मामले में सीआरपीएफ के प्रवक्ता एम दिनाकरण ने एक अंग्रेजी अखबार से कहा है, एक महिला कांस्टेबल द्वारा डीआइजी खजान सिंह पर रेप का आरोप लगाते हुए एफआइआर दर्ज करायी गई है। सीआरपीएफ ने शिकायत को गंभीरता से लिया है और मामले की जांच के लिए एक आंतरिक शिकायत समिति गठित कर दी गई है। सीआरपीएफ के प्रवक्ता ने कहा कि मामले की जांच के लिए आइजी रैंक की अधिकारी की अगुवाई वाली जांच समिति कर रही है। उन्होंने कहा कि विभाग इस मामले में जांच दल को पूरा सहयोग देगा।
महिला कांस्टेबल ने लगाए हैं बेहद गंभीर आरोप
महिला कांस्टेबल ने अपनी शिकायत में कहा है कि सुरजीत सिंह और खजान सिंह दोनों सीआरपीएफ के अंदर सेक्स स्कैंडल चलाते हैं और इसमें कई उनके साथी हैं। वे महिला कांस्टेबल का यौन उत्पीड़न करते हैं। महिला ने गुप्त रूप से खुद की फिल्म बनाने और अपनी तसवीरों के जरिए ब्लैकमेल किए जाने का भी आरोप लगाया है।
खजान सिंह सीआरपीएफ में डीआइजी रैंक अधिकारी हैं और उन्होंने खुद 1986 में एशियाई खेलों में रजत पदक जीता था। उन्हें अर्जुन अवार्ड भी मिला है। महिला ने अपनी एफआइआर में कहा है कि उनके साथ दिल्ली में तीन सालों तक रेप किया गया। उन्होंने कहा है कि उनके साथ दिल्ली में अलग-अलग जगह पर बलात्कार हुआ। डीआइजी कार्यालय के कमरे में, स्विमिंग पूल पर भी रेप किया गया। महिला कांस्टेबल ने अपनी जान को भी खतरा बताया है।
दर्ज एफआइआर में यह भी कहा गया है कि आरोपियों ने पीड़िता को सीनियर अधिकारियों के लिए सेक्सुअल फेवर बढाने को मजबूूर किया। महिला ने कहा है कि 2014 में उन्होंने आइजी के पास शिकायत की थी जिसे वापस लेने को उन्हें मजबूर कर दिया गया। फिर 2017 में जब उन्होंने उन लोगों को नजरअंदाज करने की कोशिश की तो उन्हें बदनाम किया गया।