स्वघोषित हिंदुत्ववादी नेता रागिनी तिवारी के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा

वायरल वीडियो में रागिनी तिवारी कहते हुए सुनाई दे रही हैं कि अगर सरकार किसान आंदोलन से दिल्ली को मुक्त नहीं कराती है तो फिर से जाफराबाद रागिनी तिवारी बनाएगी, जो होगा उसकी जिम्मेदार केंद्र, राज्य सरकार और दिल्ली पुलिस होगी.....

Update: 2020-12-23 08:57 GMT
रागिनी तिवारी (फोटो-जनज्वार डॉट कॉम)

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने एक स्वघोषित हिंदुत्ववादी नेता रागिनी तिवारी उर्फ जानकी बहन के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है। पुलिस ने उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 153 (दंगा भड़काने के इरादे से भड़काऊ बयान देना) के तहत एफआईआर दर्ज की है। रागिनी तिवारी के खिलाफ यह कार्रवाई तब की गई है जब उन्होंने सोशल मीडिया पर वायरल उनका एक वीडियो पाया जिसमें वह पूर्वोत्तर दिल्ली के जाफराबाद के दंगों की तरह किसानों को आंदोलन समाप्त करने की खुलेआम धमकी दे रही हैं।

बता दें कि पूर्वोत्तर दिल्ली के दंगों के दौरान सबसे पहले 'जनज्वार' ने रागिनी तिवारी का वह वीडियो अपने कैमरे में कैद किया था जिसमें वह भड़काऊ भाषण देते हुए दिखाई दे रही थीं। बाद में यह वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो गया था। दिल्ली दंगों के दौरान जनज्वार ने ही सबसे पहले अपनी खबर के जरिए रागिनी तिवारी को बेनकाब किया था। 

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खबरों के मुताबिक रागिनी तिवारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने से पहले उत्तर पूर्वी दिल्ली जिला पुलिस ने कानूनी राय मांगी थी। एक पुलिस अधिकारी ने आरोप लगाया कि तिवार का वीडियो सोशल मीडिया पर पाया गया जहां वह लोगों को भड़का रही थीं और पूर्वोत्तर दिल्ली के दंगों की तरह हिंसा की धमकी दे रही थीं।

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में रागिनी तिवारी कहते हुए सुनाई दे रही हैं कि अगर सरकार किसान आंदोलन से दिल्ली को मुक्त नहीं कराती है तो फिर से जाफराबाद रागिनी तिवारी बनाएगी। जो होगा उसकी जिम्मेदार केंद्र, राज्य सरकार और दिल्ली पुलिस होगी। 

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डीसीपी (पूर्वोत्तर) ने 13 दिसंबर को अपने निजी हैंडल से एक ट्वीट में कहा था, 'एसएचओ / जाफराबाद को आवश्यक कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया गया है।'

एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस तिवारी के घर गई लेकिन पाया गया कि वह शहर से बाहर थीं। पुलिस उसे आने वाले दिनों में उसे तलब करेगी और पूर्वोत्तर के दंगों में उसकी कथित भूमिका की जांच करने की योजना भी बना रही है।

दो महीने पहले दिल्ली गृह विभाग ने दिल्ली पुलिस के साथ एक वीडियो क्लिप साझा की थी, जिसमें फेसबुक पर तिवारी के भड़काऊ भाषण क्लिप दिखाई गई थी, 23 फरवरी को मौजपुर के दंगों में पुलिसकर्मियों के साथ पथराव करने वालों को पथराव करने के लिए उकसाया गया था।

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