मोदी सरकार के खिलाफ किसानों के बाद पत्रकारों का हल्ला बोला, 2 बजे पुलिस मुख्यालय पर करेंगे प्रदर्शन
किसान आंदोलन को कवर करने को लेकर सरकार व पुलिस के द्वारा पत्रकारों का दमन किए जाने के खिलाफ गुस्सा उबल पड़ा है। पत्रकार अब दमनात्मक कार्रवाई के खिलाफ खुल कर खड़े हो गए हैं और वे आज इसके खिलाफ प्रदर्शन कर के अपना विरोध जताएंगे...
जनज्वार। स्वतंत्र व लोकतांत्रिक आवाज को मोदी सरकार व राज्यों की भाजपा सरकारों द्वारा दबाने की कोशिशों के खिलाफ अब पत्रकार एकजुट हो गए हैं। पत्रकार मनदीप पुनिया की गिरफ्तारी, कई पत्रकारों पर एफआइआर दर्ज करने जैसे मामलों को लेकर रविवार दोपहर दो बजे पत्रकार दिल्ली में पुलिस मुख्याल के बाहर प्रदर्शन करेंगे। विभिन्न पत्रकार अधिक से अधिक संख्या में लोगों के प्रदर्शन स्तर पर जुटने की सोशल मीडिया के जरिए अपील कर रहे हैं।
दिल्ली पुलिस का नया मुख्यालय जयसिंह रोड, पटेल चैक मेट्रो के साथ स्थित है और आज प्रदर्शन वहीं किया जाएगा। स्वतंत्र पत्रकार मनदीप पुनिया को शनिवार की शाम दिल्ली पुलिस ने सिंघु बाॅर्डर के पास हिरासत में ले लिया था और उसके बाद उन्हें अज्ञात जगह पर ले गयी थी। मनदीप ने किसानों के दमन के लिए भाजपा व पुलिस की मिलीभगत का खुलासा किया था। मनदीप के अलावा पत्रकार धर्मवीर सिंह को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है। पत्रकार उनकी रिहाई की भी मांग कर रहे हैं।
इस बीच रविवार को दिन में मनदीप पुनिया करीब 18 घंटे बाद तब दिखे जब उन्हें पुलिस कोर्ट में पेशी के लिए ले जा रही थी। पुलिस मनदीप को एक गाड़ी में बैठा कर आज कोर्ट ले गयी और जिसका वीडियो कई पत्रकारों ने टृवीट किया है।
मनदीप सिंह की गिरफ्तारी के खिलाफ पत्रकारों ने मोर्चा खोल रखा है टृवीट कर इस कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं। मनदीप की गिरफ्तारी पर वरिष्ठ पत्रकार अजीत अंजुम ने लिखा : मनदीप जैसे युवा पत्रकार ने बिना किसी संसाधन और संस्थान के शानदार काम किया, लेकिन पुलिस और सरकार का ऐसे रिपोर्टर पंसद नहीं हैं। उस युवा पत्रकार के खिलाफ पुलिसिया कार्रवाई पर सरकारी पत्रकारों की चुप्पी स्वाभाविक है। सोशल मीडिया पर इनके पक्ष में आवाज बुलंद रहे।