दिल्ली दंगों और CAA-NRC के खिलाफ मुखर रहे प्रोफेसर अपूर्वानंद से क्राइम ब्रांच ने की 5 घंटे पूछताछ

प्रोफेसर अपूर्वानंद ने एक जारी बयान मे कहा, 3 अगस्त 2020 को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुई फरवरी 2020 की हिंसा के सिलसिले में मुझसे पूछताछ की, मैने वहां पांच घंटे बिताए, दिल्ली पुलिस ने जांच के उद्देश्य से मेरा फोन जब्त करना उचित समझा...

Update: 2020-08-04 08:32 GMT

नई दिल्ली। नागरिकता संसोधन अधिनियम और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर के खिलाफ आंदोलनों में मुखर रहने वाले दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के प्रोफेसर अपूर्वानंद से दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने उत्तर पूर्वी दिल्ली में हिंसा को लेकर पांच घंटों तक पूछताछ की। अपूर्वानंद का मोबाइल फोन जब्त कर लिया गया। इस पूछताछ के बाद प्रोफेसर अपूर्वानंद ने कहा कि मैं जांच में सहयोग कर रहा हूं। विरोध प्रदर्शन करना सभी का मौलिक अधिकार है।

उन्होंने एक जारी बयान मे कहा, 3 अगस्त 2020 को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुई फरवरी 2020 की हिंसा के सिलसिले में मुझसे पूछताछ की, मैने वहां पांच घंटे बिताए, दिल्ली पुलिस ने जांच के उद्देश्य से मेरा फोन जब्त करना उचित समझा।

प्रोफेसर अपूर्वानंद ने कहा कि मैं दिल्ली पुलिस से मांग करता हूं कि इस मामले में सही तरीके से जांच की जाए और किसी बेगुनाह को न फंसाया जाए।

दिल्ली हिंसा की साजिश के मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने हिंसा के पीछे की साजिश का पता लगाने के लिए UAPA यानी गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम कानून के तहत केस दर्ज किया है।

इस मामले को लेकर स्वराज इंडिया के प्रमुख योगेंद्र यादव ने 'जनज्वार' से बातचीत में कहा, 'ऐसा पोस्ट अपूर्वानंद जी ने किया है। मैं दिल्ली से बाहर हूँ। अपूर्वानंद जी के फोन को पुलिस ने जब्त कर लिया है, इसलिए उनसे बात नहीं हो पा रही होगी। यह बात उन्होंने अपने पोस्ट में भी लिखी थी। दिल्ली से बाहर होने के कारण मैं इस मामले में कुछ विशेष जानकारी नहीं दे पाऊंगा। आपको अपूर्वानंद जी से ही संपर्क करना होगा, तभी ज्यादा जानकारी मिल पाएगी।'

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