Delhi Violence : कौन बोल रहा है शोभायात्रा पर झूठ? वीएचपी या दिल्ली पुलिस

Delhi Violence : दिल्ली पुलिस एसडीपीआई और पीएफआई वालों के मौके पर पहुंचने के बाद से दबाव में है। अब हम प्रेम शर्मा के खिलाफ दर्ज एफआईआर का जवाब अदालत में ही पेश करेंगे और दिल्ली पुलिस को बेनकाब करेंगे।

Update: 2022-04-19 08:41 GMT

Delhi Violence : दिल्ली के जहांगीरपुरी हिंसा ( Jahangirpuri Violence  ) मामले में विश्व हिंदू परिषद के नेता प्रेम शर्मा ( Prem Sharma ) के खिलाफ मामला दर्ज ( FIR News ) होने के बाद से दिल्ली पुलिस ( Delhi Police ) के खिलाफ खुलकर सामने आ गए हैं। वीएचपी नेताओं का कहना है कि हमने जुलूस निकालने की इजाजत ली थी। दिल्ली पुलिस ने जेहादियों के दबाव में आकर वीएचपी ( VHP ) के जुलूस के खिला। एफआईआर दर्ज की है। वहीं दिल्ली पुलिस ने इजाजत देने की बात से साफ इनकार कर दिया है। साथ ही साफ कर दिया है कि इस मामले में दोषी बच नहीं सकते।

दूसरी तरफ आज भाजपा के नेता दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की और जहांगीरपुरी दंगा ( Jahangirpuri Violence ) मामले में गंभीरता से जांच की मांग की। भाजपा नेताओं ने दिल्ली पुलिस से मांग की है कि हिंसा पीछे आप कनेक्शन के एंगल से भी मामले की जांच की जाए।

प्रेम शर्मा के बचाव में उतरे वीएचपी नेता

जहांगीरपुरी दंगा मामले में खुद की गिरफ्तारी और केस दर्ज होने के बाद वीएचपी के नेता प्रेम शर्मा ( Prem sharma ) के बचाव में सामने आ गए हैं। जनज्वार से बातचीत में बीएचपी के वरिष्ठ नेता विनोद बंसल ( Vinod bansal ) का दावा है कि दिल्ली पुलिस ने गलत काम किया है। उनका दावा है कि हमने दिल्ली पुलिस ने परमिशन ली थी। हमें परमिशन दोनों स्थानों से मिली थी। लोकल स्तर पर भी परमिशन ली थी। दिल्ली पुलिस कमिश्नर से दो दिन पहले वीएचपी का एक प्रतिनिधिमंडल भी मिला था। उसी दिन हमने दिल्ली में 20 स्थानों पर जुलूस निकालने की एक सूची कमिश्नर को सौंपी थी। सूची में जहांगीर पुरी का नाम भी शामिल था।

अदालत में बताएंगे इजाजत दी थी या नहीं

यह पूछे जाने पर कि आप लोग परमिशन वाली लेटर जारी क्यों नहीं कर देते। इसके जवाब में विनोद बंसल ने बताया कि चूंकि दिल्ली पुलिस एसडीपीआई और पीएफआई वालों के मौके पर पहुंचने के बाद दबाव में आकर प्रेम शर्मा के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इसलिए, अब हम इस मामले में कानूनी स्तर पर ही निपटेंगे। इजाजत वाली कॉपी अदालत में सामने ही पेश करेंगे।

उन्होंने कहा कि प्रेम शर्मा के खिलाफ दर्ज कर दिल्ली पुलिस फंस गई है। हकीकत यह है कि दिल्ली पुलिस अपनी नाकामी का ठीकरा वीएचपी पर फोड़ रहीं है। वीएचपी के जुलूस के खिलाफ एफआईआर दुर्भाग्यपूर्ण है। बंसल का कहना है कि अगर इजाजत नहीं थी तो उन्होंने रोका क्यों नहीं? वीएचपी के जुलूस में वो लोग मौके पर क्यों थे? इन सभी सवालों का जवाब पुलिस को देना होगा।

VHP को नहीं दी थी जुलूस की इजाजत

Delhi Violence : वहीं दिल्ली के विशेष पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था दीपेंद्र पाठक ने कहा कि हनुमान जयंती के दिन जहांगीरपुर तीन में से केवल दो जुलूस को ही इजाजत मिली थी। वीएचपी ने जो शाम को जुलूस निकाली थी उसे इजाजत नहीं मिली थी। यही वहज है कि दिल्ली पुलिस ने विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल आयोजकों के खिलाफ बिना परमिशन के शोभा यात्रा निकालने को लेकर मामला दर्ज किया है और वीएचपी नेता प्रेम शर्मा को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने 17 अप्रैल को एफआईआर दर्ज की थी. इस एफआईआर में पुलिस ने दावा किया कि शोभायात्रा बगैर पुलिस परमिशन के निकाली गई थी।

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