दिल्ली की सबसे सुरक्षित जेल तिहाड़ नम्बर 3 में बंदी की हत्या, चाकुओं से गोदकर उतारा मौत के घाट
देश की सबसे हाई सिक्योरिटी जेल के रूप में पहचानी जाने वाली तिहाड़ जेल के अंदर किसी कैदी-बंदी की उसके ही साथियों द्वारा हत्या किए जाने के बाद जेल प्रशासन के ऊपर सवाल उठने लगे हैं...
नई दिल्ली, जनज्वार। देश की सर्वाधिक सुरक्षित जेल के रूप में चर्चित दिल्ली की तिहाड़ जेल में आज 30 नवंबर की सुबह एक कैदी की हत्या कर दी गई। तिहाड़ की जेल नंबर 3 में बंदी की हत्या से जेल प्रशासन समेत यहां पर बंद अन्य कैदियों-बंदियों के बीच सनसनी का माहौल है।
जेल प्रशासन के मुताबिक सोमवार 30 नवंबर की सुबह दिलशेर नामक बंदी की धारदार वस्तु से मौत के घाट उतार दिया गया। जेल प्रशासन द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक 23 साल का दिलशेर हत्या समेत कई अन्य आपराधिक मामलों का आरोपी था। उसके ऊपर आज सुबह 3 अन्य बंदियों ने जानलेवा हमला कर उसकी हत्या कर दी।
जेल प्रशासन के मुताबिक दिलशेर के ऊपर जहांगीरपुरी, प्रशांत विहार, स्वरूप नगर आदि थानों में कई मामले दर्ज थे। इन्हीं मामलों को लेकर उसे तिहाड़ जेल में बंद किया गया था। जेल अधिकारियों के मुताबिक सोमवार 30 नवंबर की सुबह जेल के ही 3 अन्य कैदियों ने दिलशेर के ऊपर जानलेवा हमला कर दिया। किसी धारदार चीज से तीनों आरोपियों के हमले से दिलशेर गंभीर रूप से घायल हो गया और उसकी मौत हो गई।
जेल के डॉक्टर ने जांच-पड़ताल के बाद उसकी मौत की पुष्टि की। जेल के भीतर बंदी की हत्या से जेल के अंदर सुरक्षा को लेकर सवाल उठ रहे हैं।
गौरतलब है कि तिहाड़ जेल में देश के सर्वाधिक चर्चित मामलों के आरोपियों समेत कई अन्य आपराधिक केस में सजा भुगत रहे कैदियों को भी रखा जाता है। इसे देश की सबसे हाई सिक्योरिटी जेल के रूप में जाना पहचाना जाता है, लेकिन जेल के अंदर किसी कैदी-बंदी की उसके ही साथियों द्वारा हत्या किए जाने के बाद जेल प्रशासन के ऊपर सवाल उठने लगे हैं।
तिहाड़ के अंदर कैदी बंदियों की आपसी दुश्मनी और हत्या का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले जेल नम्बर एक में सन्नी डोगरा नामक बंदी की चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी गई थी। दिलशेर की हत्या उसके ही वार्ड में रहने वाले 3 अन्य कैदियों ने की है। आरोपी कैदियों के पास नुकीली या धारदार चीज कहां से आई, इसको लेकर भी जेल प्रशासन जांच कर रहा है।