Sharad Pawar ने जहांगीरपुरी हिंसा को लेकर Amit Shah पर साधा निशाना, कहा - दिल्ली को आग में जलने से नहीं बचा सके

अमित शाह दिल्ली के लोगों को जहांगीरपुरी हिंसा से बचाने में असफल रहे। उन्हें इस बात पर गौर फरमाना चाहिए था कि दिल्ली में कुछ भी होता है तो उसका संदेश दुनिया भर में जाता है।

Update: 2022-04-24 02:29 GMT

नई दिल्ली। महाराष्ट्र में हनुमान चालीसा को लेकर जारी सियासी बवाल के बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ( Sharad Pawar ) ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ( Amit Shah ) पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि अमित शाह दिल्ली के लोगों को जहांगीरपुरी हिंसा ( jahangirpuri Violence ) से बचाने में असफल रहे। उन्हें इस बात पर गौर फरमाना चाहिए था कि दिल्ली में कुछ भी होता है तो उसका संदेश दुनिया भर में जाता है। अमित शाह ( Amit shah )  की विफलता की वजह से भारत ( India)  दुनिया भर में बदनाम हुआ। 

पूरी दुनिया में जाता है दिल्ली की घटना का संदेश

पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार ( Sharad pawar ) ने कहा कि यदि दिल्ली में कुछ भी होता है तो उसका संदेश पूरी दुनिया में जाता है। जहांगीरपुरी हिंसा ( jahangirpuri Violence ) को के अब पूरी दुनिया यही सोचती है कि वहां पर अशांति है। आप सत्ता में हैं लेकिन आप दिल्ली ( Delhi ) को सांप्रदायिक हिंसा ( Communal Violence ) में झुलसने से नहीं बचा सके।

उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले दिल्ली सांप्रदायिक हिंसा की वजह से जल रही थी। दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की सरकार है, लेकिन वहां की पुलिस केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन आती है जिसको अमित शाह देखते हैं। 

विदेशी मेहमान केवल गुजरात ही क्यों जाते हैं

शरद पवार ( Sharad pawar ) यही पर नहीं रुके। उन्होंने मोदी सरकार को भी निशाने पर लेते हुए कहा कि मैंने इंदिरा, राजीव गांधी, नरस‍िम्‍हा राव, मनमोहन सबका कार्यकाल देखा है। जब दूसरे देशों से नेता आते थे तो वो दिल्ली आते थे। हैदराबाद या फिर कोलकाता जाते थे लेकिन अब स्थिति पूरी तरह बदल गई है। अब जो भी आता है कहने को हिंदुस्तान आता है लेकिन जाता केवल गुजरात है। उन्‍होंने जोर देते हुए कहा क‍ि सत्ता आती है और सत्ता जाती लेकिन वो दिमाग में नहीं जानी चाहिए।

फर्जी केस में मालिक और देशमुख को फंसाया

एनसीपी प्रमुख ने कहा कि केंद्र सरकार सत्ता का दुरुपयोग कर रही है। ईडी (ED), सीबीआई (CBI) और अन्य सतर्कता एजेंसियों के जरिए विरोधी दलों पर दबाव बनाने का काम तेजी से चल रहा है। एनसीपी के दो सहयोगियों को जेल में डाला है। नवाब मालिक और अनिल देशमुख को फर्जी केस में फंसाया गया है। नवाब मलिक ने 20 साल पहले जमीन ली थी लेकिन उसमें कमी निकालकर फंसाया गया। 

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